स्पेशल स्टोरी: कोटा में 'मुद्रा भंडार', एडवोकेट शैलेश के पास है 2500 सालों के प्रचलित सिक्के और मोहरें
देश में प्रचलित मुद्रा की तस्वीर बदलने का इतिहास काफी पुराना है. जैसें रियासतें बदली, शासक बदले, वैसे-वैसे भारतवर्ष में चलने वाली मुद्रा सिक्कों की तस्वीर भी बदलती रही है. कभी बिंदु आकार के सिक्के प्रचलन में आए तो कभी पंचमार्क सिक्के. कभी तांबे के सिक्के आए तो कभी चांदी-सोने के सिक्के प्रचलन में रहे. सिक्कों का यह इतिहास 2500 साल पुराना है.
कोटा. नोटबंदी को 3 साल हो गए हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में ही भारतीय मुद्रा की तस्वीर नहीं बदली है. बल्की देश में प्रचलित मुद्रा की तस्वीर बदलने का इतिहास काफी पुराना है. जैसे-जैसे रियासतें बदली, शासक बदले, वैसे-वैसे भारतवर्ष में चलने वाली मुद्रा और सिक्कों की तस्वीर भी बदलती रही.
सिक्कों का यह इतिहास करीब 2500 साल पुराना है. यानी 500 ईसा पूर्व का है. जब सिक्कों का प्रचलन ज्ञात हुआ था. कभी बिंदु आकार के सिक्के प्रचलन में आए तो कभी पंचमार्क के सिक्कों का बोलबाला रहा. कभी तांबे के सिक्के आए तो कभी चांदी-सोने के सिक्के प्रचलन में रहे. इसमें गुप्त काल से लेकर मुगलकाल और सुल्तान के साथ अलग-अलग स्टेट की भी कौन सा सिक्का चुनना है? अलग-अलग मुद्राएं हुआ करती थी.
2500 साल पुराना है सिक्कों का इतिहास
समय बदला, शताब्दी बदली, शासक बदले और मुद्रा की तस्वीरें बदलती गई. आज के दौर में जहां सबसे आधुनिक मुद्रा के रूप में क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन भी प्रचलन में आ चुकी है. वहीं कोटा निवासी इतिहासकार और वरिष्ठ मुद्रा विशेषज्ञ एडवोकेट शैलेश जैन के पास मौजूद सिक्कों पर नजर डाली जाए जो भारतवर्ष के इतिहास के उस दौर में ले जाएंगी, जब पंचमार्क सिक्कों का चलन था.
यह इतिहास करीब ढाई हजार साल पुराना है. जब कौन सा सिक्का चुनना है? मुद्रा के नाम पर धातु के टुकड़े पर महज एक छाप लगा दी जाती थी. जिसे पंचमार्क सिक्का नाम दिया गया. उस समय शासक अपना फोटो एक धातु के टुकड़े पर छाप देते थे. हर राजा पंचमार्क सिक्कों पर अलग-अलग 5 निशान छापते थे. जिससे कि पता चल सके कि कौनसा सिक्का किस जनपद का है. शैलेश जैन ने बताया कि उस समय कुल 14 जनपद हुआ करती थी. जिनमें सबकी अलग-अलग मुद्रा थी.
हर दौर के सिक्कों का कलेक्शन
मुद्रा विशेषज्ञ जैन के पास लगभग हर शताब्दी और शासकों के दौर के सिक्के मौजूद हैं. जिनमें सबसे पुराना लगभग चौथी शताब्दी के समय शासक राजा हर्षवर्धन का सिक्का भी मौजूद है. जिस पर राजा का फोटो छपा हुआ है. जिनके पास प्राचीन मुद्राओं का एक कलेक्शन बेहद रोचक व महत्वपूर्ण है. प्राचीन मुद्राओं का यह कलेक्शन बताता है कि वक्त व आवश्यकताओं के कौन सा सिक्का चुनना है? बदलते दौर में मुद्राओं के स्वरूप में भी परिवर्तन आया है.
ये है सिक्कों के चलन का क्रम
मुद्रा विशेषज्ञ जैन का कहना है कि सिक्कों के ढाई हजार साल के इतिहास में पंचमार्क सिक्कों के बाद मौर्य वंश और फिर कुषाण आए, जिसके बाद गुप्त वंशजों ने राज किया और फिर सुल्तान आए. इसके बाद मुगल शासन आया. जिसके बाद ब्रिटिश हुकुमत ने राज किया और हर बार मुद्रा सिक्कों की तस्वीर बदलती रही. बदलते शासन में पंचमार्क सिक्कों से रिपब्लिक मुद्रा तक के सिक्के विभिन्न आकार लेते रहे.
