जाहिर है, क्रिप्टो बाजार में कमजोरी एक कारक है। टेरा स्थिर मुद्रा के पतन से निश्चित रूप से अंतरिक्ष में भावना को मदद नहीं मिलेगी।
RBI को मिलेगी डिजिटल करेंसी का फ्रेमवर्क
क्रिप्टोकरेंसी टेक्नोलॉजी (Cryptocurrency technologies) को बढ़ावा देने के लिए सरकार कुछ ढील क्या कॉइनबेस वैध है क्या कॉइनबेस वैध है भी दे सकती है. हालांकि, किने क्रिप्टोकरेंसी में ढील दी जाएगी ये साफ नहीं है. वहीं, बिल की मदद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) को अपनी आधिकारिक डिजिटल करेंसी (Digital Currency) जारी करने के लिए सुविधाजनक फ्रेमवर्क मिलेगा.
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क्रिप्टो में अभी तक क्या हुआ?
क्रिप्टोकरेंसी के रेगुलेशन (Cryptocurrency regulations) के लिए संसद में बिल लाएगी सरकार. बिल में प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Private Cryptocurrency) पर पाबंदी लगाने की चर्चा है. कुछ अपवादों को छोड़कर निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगना तय है. RBI अपनी खुद की डिजिटल करेंसी (Digital Currency) जारी करेगा. दूसरे देशों में देखें तो अमेरिका (US), यूरोप समेत कई बड़े देशों में फिलहाल क्रिप्टो को लेकर कोई रेगुलेशन नहीं है.
El Salvador, क्यूबा और यूक्रेन में क्रिप्टो के लिए अलग कानून है. दुनिया में केवल El Salvador में क्रिप्टोकरेंसी लीगल टेंडर (Cryptocurrency legal tender) है. IMF ने El Salvador में क्रिप्टो को लीगल करेंसी इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताई थी. वहीं, क्रिप्टोकरेंसी पर चीन, इंडोनेशिया, Egypt में पूरी तरह से बैन है. वियतनाम, रूस, ईरान और तुर्की में क्रिप्टो पर आंशिक रूप से बैन किया गया है.
भारत में क्रिप्टो मार्केट का हाल
- भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है.
- भारत में 10 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी है.
- भारत की 7% से ज्यादा जनसंख्या के पास क्रिप्टोकरेंसी मौजूद.
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी में 7 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश.
- क्रिप्टो में निवेश करने वालों की क्या कॉइनबेस वैध है औसतन उम्र 24 साल.
- 60% क्रिप्टो निवेशक टियर II और टियर III शहरों से हैं.
- भारत में छोटे एक्सचेंज के क्या कॉइनबेस वैध है अलावा 16 एक्सचेंज पर क्रिप्टो ट्रेडिंग होती है.
- 65% लोगों ने पहले इन्वेस्टमेंट के तौर पर क्रिप्टो में निवेश किया है.
दुनियाभर में क्रिप्टो निवेशकों की संख्या
देश निवेशक
भारत 10 करोड़
अमेरिका 2.74 करोड़
रूस 1.74 करोड़
नाइजीरिया 1.3 करोड़
एक्सचेंज (प्रतिदिन वॉल्यूम $)
BINANCE $35 अरब
OKEx $10 अरब
COINBASE $7.4 अरब
KRAKEN 200.47 अरब
BITFINEX 200.04 अरब
WAZIRX $27.5 करोड़
COINDCX $11.2 करोड़
ZEBPAY $3.6 करोड़
- हर एक्सचेंज पर चार्जेज अलग-अलग.
- प्रति ट्रेड 0.5-1% की फीस.
- बैंक से वॉलेट में पैसे डालने पर 5-20 रुपए फीस.
- पैसे निकलने के लिए भी देनी होती है फीस.
- AMC फीस 30-300 रुपए प्रति महीने.
क्या है भारत में कानून ?
निम्न स्तर पर कॉइनबेस स्टॉक के खिलाफ मामला
पहला यह है कि COIN स्टॉक को पूरी तरह से कुचल दिया गया क्या कॉइनबेस वैध है है। नवंबर की शुरुआत से शेयरों में 80% से अधिक की गिरावट आई है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि क्रिप्टोक्यूरेंसी की कीमतों में गिरावट ने एक भूमिका निभाई है, लेकिन यह आश्चर्य करना मुश्किल नहीं है कि क्या अचानक घबराया हुआ इक्विटी बाजार कॉइनबेस स्टॉक को डंप करने में बहुत आक्रामक हो गया है।
दूसरा यह है कि COIN स्टॉक अब बेतुका सस्ता लग रहा है। GAAP (आम तौर पर स्वीकृत लेखा सिद्धांत) लेखांकन के आधार पर, पिछले छह महीनों में, कॉइनबेस ने कमाई में प्रति शेयर $ 10 से अधिक उत्पन्न किया है। स्टॉक वर्तमान में $ 65 पर ट्रेड कर रहा है, जो केवल 6x से अधिक के मूल्य-से-आय गुणक का सुझाव देता है। यह पूरे बाजार में सबसे सस्ते पी/ई गुणकों में से एक है।
अमेरिका में कॉइनबेस के भारतवंशी पूर्व अधिकारी के भाई ने स्वीकारा इंसाइडर ट्रेडिंग का आरोप, बनाए 15 लाख डॉलर
कॉइनबेस के पूर्व अधिकारी के भाई ने कुबूली इंसाइडर ट्रेडिंग की बात.
