मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस
Price is for informational purposes only and the same may be subject to change. For details, please go through the T&C.
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस जैसे E Rickshaw
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस के मुख्य स्पेसिफिकेशन
रेंज | 110 |
मोटर टाइप | इलेक्ट्रिक मोटर |
नंबर ऑफ़ टायर | 3 |
पेलोड | 400 |
चेसिस टाइप | केबिन के साथ चेसिस |
बॉडी ऑप्शन | फुली बिल्ट |
गोल्ड एसएस e-rickshaw माइलेज (वेरिएंट्स)
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस स्पेसिफिकेशन
नंबर ऑफ़ टायर | 3 |
पावर | - |
जीवीडब्ल्यू | - किग्रा |
माइलेज | - किमी/लीटर |
इंजन | - सीसी |
ईंधन टैंक | - लीटर |
पेलोड | 400 किग्रा |
चेसिस टाइप | केबिन के साथ चेसिस |
गोल्ड एसएस के विकल्प की की तुलना करें
गोल्ड एसएस यूजर रिव्यू
अभी रेटिंग दें
अधिक ऑप्शंस एक्स्प्लोर करें
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस e-rickshaw की यूटिलिटी
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस पर पूछें जाने वाले प्रश्न
- कीमत
- लोडिंग
- स्पेसिफिकेशन
- केबिन टाइप
New Delhi में मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस की कीमत क्या है?
E Rickshaw की प्राइस राज्यों और शहरों में लगने वाले स्थानीय करों के हिसाब से अलग अलग हो सकती है. New Delhi में मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस की कीमत से ₹1.00 लाख है.
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस के लिए मासिक ईएमआई कितनी होगी?
किसी भी E Rickshaw के लिए मासिक ईएमआई उसकी पर्चेज़ प्राइस, डाउन पेमेंट और उपलब्ध लोन जैसे तत्वों पर निर्भर करती है.मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस के लिए मासिक ईएमआई 5 साल के लिए 10.5% की ब्याज पर ₹1,934.00 रुपये और डाउन पेमेंट ₹10,000.00 रुपये देय होगा.
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस की पे-लोड कैपेसिटी कितनी है?
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस की फ्यूल टैंक कैपेसिटी कितनी है?
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस की फ्यूल कैपेसिटी - लीटर है.ट्रक्सदेखो पर मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस के स्पेसिफिकेशन से जुड़ी पूरी जानकारी विस्तृत से देखें.
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस का जीवीडब्ल्यू कितना है?
किसी E Rickshaw के कर्ब वेट और पे-लोड को जीवीडब्ल्यू कहा जाता है. मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस गोल्ड मिनी विकल्प का जीवीडब्ल्यू - किग्रा है.
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस की इंजन कैपेसिटी कितनी है?
किसी E Rickshaw की अधिकतम पावर और अधिकतम टॉर्क को इंजन कैपेसिटी कहा जाता है.गोल्ड एसएस की अधिकतम पावर - , अधिकतम टॉर्क - और इंजन कैपेसिटी - सीसी है.
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस का व्हीलबेस कितना है?
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस की ग्रेडेबिलिटी कितनी है?
किसी E Rickshaw के चढ़ाई चढ़ने की क्षमता को ग्रेडेबिलिटी कहा जाता है.पहाड़ी क्षेत्र में अच्छी ग्रेडेबिलिटी वाले ट्रक सामान समेत चढ़ाई चढ़ सकते हैं.मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस की ग्रेडेबिलिटी - % है.
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस की बॉडी और चेसिस का कॉन्फिगरेशन कितना है?
मिनी मेट्रो गोल्ड एसएस फुली बिल्ट ऑप्शन में उपलब्ध है. गोल्ड एसएस का केबिन टाइप डे केबिन है और चेसिस टाइप केबिन के साथ चेसिस है.
नेचर गोल्ड मिनी गार्डन टूल्स
सामान्य प्रश्न
आपका जवाब नहीं मिला?
हमारी ग्राहक सेवा को आपकी मदद करने में खुशी होगी।
हाल में ही देखा गया
हाल में ही देखा गया
सामाजिक मीडिया पर हमारा अनुसरण करें!
