क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना या निवेश करना बहुत ही आसान है। आप इस पांच स्टेप को फॉलो करके निवेश कर सकते है। पर ध्यान रहे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना एक सट्टे के जैसा है। क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी का रेट हमेशा घाटा बढ़ता रहता है। इसलिए इसमें निवेश करने से पहले अच्छी तरह से रिसर्च कर लेनी चाहिए।
Crypto. Com क्या है Crypto. Com In hindi-2022
Crypto. Com आपने भी यह नाम सुन रखा होगा या फिर किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस से सम्बंधित कोई विज्ञापन देखा होगा. इसे Binance के बाद दूसरा ऐसा प्लेटफॉर्म बताया जा रहा है जिसने blockchain पर अपनी क्रिप्टोकरेंसी को लॉन्च किया है अगर आप इस कॉइन के बारे में पहले से जानते है तो आपको इसके बारे में पता होगा
लेकिन अगर आप भी इस कॉइन के बारे में सम्पूर्ण जानकारी चाहते है यह कॉइन क्या है कैसे काम करता है इसे कब लॉन्च किया गया था तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़िएगा.
Crypto. Com क्या है ?
Crypto. Com एक कंपनी है और इसी कंपनी के द्वारा इस कॉइन को बनाया गया था. Crypto. Com एक Decentralized open-Source ब्लॉकचैन है कंपनी ने कॉइन के साथ साथ Crypto. Com के नाम से crypto exchange भी बनाया था. जिस नाम से crypto exchange को बनाया गया था उसी नाम से एक क्रिप्टोकरेंसी को भी लॉन्च किया गया. इसका इस्तमाल इस ब्लॉकचैन और exchange पर किया जाता है लगता आप भी उलझ गए है आइये इसे और आसान भाषा में समझते है
Crypto. Com एक decentralized Open-Source ब्लॉकचैन है जिसे एक कंपनी Crypto. Com द्वारा संचालित किया जाता है इसी कंपनी ने Crypto. Com के नाम से ही एक क्रिप्टोकरेंसी को भी बना दिया. जिसे शार्ट फॉर्म में “CRO´´ कहा जाता है
अगर आपको Crypto. Com समझ में आ गया है. तो आप पोस्ट को आपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे और पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़िएगा .
CRO के संस्थापक कौन है.?
CRO को जून 2016 में Bobby Bao Gary और kris Marszalek Rafael Melo के द्वारा बनाया गया था इसका headquarters सिंगापूर में स्थापित है Marszalek ने Crypto. Com को बनाने से पहले 3 कंपनियों का निर्माण कर चुके है साल 2021 की रिपोर्ट के अनुसार इस कंपनी में आसान क्रिप्टो एक्सचेंजिंग 3000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते है
Crypto. Com को 2016 में 3 लोगो के द्वारा बनाया गया था. शुरुवात में इसका नाम Monaco रखा गया था. 2018 में प्रोफेसर मेट ब्लेज के स्वामित्व वाले डोमेन की खरीद के बाद कंपनी का नाम बदलकर Crypto. Com रख दिया गया.
Crypto. Com कॉइन को Crypto. Com कंपनी के द्वारा लॉन्च किया गया था ज़ब साल 2018 में इस कॉइन को Coinmarketcap की website पर लिस्ट किया गया तो इस कॉइन की क़ीमत सिर्फ ₹ 1 थी इस कॉइन की क़ीमत ज्यादातर स्टेबल ही रहती है और लिस्टिंग के बाद भी इस कॉइन में कोई बड़ा पंप देखने को नहीं मिला था. लिस्टिंग के कुछ समय बाद इस कॉइन की क़ीमत में उछाल देखने को मिला इस उछाल में इस कॉइन की क़ीमत ₹ 7 रूपए के करीब पहुंच गयी थी लेकिन साल 2020 के आते ही इस कॉइन की क़ीमत में काफी हद तक गिरावट आई. ₹ 7 से इस कॉइन की क़ीमत ₹ 2 आसान क्रिप्टो एक्सचेंजिंग हो गयी थी
About of CRO ?
अगर आप यहां तक पहुंच गए है तो मैं उम्मीद करता हु की आपको आसान क्रिप्टो एक्सचेंजिंग Crypto. Com अच्छे से समझ आ गयी होंगी.
इस पोस्ट को लिखते इस कॉइन की Maximum Supply 30 billions से भी अधिक है
इस पोस्ट को लिखते समय Coinmarketcap website के अनुसार इस कॉइन की क़ीमत ₹ 27.54 के आस पास कारोबार कर रही है
फेक क्रिप्टो एक्सचेंज घोटाले से निवेशकों को 1 हजार करोड़ रुपये डूबने का अनुमान, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
डीएनए हिंदी: क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में ट्रेडिंग करना उतना आसान नहीं है जितना कि खरीदना और बेचना. मौजूदा समय में इसके ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म काफी जटिल है और नियामकों से कोई समर्थन नहीं है. फिर भी, इसकी नेचर काफी आकर्षक है और दुनिया भर के निवेशकों ने इस पैसा बनाने वाले बाजार में डीप डाइविंग की है. इसके अलावा भारत में नए क्रिप्टो एक्सचेंजों के जन्म के साथ बाजार का समान रूप से स्वागत किया है और निवेशकों ने इस प्लेटफॉर्म को व्यापार के लिहाज से काफी सहज पाया है. अब सवाल यह है कि क्या होता है जब क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार करने और अपने खाते का प्रबंधन करने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज पर भरोसा करते हैं और वो आपको डबल-क्रॉस करें (Cryptocurrency Fraud). आपकी मेहनत की कमाई को लूटकर ले जाएं. यह मामला कई भारतीय निवेशकों के लिए एक हकीकत है.
