अमेरिका-चीन में हुआ पहले चरण का समझौता, दुनिया के प्रमुख बाजार मजबूत

अमेरिका और चीन के बीच पहले चरण का व्यापार समझौता हो गया है. इससे बुधवार को दुनिया के प्रमुख बाजारों में तेजी देखी गई. अमेरिका के व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप और चीन के उप-प्रधानमंत्री लिउ ही ने समझौते पर दस्तखत किए.

अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर में बड़ी राहत, हुआ समझौता

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 जनवरी 2020,
  • (अपडेटेड 16 जनवरी 2020, 10:43 AM IST)
  • करीब डेढ़ साल से अमेरिका-चीन में चल रहा था ट्रेड वॉर
  • अमेरिका-चीन के बीच पहले चरण का व्यापार समझौता हुआ
  • खबर के आते ही दुनिया के प्रमुख शेयर बाजार मजबूत हुए

US-China ट्रेड वॉर में बड़ी राहत मिली है. अमेरिका और चीन के बीच पहले चरण का व्यापार समझौता हो गया है. इससे बुधवार को दुनिया के प्रमुख बाजारों में तेजी देखी गई. अमेरिका के व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप और चीन के उप-प्रधानमंत्री लिउ ही ने समझौते पर दस्तखत किए.

चढ़ गए शेयर बाजार

इस समझौते के बाद MSCI का वर्ल्ड स्टॉक इंडेक्स शुरुआती कारोबार में ही 0.04 फीसदी चढ़ गया. जापान सहित एश‍िया-प्रशांत देशों के शेयर भी 0.21 फीसदी चढ़ गए. जापान का निक्केई भी 0.14 फीसदी चढ़ गया. भारतीय शेयर बाजार की बात करें तो गुरुवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्‍स 130 अंक तक मजबूत होकर 42 हजार के मनोवैज्ञानिक स्‍तर को पार कर लिया है.

क्या हैं समझौते की अहम बातें

इस समझौते के मुताबिक अमेरिकी ने कई तरह के चीनी माल पर टैरिफ में कटौती की है और इसके बदले में चीन ने कई तरह की अमेरिकी वस्तुओं और सेवाओं की खरीद का वायदा किया है. इसके अलावा चीन ने बौद्धिक संपदा के मामले में अमेरिका की श‍िकायतों के समाधान का भी वादा किया है.

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इस समझौते का ब्योरा अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय (USTR) ने जारी किया. इसके मुताबिक अगले दो साल में चीन करीब 200 अरब डॉलर के अतिरिक्त अमेरिकी उत्पादों और सेवाओं की खरीद करेगा. ट्रेड वॉर से पहले भी चीन ने साल 2017 में 130 अरब डॉलर की अमेरिकी वस्तुओं और 56 अरब डॉलर की सेवाओं की खरीद की थी.

चीन ने अगले दो साल में 52.4 अरब डॉलर के अतिरिक्त ऊर्जा खरीद का वादा किया है. इसके अलावा अगले दो साल में चीन अमेरिका से 80 अरब डॉलर के कृष‍ि उत्पादों की खरीद करेगा.

बौद्धिक संपदा और करेंसी पर भी चीन ने किया ये वायदा

समझौते के मुताबिक चीन अमेरिकी पेटेन्ट, ट्रेडमार्क, कॉपीराइट आदि को कानूनी संरक्षण प्रदान करेगा तथा पाइरेटेड और नकली वस्तुओं की बिक्री को रोकेगा. चीन ने यह महत्वपूर्ण वादा भी किया है कि वह प्रतिस्पर्धी करेंसी अवमूल्यन को रोकेगा.

अमेरिका ने वादा किया है कि वह चीन पर थोपे गए अतिरिक्त टैरिफ को वापस लेगा. इस प्रकार करीब 360 अरब डॉलर के चीनी माल पर अमेरिका टैरिफ अधकितम 25 फीसदी को ही बनाए रखेगा.

कैसे शुरू हुआ था अमेरिकी डॉलर सूचकांक वायदा ट्रेड वॉर

गौरतलब है कि अमेरिका ने साल 2018 में चीन के 250 अरब डालर के सामान के आयात पर आयात शुल्क 25 प्रतिशत तक बढ़ा दिया था. इसके जवाब में चीन ने भी 110 अरब डालर के अमेरिकी सामान के आयात पर शुल्क बढ़ा दिया. अमेरिका, चीन का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है. इसके बाद दोनों देशों के बीच एक तरह का ट्रेड वॉर शुरू हो गया, जिससे पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा.

