70% कारोबारियों को होगा फायदा, 5,200 करोड़ के राजस्‍व का हो सकता है नुकसान
उद्योग छोटे व्यापारियों के लिए जेटली की योजना मंडल CII के अनुसार, जीएसटी काउंसिल की इस पहल से पंजीकृत 1.17 करोड़ कारोबारियों में से करीब 70 प्रतिशत का फायदा होगा. सूत्रों ने कहा कि यदि सभी राज्यों द्वारा छूट सीमा दोगुनी करने के फैसले को लागू किया जाता है तो इससे सालाना 5,200 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान होगा.

 arun jaitely

भारत के छोटे कारोबारियों को बड़ी राहत : 20 लाख से बढ़ाकर 40 लाख रुपये तक की गयी जीएसटी छूट की सीमा

नयी दिल्ली : छोटे कारोबारियों को राहत देते हुए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद ने गुरुवार को जीएसटी छूट सीमा को बढ़ाकर दोगुना कर दिया. अब यह सीमा 40 लाख रुपये होगी. इसके अलावा, अब 1.5 करोड़ रुपये तक का कारोबार करने वाली इकाइयां एक फीसदी दर से जीएसटी भुगतान की कम्पोजिशन योजना का लाभ उठा सकेंगी. यह व्यवस्था एक अप्रैल से प्रभावी होगी. पहले एक करोड़ रुपये तक के कारोबार को यह सुविधा प्राप्त थी.

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी परिषद की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि छोटे कारोबारियों के लिए जीएसटी से छूट सीमा को 20 लाख से बढ़ाकर 40 लाख रुपये वार्षिक कर दिया है, जबकि पूर्वोत्तर राज्यों में इसे बढ़ाकर 20 लाख रुपये किया गया है. पूर्वोत्तर राज्यों के व्यवसायियों के लिए पहले यह सीमा 10 लाख रुपये थी. सूत्रों ने कहा कि यदि सभी राज्यों द्वारा छूट सीमा दोगुनी करने के फैसले को लागू किया जाता है, तो इससे सालाना 5,200 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान होगा.

Union Budget: जेटली की पोटली से छोटे व्यापारी नाखुश

जबलपुर। पूरा देश सोमवार को केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर निहार रहा था। इस उम्मीद के साथ कि उनकी पोटली में कुछ ऐसे उपहार निकलेंगे, जो आमो-खास के साथ देश के विकास को भी गति देंगे। पत्रिका ऑनलाइन के टॉक शो में प्रबुद्धजनों ने माना कि बजट भविष्य की बेहतर संभावनाओं पर आधारित है, लेकिन योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर अब भी संदेह है। कृषि क्षेत्र व फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में सौ फीसदी एफडीआई को भी लोगों ने अलग-अलग नजर से देखा। सर्विस टैक्स में बढ़ोत्तरी को महंगाई का सूत्र माना। यह बात भी स्वीकार की कि सरकार की विकास की कल्पना अच्छी है। कम से कम कृषि पर आधारित महाकौशल और जबलपुर क्षेत्र को लाभ होगा।

कौशल विकास और स्टार्टअप जैसी योजनाएं ठीक हैं। जबलपुर अंचल में दशकों से बीमार पड़ीं दाल मिलों और फूड प्रोसेसिंग इकाईयों को नई ऊर्जा मिलेगी। किसान फिर भी खुश हैं, लेकिन उद्यमियों का मानना है कि उद्योगों से संबंधित कानूनी व प्रसाशनिक जटिलताओं को कम करने के लिए सार्थक पहल नहीं की गई। कहीं ऐसा न हो एफडीआई का सपना परम्परागत व्यवसायों से जुड़े छोटे-छोटे रोजगारियों की जीविका और उनकी नींद छीन ले। हर चीज दायरे में और बेहतर देखरेख में होनी चाहिए।

छोटे कारोबारियों को मिली GST Council ने दी बड़ी राहत, अब इन्‍हें भी मिली GST से छूट

GST Council (छोटे व्यापारियों के लिए जेटली की योजना वस्‍तु एवं सेवा कर परिषद) ने छोटे कारोबारियों को बड़ी दी है. जीएसटी काउंसिल ने GST से छूट की सीमा को दोगुना कर 40 लाख रुपये कर दिया है.

छोटे कारोबारियों को GST में बड़ी राहत (फोटो: Reuters)

GST Council (वस्‍तु एवं सेवा कर परिषद) ने छोटे कारोबारियों को बड़ी दी है. जीएसटी काउंसिल ने GST से छूट की सीमा को दोगुना कर 40 लाख रुपये कर दिया है. इसके अलावा, अब 1.5 रुपये तक का कारोबार करने वाली इकाइयां 1% की दर से GST भुगतान की कम्पोजिशन योजना का लाभ उठा सकेंगी. यह व्यवस्था 1 अप्रैल से प्रभावी होगी. पहले 1 करोड़ रुपये तक के कारोबार पर यह सुविधा प्राप्त थी.