हमारे बारे में
कृषि उत्पाद और मशीनरी ऑनलाइन किसानशॉप पर। हम बीज, पौध पोषण, पौध संरक्षण और कृषि उपकरणों की एक गोल्ड मिनी विकल्प विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं। तेजी से शिपिंग, आसान भुगतान विकल्प, त्वरित प्रतिक्रिया।
- email contact@kisanshop.in
- phone 7229858082
त्वरित सम्पक
हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता
नवीनतम समाचार, अपडेट और विशेष ऑफ़र सीधे आपके इनबॉक्स में प्राप्त करने के लिए हमारी ग्राहक सूची में शामिल हों।
BSE ने की गोल्ड मिनी और सिल्वर किलो ऑप्शंस ट्रेडिंग की शुरुआत, खुदरा कारोबारियों को मिलेगा फायदा
कमोडिटी मार्केट के भागीदारों को नए उत्पादों की पेशकश करने की कोशिशों के तहत बंबई शेयर बाजार (बीएसई) ने सोमवार को सर्राफा धातुओं सोने और चंदी में छोटी लॉट के कॉन्ट्रैक्ट्स में विकल्प (डेरिवेटिव).
कमोडिटी मार्केट के भागीदारों को नए उत्पादों की पेशकश करने की कोशिशों के तहत बंबई शेयर बाजार (बीएसई) ने सोमवार को सर्राफा धातुओं सोने और चंदी में छोटी लॉट के कॉन्ट्रैक्ट्स में विकल्प (डेरिवेटिव) गोल्ड मिनी विकल्प कारोबार शुरू किया। इसमें गोल्ड मिनी और सिल्वर किलो जैसे अनुबंधों के ऑप्शंस सौदे शामिल हैं। नेशनल स्टॉक एकसचेंज (एनएसई) में गोल्ड मिनी में 8 जून से विकल्प कारोबार की शुरुआत होगी।
एक्सचेंज के बयान के अनुसार 100 ग्राम वर्ग में 'गोल्ड मिनी' और चांदी में 'सिल्वर किलो' अनुबंध की शुरुआत की गई। ऑप्शंस सौदों के माध्यम से वायदा कारोबारियों को अपनी भविष्य की कीमतों में घट-बढ़ से बचाव के लिए ओट मिल जाती है। इसमें अनुबंध के धारक अथवा खरीदार माल पूर्व निर्धारित दाम पर अन्य पक्ष को खरीद अथवा बेच सकता है।
पूंजी बाजार नियामक सेबी के पूर्णकालिक सदस्य एस.के. मोहंती ने इन नए ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि इस तरह के अनुबंध शुरू करने का यह सही समय है।
बंबई शेयर बाजार (बीएसई) के प्रबंध निदेशक और सीईओ अशीष कुमार चौहान ने इस अवसर पर कहा, ''बीएसई कमोडिटी के प्लेटफॉर्म पर माल अनुबंध में ऑप्शंस कारोबार की शुरुआत से छोटे आभूषण विक्रेताओं, खुदरा कारोबारियों को मूल्य जोखिम को कम करने में काफी मदद मिलेगी।" बीएसई के चीफ बिजनेस ऑफिस समीर पाटिल ने कहा कि ये अनुबंध डिलिवरी वाले अनुबंध होंगे और इनकी समाप्ति के समय माल की भौतिक डिलीवरी होने के साथ ही सौदे समाप्त हो जाएंगे।
Dhanteras 2022: धनतेरस दिवाली पर इन 7 तरीकों से खरीदिए सोना, देखकर आप भी कहेंगे वाह!
Dhanteras 2022 Offer: गोल्ड ईटीएफ(Gold ETF), ई-गोल्ड, गोल्ड म्युचुअल गोल्ड मिनी विकल्प फंड (Gold MF), गोल्ड ट्रेडेड फंड, गोल्ड क्वाइन स्कीम, गोल्ड ऑप्शंस एंड फ्यूचर्स, गोल्ड क्वाइन स्कीम और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB) में भी निवेश किया जा सकता है।
Written By: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Published on: October 22, 2022 12:53 IST
Photo:FILE dhanteras 2022
Highlights
- परंपरागत रूप से हम दिवाली के दिन सोने या चांदी के सिक्के या गहने खरीदते हैं
- सोने के आभूषणों के साथ सुरक्षा का संकट होता है
- आज के डिजिटल जमाने में आपके पास सोने में निवेश के कई और भी विकल्प हैं