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, यह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा पहला इंसाइडर ट्रेडिंग का मामला हो सकता है. वाही ने यूएस डिस्ट् . अधिक क्या कॉइनबेस वैध है पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : September 13, 2022, 18:16 IST
निखिल वाही के भाई और कॉइनबेस के पूर्व प्रोडक्ट मैनेजर इशान वाही भी मामले में आरोपी हैं.
इन दोनों के अलावा इनका एक भारतीय-अमेरिकी दोस्त समीर रमानी भी आरोपी हैं.
अगर आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो इन्हें 20 साल तक का कारावास हो सकता है.
नई दिल्ली. क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस ग्लोबल के पूर्व प्रोडक्ट मैनेजर इशान वाही के भाई निखिल वाही ने अमेरिका की एक अदालत में कुबूल किया है कि वह इंसाइडर ट्रेडिंग में शामिल थे. अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, यह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा पहला इंसाइडर ट्रेडिंग क्या कॉइनबेस वैध है का मामला हो सकता है.
वाही ने यूएस डिस्ट्रिक्ट जज लोरेट प्रेस्का की अदालत में वर्चुअल पेशी के दौरान कहा कि उन्होंने कॉइनबेस के डेटा से गोपनीय जानकारी हासिल कर ट्रेडिंग की थी. अभियोजन पक्ष का कहना है कि इशान वाही ने अपने भाई और एक अन्य दोस्त समीर रमानी को उन डिजिटल एसेट्स के बारे में जानकारी दी थी जो जल्द कॉइनबेस पर ट्रेड के लिए उपलब्ध होने वाली थीं.
एक्सचेंज (प्रतिदिन वॉल्यूम $)
BINANCE $35 अरब
OKEx $10 अरब
COINBASE $7.4 अरब
KRAKEN 200.47 अरब
BITFINEX 200.04 अरब
WAZIRX $27.5 करोड़
COINDCX $11.2 करोड़
ZEBPAY $3.6 करोड़
- हर एक्सचेंज पर चार्जेज अलग-अलग.
- प्रति ट्रेड 0.5-1% की फीस.
- बैंक से वॉलेट में पैसे डालने पर 5-20 रुपए फीस.
- पैसे निकलने के लिए भी देनी होती है फीस.
- AMC फीस 30-300 रुपए प्रति महीने.
क्या है भारत में कानून ?
- क्रिप्टोकरेंसी के चलते इकोनॉमी में अस्थिरता संभव.
- क्रिप्टो का असर महंगाई और फॉरेक्स पर संभव.
- RBI का जल्द डिजिटल करेंसी लाने का प्रस्ताव.
- निवेशकों के निवेश की सुरक्षा जरूरी.
- क्रिप्टो से जुड़े भ्रामक विज्ञापनों पर रोक जरूरी.
- टेरर फंडिंग, हवाला में क्रिप्टो का इस्तेमाल.
- क्रिप्टो पर रोक संभव नहीं, लेकिन रेगुलेशन जरूरी: स्थायी समिति.
- PM मोदी की तमाम देशों से अपील, गलत हाथों में ना जाए क्रिप्टो.
- RBI और SEBI भी क्रिप्टो के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंतित.
क्रिप्टो के क्या हैं निगेटिव?
क्रिप्टो के क्या हैं पॉजिटिव?
- नए जमाने की एसेट क्लास.
- नई टेक्नोलॉजी पर बना है.
- सरकार या रेगुलेटर का कोई हस्तक्षेप नहीं.
- लेनदेन में प्राइवेसी.
- सरकार या सेंट्रल बैंक का कोई कंट्रोल नहीं.
- गलत कामों में इस्तेमाल की आशंका.
- फ्रॉड और स्कैम के कई मामले.
- बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव.
- ट्रांजैक्शन चार्ज क्या कॉइनबेस वैध है बहुत ज्यादा.
किन बातों पर साफ नियम बनाने की जरूरत
1. किसे पब्लिक या किसे प्राइवेट क्रिप्टो माना जाए?
2. क्या सिर्फ लेनदेन पर लगेगी रोक या निवेश पर भी?
3. जिनके पास क्रिप्टो है उनका क्या होगा?
4. क्रिप्टो को कौन रेगुलेट करेगा?
5. सरकार क्रिप्टो को क्या मानेगी, लेनदेन की करेंसी या निवेश के लिए एसेट?
6. टैक्स कितना लगेगा?
- शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स?
- GST?
- STT?
- कोई टैक्स नहीं?
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