म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें और म्यूचुअल फंड में पैसा कब लगाएं?

हेलो दोस्तों आपका बहुत स्वागत है हमारे ब्लॉग Financer baba में आज इस लेख में हम आपको बताएंगे म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें और म्यूचुअल फंड में पैसा कब लगाएं? आजके टाइम में निवेश करने में सभी इंटरेस्टेड रहते है क्युकी आजकल बोहोत से लोग इसमें पैसा कमा रहे है और लोगो को देख कर इंसान प्रभावित होजाता है, वो भी निवेश नए निवेशक को किस फंड में निवेश करना चाहिए करने के लिए राज़ी होजाता है,

लेकिन यह आपके लिए खतरनाक भी होसकता है क्युकी यह मार्किट में जितना प्रॉफिट है उससे ज्यादा घाटा भी होजाता है एक नया इन्वेस्टर अपने इन्वेस्टमेंट को शुरू करने के लिए म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने को सोचता है और उसे पता नहीं होता कहासे करे नए निवेशक को किस फंड में निवेश करना चाहिए और कब लगाए। तो आईये सबसे पहले जानते है म्यूच्यूअल फंड क्या है और कैसे काम करता है।

Table of Contents

म्यूच्यूअल फंड क्या है और कैसे काम करता है?

Mutual Fund एक ऐसा फंड होता है, जो की AMC यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनीज के द्वारा चलाया जाता है। इन कंपनियों में बोहोत से लोग पैसा लगाते है, म्यूचुअल फंड द्वारा इन पैसों को बॉन्ड, शेयर मार्केट और भी बोहोत जगहों पर निवेश कर दिया जाता है।

Mutual Fund में नए निवेशक के जोखिम को कम करता है और पूरी कोशिश करते की आपको ज्यादा रिटर्न मिले। म्यूच्यूअल फंड में आप छोटी सी रकम से काम रिस्क के साथ पैसा लगाना शुरू कर सकते है आपका यह छोटी सी रकम पर भी बाजार के एक्सपर्ट की नज़र रहती है जो की पूरा प्रयास करता की आपका रिटर्न आपको अच्छा मिले।

म्यूचुअल फंड में ऑनलाइन और ऑफलाइन निवेश कैसे करें |

ऑफलाइन निवेश कैसे करें?

Mutual Fund में आप ऑफलाइन सीधे अपने किसी नज़दीकी फण्ड हाउस में जाकर कर सकते है या फिर किसी ब्रोकर के माध्यम से कर सकते है वह आपके इस इन्वेस्टमेंट में आपका मार्गदर्शन करेगा और आपको हर तरह की योजनाओ की विशेषताएं बताएगा और किस फंड में निवेश करना चाहिए उसकी राये भी देगा। उसके लिए आपके पास यह दस्तवेज़ होने भी जरूरी है अगर आपके पास यह सारे दस्तावेज है तो आप इसमें निवेश करने के लिए योग्य है।

  • An identity proof (Aadhaar card, Passport, Voter ID, or Driving Licence)
  • Passport size photo
  • Address proof
  • PAN card

ऑनलाइन निवेश कैसे करें?

Mutual Fund में निवेश करना ऑनलाइन बोहोत ही आसान है वैसे तो आप बोहोत सी वेबसाइट है लेकिन आपको मै सरल और सबसे आसान तरीका बताता हूँ जिसमे आप सिर्फ अपने मोबाइल के जरिये बस एक अप्प डालकर म्यूच्यूअल फंड में अपना पैसा लगाना शुरू कर सकते है वो है GROW APP जो आपको प्लेस्टोरे पर सर्च करने पर मिलजायेगा उसको डाउनलोड करलेना है। उसके बाद आपको उसमे अपना अकाउंट बनाना होगा वो करना भी काफी सरल है लेकिन अगर आप चाहते आपसे कोई भी गलती ना हो तो निचे दिए वीडियो में देख कर आप समझ सकते है कैसे GROW APP में अपना अकाउंट बनाये और KYC कैसे करे।

  • GROW APP में निवेश की शुरुवात के लिए पैन कार्ड आपके म्यूचुअल फंड KYC के लिए आपका पैन नंबर का होना अनिवार्य है।
  • पहचान और पते का प्रमाण के लिए इस संबंध में आपके ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट या आधार कार्ड जैसे किसी भी दस्तावेज का उपयोग होता है।

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Mutual Fund में पैसा कब लगाएं?