सिक्कों पर ब्रह्म, नागरी और उर्दू लिपि
अलग-अलग टकसालों से अलग-अलग आकार के धातु के सिक्के बनते थे और प्रचलन में रहते थे. इन सिक्कों पर अलग-अलग दौर में प्रचलित अलग-अलग भाषाओं में छपी होती थी. लगभग 2000 साल पहले के इतिहास को याद करते हुए शैलेश जैन ने बताया कि 2000 साल पहले ब्रह्म लिपि का प्रचलन था. इसलिए उस दौर में मुद्रा पर ब्रह्म लिपि में शासक का नाम और रियासत का नाम बेहद छोटे अक्षरों में छपा होता था. इसके बाद नागरी लिपि आई और फिर 7वीं शताब्दी में सुल्तानों का शासन आया. जिसके बाद मुगल काल के अंत तक सिक्कों में उर्दू में जानकारी लिखी जाती थी.
बूंद आकार के सिक्के
रियासतों में शासकों ने कभी बूंद जैसे छोटे सिक्के चलाए तो कभी कील जैसे सिक्के भी प्रचलन में थे. वजन और काम के हिसाब से मुद्रा चलाई जाती थी. जैसे वर्तमान में भारत में सबसे बड़ी मुद्रा के रूप में 2000 के नोट का प्रचलन में है, वैसे ही तत्कालीन शासकों ने बड़ी मुद्रा के तौर पर सोने की मोहरें चला रखी थी. जिसका सबसे बड़ा श्रेय राजा समुद्रगुप्त को जाता है. जिनके दौर में सबसे ज्यादा सोने की मुद्रा का प्रचलन था.
67 करोड़ रुपए में बिका चांदी का सिक्का
अमेरिका में एक चांदी का सिक्का एक करोड़ डॉलर (करीब 67 करोड़ रुपए) में बिका है। ये दुनिया का सबसे महंगा सिक्का है। इसको एक कलेक्टर ने खरीदा है।
Dharmender Chaudhary
Updated on: April 10, 2016 14:09 IST
67 करोड़ रुपए में बिका फ्लोइंग हेयर सिल्वर डॉलर, ये है दुनिया के सबसे महंगा चांदी का सिक्का
नई दिल्ली। आप अक्सर दिवाली पर चांदी के सिक्के खरीदते हैं और गिफ्ट भी करते हैं। आमतौर पर इनकी कीमत 250 से 11,000 रुपए तक होती कौन सा सिक्का चुनना है? है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की अमेरिका में एक चांदी का सिक्का एक करोड़ डॉलर (करीब 67 करोड़ रुपए) में बिका है। ये दुनिया का सबसे महंगा सिक्का है। इसको एक कलेक्टर ने खरीदा है।
एक डॉलर की कीमत 67 करोड़ रुपए
दुनिया का सबसे महंगा सिक्का अमेरिका का फ्लोइंग हेयर सिल्वर डॉलर है। द टेलीग्राफ की खबर के मुताबिक 2013 में एक कलेक्टर ने इसे 1 करोड़ डॉलर में खरीदा है। ये रकम करीब 67 करोड़ रुपए के करीब है। ये सिक्का 1794 में ढले 1758 सिल्वर डॉलर क्वाइन में से एक है।
तस्वीरों में देखिए सबसे महंगा सिक्का
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इस सिक्के को खुद जार्ज वाशिंगटन ने जांचा था
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक काफी एक्सपर्ट मानते हैं कि ये सिक्का अमेरिका में ढला पहला सिक्का था। वहीं, ये भी माना जाता है कि इसे खुद जार्ज वाशिंगटन ने जांचा था। पहला सिक्का होने और क्वालिटी काफी अच्छी होने से इस सिक्के की कीमत इतनी बढ़ गई है। वहीं ये सिक्के सीधे तौर पर अमेरिका की स्वतंत्रता से जुड़े हैं जिसकी वजह से ये सिक्के काफी खास हैं।
करोड़ों की कीमत वाले दूसरे सिक्के
डबल ईगल दुनिया का दूसरा सबसे महंगा सिक्का है। सूदबी की एक नीलामी में ये सिक्का 2012 में 76 लाख डॉलर यानी उस समय 40 करोड़ रुपए में बिका था। वहीं दिसंबर 1343 से लेकर जुलाई 1344 के बीच जारी हुआ एडवर्ड सिक्का 2006 में 68 लाख डॉलर का बिका है। 2006 में ये रकम 32 करोड़ रुपए के बराबर थी। दूसरी ओर 1804 सिल्वर डॉलर कलेक्टर के बीच ये सिक्का किंग ऑफ अमेरिकन क्वाइन के नाम से मशहूर है। जबकि 1913 का लिबर्टी हेड निकेल क्वाइन जनवरी 2010 में हेरिटेज ऑक्शन कंपनी द्वारा एक आक्शन में 37 लाख डॉलर में बिका है जो उस वक्त 17 करोड़ रुपए के बराबर था।
भारत का सबसे पुराना सिक्का कौन सा है ? जाने हिंदी में ?