क्या P2P के ज़रिए क्रिप्टो में निवेश सुरक्षित है?
क्रिप्टो एक्सपर्ट्स का कहना है कि वर्चुअल डिजिटल एसेट्स में P2P ट्रांजैक्शन उतना ही सुरक्षित है जितना कि दो इंसानों के बीच कोई ट्रांजैक्शन. चौधरी ने कहा, “क्रिप्टो में ऑथेंटिसिटी की कोई समस्या नहीं है, कोई भी आपको नकली बिटकॉइन नहीं बेच सकता है क्योंकि ब्लॉकचेन पर लेनदेन होता है. तो इसमें उतना ही जोखिम है जितना कि दो व्यक्तियों के बीच किसी भी प्रोडक्ट या किसी भी सर्विस के ऑफ़लाइन लेनदेन में होता है. इसमें कोई अतिरिक्त जोखिम नहीं है.”
चंद्र का कहना है, “P2P एक्सचेंजों पर पीयर टू पीयर क्रिप्टो ट्रेडिंग एक एस्क्रो वॉलेट (Escrow Wallet) द्वारा संचालित होती है जहां क्रिप्टो निवेशकों को अपना फंड भेजने की जरूरत होती है. डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजों पर मल्टी-क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट सपोर्ट ऑफर किया जाता है, जिससे निवेशकों के लिए ट्रेड करना आसान हो जाता है.” उन्होंने आगे कहा कि यह ध्यान रखना अहम है कि डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजों पर क्रिप्टो टू क्रिप्टो ट्रेडिंग में एस्क्रो वॉलेट शामिल नहीं है.
क्या सरकार P2P को भी बैन कर सकती है?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार के लिए P2P ट्रांजेक्शन पर प्रतिबंध लगाना आसान नहीं होगा क्योंकि किसी भी सर्विस को खरीदना या बेचना नागरिकों का संवैधानिक अधिकार है. चौधरी ने आगे कहा, “सरकार कुछ भी और सब कुछ पर बैन लगा सकती है… अगर सरकार कल कहती है कि कोई भी व्यक्ति P2P के माध्यम से क्रिप्टो खरीद या बेच नहीं सकता है तो इस मामले को लेकर अदालत या न्यायपालिका का रूख किया जा सकता है, क्योंकि किसी सर्विस को खरीदना या बेचना हमारा संवैधानिक अधिकार है.”
उन्होंने आगे कहा, “सरकार क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं देती है, लेकिन उन्हें अब यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्रिप्टो को लेकर उनकी पॉलिसी क्या है. आरबीआई कहता रहा है कि क्रिप्टो का अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा लेकिन आज तक यह साबित नहीं हो पाया है कि क्रिप्टो का देश के फाइनेंशियल मार्केट और करेंसी पर प्रतिकूल प्रभाव कैसे पड़ रहा है.”
Best Crypto Exchange
How to Understand Crypto Exchange ? Crypto Exchange कैसे समझें ?