म्यूच्यूअल फण्ड में पैसा लगाने में तब फायदा होता है जब इसमें आप लम्बी अवधी का इन्वेस्टमेंट करते है तब इसीलिए एक्सपर्ट और प्रोफ़ेशनल की राये इसपर यह है की आपको इसमें इन्शुरन्स की तरह पैसा लगाना चाहिए और जल्द से जल्द इसमें इन्वेस्टमेंट की शुरुवात कर देनी चाहिए। फ़ालतू और फ़िज़ूल खर्चो को काम करके आप इसमें आपना पैसा निवेश करने की शुरुवात कर सकते है क्युकी यही आपकी छोटी शुरुवात नए निवेशक को किस फंड में निवेश करना चाहिए नए निवेशक को किस फंड में निवेश करना चाहिए आपके लिए आगे चलकर फायदे मंद बन सकता है।

अकसर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQS

अगर मैं 1 साल से पहले म्यूचुअल फंड रिडीम करूं तो क्या होगा?

म्यूच्यूअल फंड में अगर आप 1 साल पूरा होने से पहले ही फंड को निकलना चाहेंगे तो आपको 1% के एग्जिट लोड का भुगतान करना पड़ सकता है।

म्यूचुअल फंड में पैसा कितने दिन में डबल होता है?

म्यूच्यूअल फंड में ऐसी भी योजनाए होती है जो 4-5 साल में आपके पैसे डबल करने की क्षमता रखती हैं लेकिन जितना फायदा होगा उतना ही इसमें आपको जोखिम भी लेना होगा।

क्या म्यूचुअल फंड में जोखिम होता है?

हाँ, म्यूच्यूअल फंड जोखिम भरा होता है क्युकी इसका रिटर्न शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव से प्रभावित होता है, हालाँकि रिटर्न के जोखिम पर भी होता है की आपने कौन से शेयर में निवेश कर रखा है।

Conclusion- निष्कर्ष

आज हमने आपको बताया की म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें और म्यूचुअल फंड में पैसा कब लगाएं? म्यूच्यूअल फंड या किसी भी स्टॉक या शेयर में निवेश करने से पहले उसकी अच्छी रिसर्च करे या किसी एक्सपर्ट की राये ले वरना यह आपके लिए जोखिम भरा होसकता है।

उम्मीद करते है आपको इस लेख से जानकारी प्राप्त हुई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल है इस लेख से जुड़ा तो हमसे कमेंट करके जरूर पूछे हम उसका जवाब आपको जरूर देंगे।

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'Mutual fund'

अमूमन म्यूचुअल फंड को एक्सपर्ट ही मैनेज करते हैं. इन लोगों को फंड मैनेजर कहा जाता है. यह फंड मैनेजर यह देखते हैं कि कहां निवेश करने से निवेशकों को ज्यादा लाभ होगा यानि ज्यादा रिटर्न मिलेगा. म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प माना जाता है जो निवेश का जोखिम खुद उठाने में सक्षम नहीं होते. ये लोग बाजार के बारे में और कंपनियों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होने के चलते ऐसे फंड मैनेजरों की राय पर काम कर सकते हैं.

Top 10 Mutual Funds To Invest: आप निवेश के लिए सही फंड को चुने. आप किसी ऐसे फंड का चुनाव करें जो बढ़ती महंगाई के दौर में आपको शानदार रिटर्न दे.

सेबी का ताजा फैसला फ्रैंकलिन टेम्पलटन मामले के बाद आया है, जिसमें फंड हाउस के कुछ अधिकारियों पर यह आरोप है कि उन्होंने छह ऋण योजनाओं पर रोक लगाए जाने से पहले उन योजनाओं में अपनी हिस्सेदारी को रिडीम किया था.

Delhi | Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Translated by: अंजलि कर्मकार |गुरुवार अक्टूबर 20, 2022 04:45 PM IST

बीएल आहूजा ने पुलिस को बताया कि वह बैंक कर्मचारी माहेश्वरी को 2013 से जानते थे, जब वह ICICI बैंक में काम करता था. आहूजा ने कहा कि माहेश्वरी ने उन्हें सलाह दी कि वह पैसे बैंक में रखने के बजाय म्यूचुअल फंड में लगाएं. आहूजा ने 2018 में उन्हें 1 करोड़ रुपये के दो चेक दिए.