भारत का सबसे पुराना सिक्का कौन सा है? और भारत का सबसे महंगा बिकने वाला सिक्का कौन सा है ! अगर आपको यह जानकारी नहीं है की भारत का सबसे पुराना सिक्का कौन सा है और आप यह जान कारी जानने के लिए गूगल पर सर्च कर रहे हो !
और आप सर्च करके यहाँ हमारी इस वेब साइट पर आय हो तो कौन सा सिक्का चुनना है? में आपको बता दू की आज आप बिल कुल सही वेब साइट पर आय हो ! आज के इस पोस्ट में हम पढ़ने वाले है की भारत का सबसे पुराना सिक्का कौन सा है ! तो चलिए जानते है !
लेकिन आगे बढ़ने से पहले में आपको बता दू की इसका आलावा भी बहुत कुछ पढ़ने वाले है ! जैसे की
- सिक्के कितने प्रकार के होते है
- भारत में सिक्का किसने चलाया था
- सिक्के का प्रचलन भारत में कब हुआ
- भारतीय मुद्रा में कितने प्रकार के नोट है
- भारत का सबसे महंगा सिक्का कौन सा है
- भारत का सबसे महंगा सिक्का कौन सा है
- भारत का सबसे पुराना सिक्का कौन सा है
- दुनिया का सबसे कीमती सिक्का कौन सा कौन सा सिक्का चुनना है? है
यह सारे टॉपिक आज हम पढ़ने बाले है ! तो सबसे पहले हम पढ़ते है की भारत का सबसे पुराना सिक्का कौन सा है ?
भारत का सबसे पुराना सिक्का कौन सा सिक्का चुनना है? कौन सा है
दोस्तों अगर आप 60 साल से 70 या 80 साल की उमर के हो तो आपने अपने जीवन में बहुत कुछ बद लते देखा होगा ! जैसे की पैसे महंगाई लोगो का जीवन आज के समय में बहुत कुछ बदल चूका है और आपने अपनी आखो से देखा होगा !
जिस तरह से हर इंसान का जीवन बदल चूका है उसी तरह से हमारे भारत के पैसे भी बदल चुके है पहले हमारे भारत में सिक्के चलते थे लेकिन आज के समय में बंद हो गए है ! और कागज के नोट चलते है ! लेकिन अगर आप भारत के रहने बाले हो तो आपको हमारे भारत के
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बारे में पूरी जान कारी होनी चाहिए ! तो चलिए अब में आपको बताता हु की भारत का सबसे पुराना सिक्का कौन सा है
दोस्तों हमारे भारत का सबसे पुराना सिक्का पंच चिन्हित सिक्का है इसको पुराण करशापान या पान भी कहा जाता है ! इस सिक्के को छठी शब्ताब्दी में बनाया गया था ! अब सबसे बढ़ी बात यह आती है की इस सिक्के को किसने बनाया था !
चलिए हम आपको बताते है
यह तो आप जानते कौन सा सिक्का चुनना है? ही हो की सबसे पुराना सिक्का भारत में पुराण करशापान या पान है इसको छठी शताब्दी में बनाया गया था और इस सिक्के को भारत के महाजनपदों (गणतंत्र राज्यों) द्वारा बनाया गया था !
दोस्तों हम आगे पढ़ने बाले है की इस सिक्के को भारत में कब तक चलाया गया था !
करशापान या पान सिक्का भारत में कब तक चलाया गया था
दोस्तों अगर आपने यह ध्यान से पोस्ट पढ़ा है तो आपको पता होगा की यह सिक्का गणतंत्र राज्य में बनाया गया था ! उसके बाद जब हमारा भारत आजाद हो गया तो इसको बंद कर दिया गया है ! अब इसको कभी भी नहीं चलाया जायगा !