जीएसटी: छोटे व्यापारियों और ज्वैलर्स को मिली बड़ी राहत, निर्यातकों को मिलेगा ई-वॉलेट

Updated: October 6, 2017 8:36 PM IST

Govt revokes GST notification on gems and jewelry | जीएसटी: छोटे व्यापारियों और ज्वैलर्स को मिली बड़ी राहत

जीएसटी काउंसिल की अहम बैठक पर आज सबकी निगाहें थीं. हुआ वही जिसकी उम्मीद जताई जा रही थी. बैठक में छोटे कारोबारियों, ज्वैलरों को राहत देने वाले कई फैसले लिए गए. बैठक की अध्यक्षता वित्त मंत्री अरुण जेटली ने की. इसके बाद उन्होंने विस्तार से बताया कि बैठक मेंं क्या क्या चर्चा हुई.

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सरकार के फैसले

-सरकार ने गहनों और जवाहरातों पर से जीएसटी हटा लिया है. बाद में इसे लेकर नया नोटिफिकेशन जारी किया छोटे व्यापारियों के लिए जेटली की योजना जाएगा. इसके साथ ही फैसला ये भी लिया गया कि अगर कोई व्यक्ति 50 हजार रुपये से ज्यादा की ज्वैलरी लेता है तो उसे पैन या आधार कार्ड जमा करने की जरूरत नहीं होगी.

-एक महत्वपूर्ण फैसला ये भी लिया गया कि जवाहरातों-गहनों और ऐसी ही दूसरी चीजों का व्यापार करने वाले जिनका टर्नओवर 2 करोड़ से ज्यादा का है, वे मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत नहीं आएंगे.

-सूत्रों के मुताबिक जीएसटी व्यवस्था में कंपोजिशन योजना के तहत कारोबार सीमा 75 लाख रुपये से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये की गई.

-राज्यों के वित्त मंत्रियों ने बताया कि जीएसटी परिषद ने 1.5 करोड़ रुपये तक के कारोबार वाले लघु और मझोले उद्यमों को मासिक के बजाए तिमाही रिटर्न भरने की अनुमति दी.