Dhanteras 2022: आज धनतेरस (Dhanteras) है। साल में इस दिन को खरीदारी के लिए सबसे शुभ और सौभाग्य लाने वाला माना जाता है। इस दिन दिवाली पूजन के लिए लोग सोने चांदी (Gold Silver) आदि की खरीदारी करते हैं। आपने भी धनतेरस और दिवाली की शॉपिंग की तैयारियां शुरू हो गई होंगी। यूं तो हम दिवाली पर बहुत सी चीजें खरीदते हैं, लेकिन धनतेरस पर सोने की खरीदारी सबसे शुभ मानी जाती है। सोने (Gold) को भविष्य की सुरक्षा के लिए एक सुरक्षित निवेश भी माना जाता है। इसीलिए परंपरागत रूप से हम दिवाली के दिन सोने या चांदी के सिक्के या गहने खरीदते हैं।
निवेश (Investment) की दृष्टि से देखा जाए तो गहने ज्यादा बेहतर साधन नहीं माने जाते हैं। गोल्ड मिनी विकल्प ऐसा इसलिए क्योंकि जब आप गहना खरीदते हैं तो उसमें उसकी बनवाई की लागत शामिल होती है। लेकिन बिक्री के वक्त सोने को गला कर उसकी मूल कीमत ही अदा की जाती है। वहीं यदि आप किसी बैंक या आनलाइन स्टोर गोल्ड मिनी विकल्प से सोने का सिक्का खरीदते तो उसमें भी बनवाई शामिल होती है। दूसरी बात यह कि बैंक आपसे यह सोने का सिक्का वापस खरीदता नहीं है। साथ ही सोने के आभूषणों के साथ सुरक्षा का संकट होता है। घर में चोरी होने का डर वहीं बैंक में लॉकर खोलने के लिए आपके मोटी फीस भी अदा करनी होती है। ऐसे में आज के डिजिटल जमाने में आपके पास सोने में निवेश के कई और भी विकल्प हैं। जो सुरक्षित भी हैं और फायदेमंद भी।
सोने में निवेश के विकल्प
सोने में निवेश का सबसे सीधा तरीका सीधे सोना खरीदना है। आप सोने के छड़, सिक्के या आभूषण खरीद सकते हैं। निवेश के लिहाज से सोने के सिक्के या छड़ अधिक आकर्षक हैं। इसके अलावा गोल्ड ETF, ई-गोल्ड, गोल्ड म्युचुअल फंड (Gold MF), गोल्ड ट्रेडेड फंड, गोल्ड क्वाइन स्कीम, गोल्ड ऑप्शंस एंड फ्यूचर्स, गोल्ड क्वाइन स्कीम और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (एसजीबी) में भी निवेश किया जा सकता है।
1- गोल्ड ईटीएफ
म्यूचुएल फंड की तरह ही गोल्ड ईटीएफ के यूनिट्स डीमैट अकाउंट के जरिए खरीदे या बेचे जा सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ में 99.9 फीसदी शुद्धता का सोना होता है, जिससे निवेशकों को क्वॉलिटी की चिंता नहीं करनी पड़ती है। इसके अलावा गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने से सोने की चोरी का जोखिम भी नहीं रहता है। साथ ही, गोल्ड ईटीएफ में छोटी रकम भी निवेश की जा सकती है।
2- ई-गोल्ड
नेशनल स्पॉट एक्सचेंज (National Spot Exchange) ने निवेशकों को सोने में समेत कई कमोडिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में खरीदने का विकल्प दिया है। ई-गोल्ड को सुबह 10 बजे से रात 11:30 बजे तक खरीदा-बेचा जा सकता है। ई-गोल्ड की 1 यूनिट 1 ग्राम सोने के बराबर होती है। ई-गोल्ड में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट का होना जरूरी है।
3- गोल्ड फंड और फंड ऑफ फंड्स
गोल्ड फंड भी म्यूचुअल फंड की तरह फंड हाउसेज द्वारा चलाए जाते हैं। गोल्ड फंड में निवेश करने के लिए निवेशकों के पास डीमैट अकाउंट होना जरूरी नहीं है। फंड ऑफ फंड्स के तहत निवेशक ऐसे म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं, जिसकी पूंजी गोल्ड ईटीएफ में लगाई जाती है।
4- गोल्ड क्वाइन स्कीम
सोने के सिक्के जूलर, बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों और ई-कॉमर्स वेबसाइटों से खरीदे जा सकते हैं। सरकार ने भी खास सोने के सिक्के लॉन्च किए हैं। इनमें एक तरफ अशोक चक्र और दूसरी ओर महात्मा गांधी की तस्वीर है। ये सिक्के 5 और 10 ग्राम में उपलब्ध हैं। सोने की छड़ 20 ग्राम में आती है। इंडियन गोल्ड क्वाइन और बार 24 कैरेट में आते हैं। इनकी बीआईएस स्टैंडर्ड के अनुसार हॉलमार्किंग होती है। इन सिक्कों का वितरण पंजीकृत एमएमटीसी आउटलेट, बैंक की शाखाओं और डाकघरों के जरिए होता है।