लेकिन अगर आपके पास यह पुराना सिक्का मौजूद है तो आप इस सिक्के से लाखो रूपए कमा सकते हो ! पुराने सिक्के बेचकर लाखो रूपए कैसे कमाय जानने के लिए इसे पढ़े !
तो दोस्तों अब आप समझ चुके हो की यह सिक्का कब तक चलाया गया था !
भारत का सबसे महंगा सिक्का कौन सा है
दोस्तों आज तक भारत में बहुत सारे सिक्के चले है लेकिन भारत का सबसे महंगा सिक्का कौन सा सिक्का चुनना है? ताम्बे का सिक्का है यह सिक्का पुरे दुनिया में भी सबसे कीमती माना जाता है इसकी कीमत की बात करे तो में आपको बता देता हु की ताम्बे के सिक्के की कीमत 2 करोड़ है !
अगर आपके पास ताम्बे का सिक्का है तो आप मिनटों में लाखो के मालिक ताम्बे बेचकर लाखो रूपए कैसे कमाय जांनने लिए आगे पढ़े !
ताम्बे का सिक्का लाखो में कैसे बेचे
अगर आपने कभी भी ऑन लाइन सिक्के नहीं बेचे है तो में आपको बता दू की अगर आपके पास ताम्बे का सिक्का है चाहे वह आपके पास 1 रूपए का हो या फिर 2 रूपए का आप उसको बहुत ही आसानी से बेच सकते हो !
लेकिन दोस्तों हम पढ़ रहे है की ताम्बे के सिक्के को लाखो में कैसे बेचे ! तो में आप को बत दू की आपने OLX वेबसाइट का नाम सोना होगा इस वेबसाइट पर बहुत सारा समान ऑन लाइन है अगर आपके पास ताम्बे का सिक्का है तो आप इस सिक्के को OLX
अगर आप ताम्बे के सिक्के को बेचना चाहते हो तो OLX वेबसाइट पर जाने के लिए क्लिक करे Click here
दोस्तों में उम्मीद करता हु की भारत का सबसे पुराना सिक्का कौन सा है यह आप जान चुके हो लेकिन आज के इस पोस्ट में हम भारत के सिक्के के बारे में बहुत कुछ पढ़ने बाले है अब हम पढ़ेंगे सिक्के का प्रचलन भारत में कब हुआ? और सिक्के को कब चालु किया गया !
सिक्के का प्रचलन भारत में कब हुआ
जैसे की आप जानते ही की भारत का सबसे पुराना सिक्का करशापान या पान है ! तो आपका यह जानना भी बहुत जरूरी है की यह सिक्के को कब चलाया गया था ! तो में आपको बता दू की इस सिक्के को सबसे पहले 500 इसबी पूर्व पहले लागू किया था !
लेकिन सबसे पहले भारत में सिक्के को चलाने वाले गौतमबुद्ध थे गौतम बुध के जमाने में ही सबसे पहले इस सिक्के को चालू किया गया था और यह काफी टाइम तक चलाया गया !
और इसकी सबसे बड़ी बात यह है कि इस सिक्के को भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में काफी देशों में चलाया गया था !
दुनिया का सबसे कीमती सिक्का कौन सा है
दोस्तों आपने सुना होगा कि हमारे भारत में बहुत समय पहले से सिक्के चलाए जाते हैं ! और आज भी कुछ सिक्कों को चलाया जाता है लेकिन क्या आपको यह मालूम है कि भारत का सबसे सिक्का कीमती सिक्का कौन सा है !
यह भी पढ़े घर पर कितने रूपये रख सकते हैं? कितने कैश और गोल्ड पर लिया जा सकता है एक्शन? क्या कहता है भारत का कानून?
और दुनिया का सबसे कीमती सिक्का कौन सा है अगर आपको पता नहीं है तो मैं आपको बताता हूं !
दोस्तों अगर आप देशों के बारे में पढ़ते हो तो आपने अमेरिका देश का नाम जरूर सुना होगा! मैं आपको बता दूं जो सबसे कीमती सिक्का है दुनिया का जो सबसे कीमती सिक्का है इस सिक्के को अमेरिका में बनाया गया था !
और इस सिक्के का नाम डबल इगल गोल्ड कॉइन था लेकिन अब सबसे बड़ी बात आती है कि इस सिक्के को कौन से सन में चलाया गया और कब तक चला गया चलिए मैं आपको बताता हूं !
डबल इगल गोल्ड कॉइन सिक्के को कब चलाया गया था
दोस्तों डबल इगल गोल्ड कॉइन सिक्के को सन 1933 (१९३३) में चलाया गया था !