निवेशक दीर्घकाल में निवेश में वृद्धि को लेकर म्यूचुअल फंड में नियमित तौर पर राशि जमा करने की योजना (Systematic Investment Plan) पर भरोसा कर रहे हैं

Pan Aadhaar Link.सीबीडीटी ने एक अधिसूचना में कहा कि नए निवेशक को किस फंड में निवेश करना चाहिए आधार की देरी से सूचना देने पर 500 रुपये का विलंब शुल्क लगेगा. यह जुर्माना शुल्क अगले तीन माह यानी 30 जून, 2022 तक के लिए होगा. उसके बाद करदाताओं को 1,000 रुपये का जुर्माना चुकाना होगा.

सेबी ने म्यूचुअल फंड निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए यह निर्णय़ किया.इसके तहत जब भी म्यूचुअल फंड के ज्यादातर ट्रस्टी किसी स्कीम को बंद करने का फैसला करते हैं, उनके लिए यूनिटधारकों की सहमति लेने को अनिवार्य करने का निर्णय किया गया है.

भारतीय कंपनियों ने वर्ष 2021 में इक्विटी और कर्ज के जरिये 9 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. अगर ओमिक्रॉन के चलते हालात खराब नहीं हुए तो इसमें 2022 के दौरान और अधिक मजबूती आने की उम्मीद है

इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds) योजनाओं को जुलाई में शुद्ध रूप से 22,583 करोड़ रुपये का निवेश मिला है. यह लगातार पांचवां महीना है जबकि इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश प्रवाह सकारात्मक रहा है. इस दौरान फ्लेक्सी-कैप श्रेणी (Flexicap Funds) को सबसे अधिक निवेश प्राप्त हुआ.

सेबी ने म्यूचुअल फंड नियमों में संशोधनों को मंजूरी दे दी. इन नियमों के तहत म्यूचुअल फंड कंपनियों को अपने नई फंड पेशकशों में जोखिम के स्तर के अनुसार अधिक निवेश करने की जरूरत होगी. इससे कोष चलाने वालों की म्यूचुफंड में खुद की भागीदारी सुनिश्चित होगी.

म्यूच्यूअल फंड में कौन सा तरीका सही – एकमुश्त निवेश या एस आए पी (सिप)?

क्या आप म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने के लिए तैयार हैं? अगर आपका जवाब हाँ हैं तो क्या आपने क्निश्चित कर लिया हैं की आप किस तरह अपना पैसा म्यूच्यूअल फंड में निवेश करेंगे – एकमुश्त (लम्प सम ) या फिर सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) में करेंगे?

अगर आप इसी सवाल में उलझ रहे हैं यह समझ ले की यह दोनों सिर्फ रिटर्न की दृष्टि से अलग नहीं हैं बल्कि पैसे इन्वेस्ट या निवेश करने के तरीके से भी काफी अलग हैं |

लेकिन एक बात समझ ली जिये अगर आप एकमुश्त (लम्प सम) इन्वेस्टमेंट करना चाह रहे हैं तो आप के पास एक बार में इन्वेस्ट’करने के लिए बहुत पैसा होना ज़रूरी हैं | और आप सिप का रूट तब ले सकते हैं जब आप जानते हैं की आप हर महीने एक निश्चित रकम इन्वेस्ट कर सकते हैं | चलिए इन दोनों इन्वेस्टमेंट प्लान को और नज़दीक के समझ लेते हैं |

सिप (SIP) क्या हैं

सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP में आपके चुने गए समय अंतराल पर आपके अकाउंट से एक निश्चित राशि निकल कर आपके चुने हुए मुटुआल फंड में इन्वेस्ट किया जाता हैं |

बस इतना समझ ले की यहाँ आपका इन्वेस्टमेंट अमाउंट को कई किश्तों में बाट दिया जाता हैं| इससे आप की सिर्फ नकदी संकट से बच सकते हैं बल्कि आप अचानक मार्किट क्रैश होने के कारण जो रिस्क होता हैं, आप उससे भी बच जाते हैं | अब आप पूछेंगे कैसे? तो जवाब सरल हैं – क्योंकि SIP में आप अपना सारा पैसा एक बार में निवेश नहीं करते हैं।

