इन दोनों सूचकाकों को तय करने वाला सबसे बड़ा फैक्टर है कंपनी का प्रदर्शन. अगर कंपनी अच्छा परफॉर्म करेगी तो लोग उसके शेयर खरीदना चाहेंगे और शेयर की मांग बढ़ने से उसके दाम बढ़ेंगे. अगर कंपनी का प्रदर्शन खराब रहेगा तो लोग शेयर बेचना शुरू कर देंगे और शेयर की कीमतें गिरने लगती हैं.
Share Market Tips : इन शेयरों में देखने को मिल रही भारी खरीदारी, आपके लिए शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या होता है शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या होता है भी हो सकता है मुनाफा कमाने का अच्छा मौका
इन शेयरों में देखने को मिल रहा प्राइस वॉल्यूम ब्रेकआउट
नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक के एमपीसी के फैसले और मिश्रित वैश्विक संकेतों के चलते बाजार आज हरे रंग में खुला। आरबीआई द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी करने के बाद भी बाजार में मामूली तेजी देखने को मिली। इस आर्टिकल में हम उन शेयरों की लिस्ट लेकर आए हैं, जिनमें प्राइस वॉल्यूम ब्रेकआउट देखने को मिला है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तीन दिवसीय मौद्रिक नीति बैठक के फैसले जारी होने के बाद भी निफ्टी-50 में मामूली तेजी ही देखने को मिली।
उम्मीदों के शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या होता है मुताबिक बढ़ी ब्याज दर
निवेशकों को शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या होता है रेपो रेट में 35 से 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी की उम्मीद थी। आरबीआई ने उम्मीदों के अनुरूप ही रेपो दर में 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। शुक्रवार को घोषित होने वाले एनएफपी (नो फार्म पेरोल) के शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या होता है आंकड़ों से पहले अमेरिकी बाजारों ने कमाई के ताजा नतीजों को पचा लिया। नतीजतन, प्रमुख अमेरिकी सूचकांकों में मिश्रित सत्र देखा गया।
अधिकतर सेक्टोरल सूचकांक हरे निशान पर
खबर लिखते समय निफ्टी-50 51.75 अंक (0.3%) बढ़कर 17,433.75 पर कारोबार कर रहा था। सेक्टोरल मोर्चे पर देखें, तो अधिकतर सेक्टर हरे रंग में कारोबार करते दिखे। वहीं, व्यापक सूचकांकों ने निफ्टी मिड-कैप शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या होता है इंडेक्स (0.37%) और निफ्टी स्मॉल-कैप इंडेक्स (0.58%) के साथ फ्रंटलाइन इंडेक्स के मुकाबले मिश्रित प्रदर्शन दिखाया।
Price Volume Breakout : इन शेयरों में देखने को मिल रही भारी खरीदारी, मुनाफा कमाना चाहते हैं तो लगा सकते हैं दांव
एफआईआई कर रहे खरीदारी
चार अगस्त, 2022 के अनंतिम आंकड़ों से पता चलता शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या होता है है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 1,474.77 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 46.79 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। एडवांस-डिक्लाइन रेश्यो ठीक प्रतीत होता है, क्योंकि 1,948 स्टॉक हरे निशान पर दिखे, 1,098 शेयर लाल निशान पर दिखे और 142 शेयर बिना किसी बदलाव के ट्रेड करते दिखे। आइए जानते हैं कि आज किन शेयरों में प्राइस वॉल्यूम ब्रेकआउट देखने को मिला है।
जब शेयर मार्केट गिरता है तो कहां जाता है आपका पैसा? यहां समझिए इसका गणित
- शेयर मार्केट डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है
- अगर कंपनी अच्छा परफॉर्म करेगी तो उसके शेयर के दाम शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या होता है बढ़ेंगे
- राजनीतिक घटनाओं का भी शेयर मार्केट पर पड़ता है असर
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कंपनी के भविष्य को परख कर करते हैं निवेश
आपको पता होगा कि कंपनी शेयर मार्केट में उतरती हैं. इन कंपनियों के शेयरों पर निवेशक पैसा लगाते हैं. कंपनी के भविष्य को परख कर ही निवेशक और विश्लेषक शेयरों में निवेश करते हैं. जब कोई कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती है, तो उसके शेयरों को लोग ज्यादा खरीदते हैं और उसकी डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे ही जब किसी कंपनी के बारे में ये अनुमान लगाया जाए कि भविष्य में उसका मुनाफा कम होगा, तो कंपनी के शेयर गिर जाते हैं.
डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है शेयर
शेयर मार्केट डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है. लिहाजा दोनों ही परिस्थितियों में शेयरों का मूल्य घटता या बढ़ता जाता है. इस बात को ऐसे लसमझिए कि किसी कंपनी का शेयर आज 100 रुपये का है, लेकिन कल ये घट कर शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या होता है 80 रुपये का हो गया. ऐसे में निवेशक को सीधे तौर पर घाटा हुआ. वहीं जिसने 80 रुपये में शेयर खरीदा उसको भी कोई फायदा नहीं हुआ. लेकिन अगर फिर से ये शेयर 100 रुपये का हो जाता है, तब दूसरे निवेशक को फायदा होगा.
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