डबल इगल गोल्ड कॉइन सिक्के की कीमत क्या है
डबल इगल गोल्ड कॉइन की कीमत आज के समय में मात्र $20 है! लेकिन इसकी नीलामी की बात करें तो इसकी नीलामी करोड़ों में होती है !अगर आपके पास यह सिक्का मौजूद है और आप इस को बेचना चाहते हो तो पुराने सिक्के को कैसे बेचे पढ़ने के लिए क्लिक करें !
मेष राशि वालों के लिए तांबे तो सिंह वालों के लिए सोने का सिक्का पर्स में रखना हो सकता है फायदेमंद
मकर राशि का स्वामी ग्रह शनि होने के कारण इस राशि वालों को अपने पर्स में लोहे का सिक्का रखना शुभ फल देगा। आप चाहें तो अपने घर के मुख्य दरवाजे के आस-पास भी इस सिक्के को लगा सकते हैं। इससे घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहने के साथ-साथ आर्थिक हालात भी सुधरेंगे।
राशि अनुसार इन सिक्कों को रखना माना जाता है शुभ।
हर व्यक्ति अपने बेहतर भविष्य की कामना करता है जिसके लिए वह भरपूर मेहनत भी करता है। लेकिन उसके बावजूद भी कई बार आपकी किस्मत या किसी वजह से आपको तरक्की मिलने में देरी हो जाती है। ज्योतिष अनुसार हर एक राशि का अपना स्वामी ग्रह होता है और अगर आप उसके अनुसार ही कुछ उपाय करेंगे तो इससे आपको शुभ फल प्राप्त होने की संभावना बढ़ जाएगी। यहां आप जानेंगे कि किन राशि वालों को कौन सा सिक्का अपने पर्स या आस-पास की जगह पर रखना होता है शुभ…
मेष राशि: इस राशि के जातकों को अपने पर्स या तिजोरी में तांबे का सिक्का रखना चाहिए। यह सिक्का मंगलवार के दिन अपने पास या लाल धागे में बांधकर अपने गले में पहन सकते हैं। इससे आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।
वृषभ राशि : इस राशि का स्वामी ग्रह शुक्र होता है इसलिए इन लोगों को चांदी का सिक्का अपने पास रखना चाहिए इससे आपको धन की कमी नहीं होगी।
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मिथुन राशि: इन राशि वालों को करियर में उन्नति के लिए कांसे का सिक्का अपने पर्स या जहां भी पैसे रखते हों वहां रखना चाहिए।
कर्क राशि: इस राशि का स्वामी ग्रह चंद्रमा होने के कारण इन लोगों को चांदी का सिक्का रखने से विशेष साभ मिलेगा। रुके हुए काम बनने लगेंगे।
सिंह राशि: ये सूर्य ग्रह की राशि है इसलिए इन लोगों को पीले रंग का सिक्का यानी सोने या पीतल का सिक्का रखना काफी शुभ माना गया है।
कन्या राशि: अगर आप अपने पर्स में चांदी का सिक्का रखेंगे तो इससे आपको करियर में प्रगति मिलेगी।
तुला राशि: तुला राशि के जातकों को नाम और यश बढ़ाने के लिए हमेशा अपने पर्स में चांदी का सिक्का रखना चाहिए।
वृश्चिक राशि: इस राशि के जातक तांबे का सिक्का अपने पर्स, तिजोरी या फिर गले में धारण कर सकते हैं। इससे आपके करियर और वैवाहिक जीवन में आ रही बाधाएं दूर हो सकती है।
धनु राशि: इस राशि के जातकों के लिए सोने या पीतल का सिक्का पर्स में रखना काफी फलदायी साबित होगा। इससे कार्यक्षेत्र में आपको सफलता मिलने के साथ-साथ आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
मकर राशि: इस राशि का स्वामी ग्रह शनि होने के कारण इस राशि वालों को अपने पर्स में लोहे का सिक्का रखना शुभ फल देगा। आप चाहें तो अपने घर के मुख्य दरवाजे के आस-पास भी इस सिक्के को लगा सकते हैं। इससे घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहने के साथ-साथ आर्थिक हालात भी सुधरेंगे।
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कुंभ राशि: इस राशि के लोगों को अपने पर्स में कांसे का सिक्का रखना चाहिए इससे आपको पैसों की कमी नहीं होगी। और हर काम में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
मीन राशि: पीतल या सोने का सिक्का इन राशि वालों के लिए बेहद शुभ माना गया है। इससे आपका स्वास्थ्य और करियर दोनों अच्छा रहेगा।
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