सिप निवेशक को रूपी कॉस्ट एवरेजिंग का फ़ायदा नए निवेशक को किस फंड में निवेश करना चाहिए देता हैं, इसलिए बुरी मार्किट कंडीशन में भी यह आप को प्रॉफिट या लाभ देता हैं| सीधे लफ़्ज़ों में SIP आप के इन्वेस्टमेंट प्लान का रिस्क कम करता हैं| और क्या, आप अपने SIP की किश्तको भविष्य में बढ़ा भी सकते हैं|

स्कीम चुनते वक़्त आप अपनी जोखम उठानी क्षमता, रिटर्न की उम्मीद औवित्तीय लक्ष्य को ध्यान में रखे| इस लिए आवश्यक रकम पर विचार करें और फिर इन्वेस्ट करे।

एकमुश्त निवेश क्या हैं

अगर आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेन्ट प्लान कर रहें हैं और आप के पास फंड भी हो तो आप

एकमुश्त निवेश यानी लम्प सम इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं | क्यों की एकमुश्त निवेश आप को शानदार रिटर्न दे सकता है, बशर्ते आपने पैसा लॉन्ग टर्म क लिए इन्वेस्ट किया हो और मार्केट को ठीक से समझ लिया हो। एक बात गाठ बांधले जब मार्केट डाउन हो, उस समय इन्वेस्टमेंट करने से अच्छा रिटर्न मिलने की अपेक्षा होती है।

यदि आप मिड-टर्म रेतुर्न चाहते हैं तो डेट फंड में लम्प सम इन्वेस्टमेंट करना सही रहेगा। अगर आप ज्यादा रिस्क उठाने की चाहत रखते हैं तो इक्विटी म्यूच्यूअल फंड में लम्प सम इन्वेस्टमेंट करना आप के लिए सही होगा |

मार्केट डाउन होने पर और बहुत जल्द रिकवरी की उम्मीद रखने वालो को हमेशा लम्प सम इन्वेस्टमेंट करना चाहिए | लेकिन यदि आप रिटायरमेंट के करीब हैं या सीनियर सिटीजन हैं तो एकमुश्त रकम के साथ एक इक्विटी फंड में कोई बड़ा रिस्क लेने से बचना चाहिए |

SIP में निवेश करने की फायदे एकमुश्त निवेश कीतुलना में

  • SIP नए निवेशकों के लिए बेहतर होता हैं
  • SIP निवेशकों में अनुशासन लता हैं क्यों की आप हर महीने एक नियंत्रित रकम निवेश करते हैं
  • आप को बाजार ट्रैक नहीं करना पढता हैं अगर आप SIP में निवेश करते हैं| यहाँ आप कम पैसा नियंत्रित रूप से निवेश करते हैं, इससे आपकी रिस्क फैक्टर कम हो जाती हैं| एकमुश्त इन्वेस्टमेंट में रिस्क ज्यादा होता हैं और रेतुर्न भी|
  • SIP द्वारा आप नियमित निवेश करते हैं| इसलिए जब बाजार कमज़ोर होता हैं तब आप ज़्यादा म्यूच्यूअल फंड यूनिट् खरीद सकते हैं और जब मजबूत होती है बाजार तब कम|एकमुश्त इन्वेस्टमेंट आप को यह फ़ायदा नहीं मिलता हैं |
  • SIP में इन्वेस्ट करने वालो को मार्किट की अस्थिरता से कम तनाव होती हैं

अब आपको SIP और लम्प सम इन्वेस्टमेंट में क्या अंतर हैं और क्या फायदे हैं जान चुके हैं| लेकिन इन दोनों में सेएकसहीऑप्शन चुनने के लिए आप एक्सपर्ट सलाह ले सकते हैं| इन्वेस्टमेंट करते वक़्त म्यूच्यूअल फंड से होने वाली मुनाफ़े पे लगने वाली टैक्स का भी ध्यान रखना चाहिए| इन्वेस्टकरतेवक़्तअपने फाइनैंशल टार्गेट और रिस्क उठाने की चाहत के हिसाब से पैसा निवेश करें| कोई भी निवेश से पहले अपने इन्वेस्टमेंट अडवाइजर से कंसल्ट करे, इसी में बुद्धिमानी है।