मुद्रा बैंक योजना

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छोटे कुटीर उद्योगों के लिए मुद्रा बैंक योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana)विवोचन किया |मुद्रा योजना छोटे व्यापार को मदद देने के लिए शुरू की गई योजना हैं | वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2015 के बजट के तहत इस मुद्रा बैंक योजना में 20 हजार करोड़ रुपये के फंड एवम 3 हजार करोड़ रूपये क्रेडिट की घोषणा की हैं | अरुण जेटली ने स्पष्ट किया कि मुद्रा योजना एक सही तरीका हैं जरूरत मंदों के लिए वित्तीय मदद का “Funding the unfunded”| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा मुद्रा योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) से छोटे उद्यमियों को फायदा होगा | यह ‘माइक्रोफाइनेंस संस्थाओं (MFI/एमएफआई) छोटे उद्योगों के लिए एक नियामक के रूप में कार्य करेगा| मुद्रा बैंक योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) का मुख्य उद्देश्य छोटे उद्योगों को साहुकारो की सूतखोरी से बचाना हैं |इस योजना के तहत कुटीर उद्योगपति आसानी से बैंक से लोन ले सकेंगे | मुद्रा योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) के तहत उद्योग संबंधी प्रशिक्षण एवम व्यापार की छोटी छोटी बाते भी बताई जाएँगी जिससे उद्योगपति अपने व्यापार को बढ़ा सके | मुद्रा बैंक योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) का अहम् कारण प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में स्पष्ट किया उन्होंने कहा बड़े उद्योग सवा करोड़ जनता को रोजगार देते हैं बल्कि छोटे लघु उद्योग बारह करोड़ जनता को रोजगार देते हैं |अगर ऐसे लघु उद्योगों को आर्थिक सहायता दी जाये तब वे उन्नति करेंगे जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे | इस दिशा में मोदी ने गुजरात का उदहारण दिया गुजरात में पतंग व्यापार को थोड़ी मदद देने से वह व्यापार पांचसों करोड़ से पैतीसो करोड़ तक पहुँच गया | मुद्रा योजना Prdhan Mantri MUDRA Bank Yojana In Hindi मुद्रा योजना (Prdhan Mantri MUDRA Bank Yojana) का अर्थ हैं माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट रिफाइनेंस एजेंसी (Micro Units Development Refinance Agency) जिसे MUDRA कहा गया छोटे अर्थ में मुद्रा मतलब धन से हैं यही इस योजना का मुख्य बिंदु हैं कुटीर उद्योगों को धन की सहायता | योजना की स्थापना Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana : मुद्रा बैंक योजना 8 अप्रैल 2015 को घोषित की गई हैं मुद्रा बैंक वैधानिक अधिनियम के अंतर्गत स्थापित किया गया हैं जिसमे कुटीर उद्योगों के विकास की ज़िम्मेदारी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना बैंक की होगी | मुद्रा बैंक योजना का लक्ष्य Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana Motive In Hindi छोटे कुटीर उद्योगों को बैंक से आर्थिक मदद आसानी से नहीं मिलती वे बैंक के नियमो को पूरा नहीं कर पाते इस कारण वे उद्योगों को बढ़ाने में असमर्थ होते है इसलिए मुद्रा बैंक योजना शुरू की जा रही हैं जिसका मुख्य लक्ष्य युवा पढ़े छोटे व्यापारियों के लिए जेटली की योजना लिखे नौजवानों के हुनर को मजबूत धरातल देना हैं साथ ही महिलाओं को सशक्त बनाना हैं |मुद्रा बैंक छोटे व्यापारियों के लिए जेटली की योजना योजना की पात्रता Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana Eligibility In Hindi : मुद्रा बैंक योजना के तहत हर वो व्यक्ति जिसके नाम कोई कुटीर उद्योग हैं या किसी के साथ पार्टनरशीप के सही दस्तावेज हो या कोई छोटी सी लघु यूनिट हो वे इस मुद्रा बैंक योजना के तहत ऋण ले सकता हैं | मुद्रा बैंक योजना के तहत लोन/ ऋण का प्रावधान Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana Loan Facility In Hindi मुद्रा बैंक योजना के तहत छोटे उद्योगों एवम दुकानदारो को ऋण की सुविधा तीन चरणों में दी गई हैं | शिशु ऋण योजना: कुटीर उद्योग की शुरुवात के समय मुद्रा बैंक के तहत पचास हजार के ऋण का प्रावधान हैं | किशोर ऋण योजना : इसमें ऋण की राशि पचास हजार से पांच लाख तक की जा सकती हैं | तरुण ऋण योजना : इसमें पाँच से दस लाख तक का ऋण लिया जा सकता हैं | मुद्रा बैंक योजना के लाभ Benefits Of Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana इस योजना के कारण छोटे व्यापारियों का हौसला बढेगा जिससे देश का आर्थिक विकास होगा | इस योजना के कारण पढ़े लिखे नौ जवानो को रोजगार मिलेगा और उनका हुनर भी निखर कर सामने आएगा | बड़े उद्योग केवल सवा करोड़ लोगो को रोजगार देते हैं लेकिन कुटीर उद्योग 12 करोड़ लोगो को | ऐसे उद्योगों को बढ़ावा देने से देश का पैसा देश में ही रहेगा और आर्थिक विकास होगा | नयी नयी गतिविधियों का संचार होगा | छोटे व्यापारियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा जिससे प्रतियोगिता की भावना उत्पन्न होगी जो कि उनकी उन्नति में सहायक होगा | देश का विकास अमीरों के विकास से नहीं अपितु गरीबो के विकास से होता हैं अत : इस दिशा में मुद्रा बैंक योजना एक अहम् फैसला हैं | मुद्रा बैंक योजना की सोच बांग्लादेश देश के प्रोफ़ेसर युनूस की हैं जिसे उन्होंने वर्ष 2006 में लागु किया था जिससे कुटीर उद्योग का विकास हुआ जिसके बाद अन्तराष्ट्रीय स्तर पर युनूस सहाब की प्रशंसा की गई | अब वर्ष 2015 में मुद्रा बैंक योजना देश में लागु की गई हैं भारी त्रासदी के बाद देश को स्थिर करने के लिए कई योजनाये लागु की गई हैं जिनमे अहम् हैं : क्रमांक योजना का नाम 1 प्रधानमंत्री मुद्रा (माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट रिफाइनेंस एजेंसी)बैंक योजना 2 राष्ट्रीय निवेश और इन्फ्रास्ट्रक्चर फण्ड 3 स्व-रोजगार और प्रतिभा उपयोगिता 4 वन बंधू कल्याण योजना 5 प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना 6 प्रवासी कौशल विकास योजना 7 परम्परागत कृषि विकास योजना 8 राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना 9 कोशन विकास योजना 10 अटल योजना 11 प्रधानमंत्री जन धन योजना 12 सुकन्या समृधि योजना 13 बेटी बचाओ, बेटी पढाओ 14 नयी मंजिल योजना इस तरह की कई योजनाये देश के विकास के लिए चलाई जा रही हैं | इनके बारे में जानकारी ले कर इनका हिस्सा बने | Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana In Hindi योजना के मुख्य उद्देश्य को समझे एवम लाभ ले |

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