5- गोल्ड सेविंग स्कीम
गोल्ड या जूलरी सेविंग स्कीम दो तरीके की होती हैं। एक आपको हर महीने एक निश्चित गोल्ड मिनी विकल्प गोल्ड मिनी विकल्प अवधि के लिए तय रकम जमा करने की अनुमति देती है। इस अवधि के खत्म होने पर आप जमा किए गए मूल्य के बराबर सोना खरीद सकते हैं। इसमें बोनस रकम शामिल होती है।
6- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी)
पेपर गोल्ड खरीदने का यह एक और विकल्प है। इन्हें सरकार जारी करती है। ये हर समय खरीदने के लिए उपलब्ध नहीं होते गोल्ड मिनी विकल्प हैं। बजाय इसके सरकार इन्हें खरीदने के लिए थोड़े-थोड़े समय पर विंडो खोलती है। अक्सर 2-3 महीने में यह विंडो खुलती है। एक हफ्ते तक यह खुली रहती है, इसी दौरान एसजीबी खरीदने का मौका रहता है।
7- डिजिटल गोल्ड
अब आप सोने के सिक्के, बार और जूलरी ऑनलाइन खरीद सकते हैं। पेटीएम के मोबाइल वॉलेट पर 'डिजिटल गोल्ड' की पेशकश की जा रही है। स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया अपनी वेबसाइट पर 'गोल्डरश' की पेशकश कर रहा है। मोतीलाल ओसवाल ने मी-गोल्ड लॉन्च किया है। इन सभी की पेशकश एमएमटीसी-पीएएमपी के साथ गठजोड़ में की जा रही है। एमएमटीसी-पीएएमपी सार्वजनिक क्षेत्र की एमएमटीसी और स्विटजरलैंड की पीएएमपी के बीच ज्वाइंट वेंचर है।
कैसे चुनें विकल्प?
बार या सिक्कों के रूप में फिजिकल सोना खरीदने की शुरुआती लागत लगभग 10 फीसदी है। आभूषणों के लिए यह इससे भी अधिक है। एसजीबी और गोल्ड ईटीएफ लागत किफायती गोल्ड मिनी विकल्प हैं। एसजीबी में कोई एंट्री कॉस्ट नहीं है। एसजीबी उनके लिए फायदेमंद है जो लंबी अवधि के लिए सोने में निवेश करना चाहते हैं। कारण है कि इनकी मैच्योरिटी 8 साल बाद होती है। हालांकि, लॉक-इन अवधि 5 साल में खत्म हो जाती है। वैसे गोल्ड ईटीएफ में एसजीबी के मुकाबले ज्यादा बेहतर लिक्विडिटी होती है।
क्या आपको डिजिटल गोल्ड में लगाना चाहिए पैसा?
मोतीलाल ओसवाल ने मी-गोल्ड लॉन्च किया है। यह एक डिजिटल गोल्ड स्कीम है, जिसके तहत गोल्ड को एमएमटीसी-पैंप द्वारा मोतीलाल ओसवाल डिजिटल प्लैटफॉर्म से बेचा जाएगा। इससे इन्वेस्टर्स को 500 रुपये और इसके बाद 1 रुपये के मल्टिपल में मोबाइल गोल्ड मिनी विकल्प ऐप और वेब प्लैटफॉर्म पर गोल्ड को खरीदने का मौका मिलेगा।
एसएलजी जूलर्स के डायरेक्टर और डिजाइनर प्रीतेश गोयल ने कहा, 'मी-गोल्ड ऑनलाइन ट्रेडिंग को प्रमोट करता है, लेकिन गोल्ड के ट्रेडिशनल बायर्स ज्यादातर 40-60 साल की आयु वर्ग के हैं और ये फिजिकल मार्केट्स को तरजीह देते हैं।' गोल्ड की कीमतें गुजरे वक्त में 30,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर स्थिर रही हैं। ऐसे में अगर आप इस स्कीम में पैसा लगाकर फायदे की सोच रहे हैं तो आपको कम रिटर्न से संतोष करना पड़ सकता है। अनुशासित इन्वेस्टर्स को गोल्ड ईटीएफ चुनना चाहिए क्योंकि ये गोल्ड-मी स्कीम के मुकाबले सस्ते पड़ते हैं।
मनीष कोठारी के मुताबिक, 'इस स्कीम की खामी यह है कि आपको खरीदारी के पांच साल के भीतर गोल्ड मिनी विकल्प अनिवार्य तौर पर या तो गोल्ड को बेचना पड़ता है या फिर गोल्ड की फिजिकल डिलीवरी लेनी पड़ती है। साथ ही 18 महीने तक किसी ट्रांजैक्शन की गैरमौजूदगी में अकाउंट को डीऐक्टिवेट कर दिया जाता है। इस मोर्चे पर गोल्ड ईटीएफ या गोल्ड फंड्स ज्यादा मुफीद साबित होते हैं।'
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म. पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 211