- 1 Centralized Exchange
Crypto Trading आवश्यकताओं के लिए सबसे अच्छा एक्सचेंज चुनने के लिए, एक्सचेंजों के प्रकारों को पूरी तरह से समझना महत्वपूर्ण है।केंद्रीकृत विनिमय पहला और सबसे आम प्रकार का विनिमय केंद्रीकृत विनिमय है। इस श्रेणी में आने वाले लोकप्रिय एक्सचेंज कॉइनबेस, बिनेंस, क्रैकेन और जेमिनी हैं। ये एक्सचेंज निजी कंपनियां हैं जो क्रिप्टोकुरेंसी व्यापार करने के लिए प्लेटफॉर्म प्रदान करती हैं। इन एक्सचेंजों को पंजीकरण और पहचान की आवश्यकता होती है, जिसे नो योर कस्टमर (या नो योर क्लाइंट) नियम के रूप में जाना जाता है। सभी के ऊपर सूचीबद्ध एक्सचेंजों में सक्रिय व्यापार, उच्च मात्रा और तरलता है। उस ने कहा, केंद्रीकृत एक्सचेंज बिटकॉइन के दर्शन के अनुरूप नहीं हैं। वे अपने निजी सर्वर पर चलते हैं, जो हमले का एक वेक्टर बनाता है। यदि कंपनी के सर्वर से छेड़छाड़ की जाती है, तो पूरा सिस्टम कुछ समय के लिए बंद हो सकता है। इससे भी बदतर, इसके उपयोगकर्ताओं के बारे में संवेदनशील डेटा जारी किया जा सकता है। बड़े, अधिक लोकप्रिय केंद्रीकृत एक्सचेंज नए उपयोगकर्ताओं के लिए अब तक के सबसे आसान ऑन-रैंप हैं, और उनके सिस्टम के विफल होने पर वे कुछ स्तर का बीमा भी प्रदान करते हैं। हालांकि यह सच है, जब इन एक्सचेंजों पर क्रिप्टोक्यूरेंसी खरीदी जाती है, तो इसे उनके कस्टोडियल वॉलेट में संग्रहीत किया जाता है, न कि आपके अपने वॉलेट में जिसकी चाबी आपके पास होती है। प्रदान किया गया बीमा केवल तभी लागू होता है जब एक्सचेंज की गलती हो। यदि आपका कंप्यूटर और कॉइनबेस खाता, उदाहरण के लिए, समझौता हो जाता है, तो आप अपना धन खो देंगे, और आपके पास बीमा का दावा करने की क्षमता नहीं होगी। यही कारण है कि किसी भी बड़ी रकम को वापस लेना और सुरक्षित भंडारण का अभ्यास करना महत्वपूर्ण है।
क्रिप्टोकरेंसी को अर्जित करने का मुख्य तरीका (Main way to earn cryptocurrency)
जब आपकी क्रिप्टोकरेंसी खरीदते हैं तो या आमतौर पर एक्सचेंज से जुड़ी एक क्रिप्टो वॉलेट में जमा होता है। अगर आप इसे और सुरक्षित स्थान पर ले जाना चाहते हैं तो आप इसे एक्सचेंज से अलग hot wallet या world wallet में ट्रान्सफर कर सकते हैं। इसके लिए आपके राशि के अनुसार एक छोटा सा शुल्क देना पड़ सकता है। इसका दो तरीका है।
गर्म बटुआ (Hot wallet)
हॉट वॉलेट, यह एक ऐसा क्रिप्टो वॉलेट है, जो करेंसी को ऑनलाइन स्टोर करता है। और यह इंटरनेट से जुड़े उपकरणों से जुड़ा होता है। जय की कैंप्यूटर, टेबलेट, फोन पर चलती है। हॉट बुलेट सुविधाजनक है, लेकिन चोरी का उच्चतम जोखिम है क्योंकि यह अभी भी इंटरनेट से जुड़ा हुआ है।
ठंडा बटुआ(Cold wallet)
कोल्ड वॉलेट, यह एक ऐसा क्रिप्टो वॉलेट है। जो इंटरनेट से कनेक्ट नहीं रहता है। जिससे क्रिप्टोकरंसी को रखने के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है। और यह यूएसबी ड्राइव या हार्ड ड्राइव ऐसी बाड़ी उपकरण के रूप में लेते हैं। हालांकि, आपको कोल्ड बोलेट में भी सावधानियां रखनी है।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते समय सावधानियां (Precautions while investing in cryptocurrencies )
अगर कोई वेक्ती क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे है, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। हो सकता है इस सावधानियां बरतने से आपके निवेश करने की प्रक्रिया को एक नई दिशा दे दे।
अगर आप किसी ऐप के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे है। तो उसके बारे में अच्छी तरह से रिसर्च कर लेना की वह सुरक्षति है या नहीं। क्योंकि ज्ञात में बहुत से स्पैमिंग एप मौजूद है।
किसी भी क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने से पहले उस करेंसी की एनालिसास जरूर कर ले। और इस करेंसी के व्यवसायिक की स्थिति के बारे में जान लेना जरूरी है। ताकि सही से निवेश कर सके।
कक्रिपटकरेंसी के फायदे और नुकसान (cryptocurrency Advantages and disadvantages)
फायदा
क्रिप्टोकरंसी एक डिजिटल करेंसी है, जिसेमे धोखाधड़ी की उम्मीद ना के बराबर है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। क्योंकि यह ब्लॉक्चेन पर पर काम करती है।
क्रिप्टोकरेंसी पर कई देश या अथॉरिटी का कंट्रोल नही होता है। जैसे की नॉट बंधी या करेंसी के मूल्य घटने जैसा कोई खतरा नहीं होता है।
अधिकतर क्रिप्टोकरेंसी में वॉलेट उपलब्ध है, जिससे पैसे की लेन देन करना बहुत हीं आसान है। इसमें अधिक पैसे से निवेश करना फायदेमंद है।क्योंकि इसकी प्राइज आसान क्रिप्टो एक्सचेंजिंग बहुत तेजी से ग्रोथ कर रहा है।
क्रिप्टोकरेंसी पर किसी देश का कंट्रोल नही है, इसका मतलब यह तय है की हम देश के बाहर कितने भी पैसे भेज और मगवा सकते है इससे सरकार को पता नहीं चलेगा।
नुक्सान
इसका उपयोग गलत कामों के लिए, जैसे हाथियार खरीदना, ड्रग्स सप्लाई और कलाबाजार आसानी से किया जा सकता है।
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