डिस्क्लेमर : म्यूच्यूअल फंड निवेस बाज़ार के जोखमों के अधीन है | निवेश करने से पहले पड़ताल करले और अपने फाइनेंसियल अद्विसेर से सलाह लेकर निवेश करें |

'Mutual fund'

अमूमन म्यूचुअल फंड को एक्सपर्ट ही मैनेज करते हैं. इन लोगों को फंड मैनेजर कहा जाता है. यह फंड मैनेजर यह देखते हैं कि कहां निवेश करने से निवेशकों को ज्यादा लाभ होगा यानि ज्यादा रिटर्न मिलेगा. म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प माना जाता है जो निवेश का जोखिम खुद उठाने में सक्षम नहीं होते. ये लोग बाजार के बारे में और कंपनियों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होने के चलते ऐसे फंड मैनेजरों की राय पर काम कर सकते हैं.

Top 10 Mutual Funds To Invest: आप निवेश के लिए सही फंड को चुने. आप किसी ऐसे फंड का चुनाव करें जो बढ़ती महंगाई के दौर में आपको शानदार रिटर्न दे.

सेबी का ताजा फैसला फ्रैंकलिन टेम्पलटन मामले के बाद आया है, जिसमें फंड हाउस के कुछ अधिकारियों पर यह आरोप है कि उन्होंने छह ऋण योजनाओं पर रोक लगाए जाने से पहले उन योजनाओं में अपनी हिस्सेदारी को रिडीम किया था.

Delhi | Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Translated by: अंजलि कर्मकार |गुरुवार अक्टूबर 20, 2022 04:45 PM IST

बीएल आहूजा ने पुलिस को बताया कि वह बैंक कर्मचारी माहेश्वरी को 2013 से जानते थे, जब वह ICICI बैंक में काम करता था. आहूजा ने कहा कि माहेश्वरी ने उन्हें सलाह दी कि वह पैसे बैंक में रखने के बजाय म्यूचुअल फंड में लगाएं. आहूजा ने 2018 में उन्हें 1 करोड़ रुपये के दो चेक दिए.

निवेशक दीर्घकाल में निवेश में वृद्धि को लेकर म्यूचुअल फंड में नियमित तौर पर राशि जमा करने की योजना (Systematic Investment Plan) पर भरोसा कर रहे हैं

Pan Aadhaar Link.सीबीडीटी ने एक अधिसूचना में कहा कि आधार की देरी से सूचना देने पर 500 रुपये का विलंब शुल्क लगेगा. यह जुर्माना शुल्क अगले तीन माह यानी 30 जून, 2022 तक के लिए होगा. उसके बाद करदाताओं को 1,000 रुपये का जुर्माना चुकाना होगा.

सेबी ने म्यूचुअल फंड निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए यह निर्णय़ किया.इसके तहत जब भी म्यूचुअल फंड के ज्यादातर ट्रस्टी किसी स्कीम को बंद करने का फैसला करते हैं, उनके लिए यूनिटधारकों की सहमति लेने को अनिवार्य करने का निर्णय किया गया है.

भारतीय कंपनियों ने वर्ष 2021 में इक्विटी और कर्ज के जरिये 9 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. अगर ओमिक्रॉन के चलते हालात खराब नहीं हुए तो इसमें 2022 के दौरान और अधिक मजबूती आने की उम्मीद है

इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds) योजनाओं को जुलाई में शुद्ध रूप से 22,583 करोड़ रुपये का निवेश मिला है. यह लगातार पांचवां महीना है जबकि इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश प्रवाह सकारात्मक रहा है. इस दौरान फ्लेक्सी-कैप श्रेणी (Flexicap Funds) को सबसे अधिक निवेश प्राप्त हुआ.

सेबी ने म्यूचुअल फंड नियमों में संशोधनों को मंजूरी दे दी. इन नियमों के तहत म्यूचुअल फंड कंपनियों को अपने नई फंड पेशकशों में जोखिम के स्तर के अनुसार अधिक निवेश करने की जरूरत होगी. इससे कोष चलाने वालों की म्यूचुफंड में खुद की भागीदारी सुनिश्चित होगी.

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