वर्ष 2017 में अमेरिका का चीन के साथ कुल व्यापार 635.4 अरब अमेरिकी डालर का रहा. इसमें अमेरिका से निर्यात 129.9 अरब डालर और चीन से किया गया आयात 505.5 अरब डालर रहा.

शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे फिसला

मुंबई, तीन जनवरी (भाषा) व्यापक आर्थिक अमेरिकी डॉलर सूचकांक वायदा आंकड़ों के कमजोर रहने के बीच अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को नए साल के पहले कारोबार दिवस पर 14 पैसे फिसलकर 74.43 पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अमेरिकी डॉलर सूचकांक वायदा गिरावट लेकर 74.35 पर खुला और बाद में 14 पैसे लुढ़ककर 74.43 पर आ गया। वही छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.19 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 96.85 पर आ गया। भारतीय रिज़र्व बैंक ने शुक्रवार को बताया कि देश का चालू खाते का घाटा सितंबर

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिरावट लेकर 74.35 पर खुला और बाद में 14 पैसे लुढ़ककर 74.43 पर आ गया।

वही छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.19 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 96.85 पर आ गया।

भारतीय रिज़र्व बैंक ने शुक्रवार को बताया कि देश का चालू खाते का घाटा सितंबर तिमाही में घटकर 9.6 अरब डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद का 1.3 प्रतिशत रहा।

इस बीच वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.72 प्रतिशत बढ़कर 78.34 डॉलर प्रति बैरल हो गया।

डॉलर की मजबूती से सोने की कीमत अमेरिकी डॉलर सूचकांक वायदा गिरी

डॉलर की मजबूती के बीच न्यूयार्क मर्केन्टाइल एक्सचेंज के कॉमेक्स खंड में सोने के वायदा भाव में गिरावट दर्ज की गई. एजेंसी न्यूज के मुताबिक, अमेरिकी डॉलर सूचकांक वायदा दिसंबर की डेलीवरी वाले सोने का भाव 4.6 डॉलर या 0.42 फीसदी घटकर प्रति औंस 1,088.70 डॉलर रह गया.

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    अमेरिकी डॉलर सूचकांक वायदा
  • नई दिल्ली,
  • 31 जुलाई 2015,
  • (अपडेटेड 31 जुलाई 2015, 6:55 PM IST)

डॉलर की मजबूती के बीच न्यूयार्क मर्केन्टाइल एक्सचेंज के कॉमेक्स खंड में सोने के वायदा भाव में गिरावट दर्ज की गई. एजेंसी न्यूज के मुताबिक, दिसंबर की डेलीवरी वाले सोने का भाव 4.6 डॉलर या 0.42 फीसदी घटकर प्रति औंस 1,088.70 डॉलर रह गया.अमेरिकी डॉलर सूचकांक वायदा

डॉलर सूचकांक शुक्रवार को 0.45 फीसदी वृद्धि के साथ 97.60 पर देखा गया. उल्लेखनीय है कि सोने और डॉलर परस्पर विपरीत दिशा में चलते हैं. यदि डॉलर में तेजी रहेगी, तो सोने का वायदा भाव कम होगा.

बुधवार को फेडरल ओपन मार्केट कमेटी की घोषणा के बाद डॉलर में तेजी आई है, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका में बेरोजगारी दर घट रही है.

विश्लेषकों के मुताबिक, फेड को श्रम बाजार की स्थिति और बेहतर होने तथा महंगाई दर उसके दो फीसदी के लक्ष्य तक पहुंचने का इंतजार है. उसके बाद वह दर में वृद्धि करेगा.

इस बीच गुरुवार को अमेरिकी सरकार के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका की विकास दर 2.3 फीसदी चल रही है, जो उम्मीद से कम है.

चांदी की सितंबर डिलीवरी का भाव भी 4.7 सेंट या 0.32 फीसदी घटकर प्रति औंस 14.696 डॉलर पर बंद हुआ. प्लैटिनम की अक्टूबर डिलीवरी का भाव हालांकि 5 डॉलर या 0.51 फीसदी बढ़कर 989.90 डॉलर पर बंद हुआ.

Mumbai Stock Market: शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 29 पैसे टूटकर 75.58 पर

मुंबई। विदेशी बाजार में अमेरिकी डॉलर की मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में नकारात्मक रूझान के कारण रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में 29 पैसे की गिरावट के साथ 75.58 पर आ गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि आसमान छूती मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए अमेरिका के केंद्रीय बैंक द्वारा दरों में वृद्धि के अनुमानों के कारण डॉलर सूचकांक में तेजी रही जो रुपये की दिशा तक करने वाला एक प्रमुख कारक है।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 75.50 पर खुला। फिर यह और गिरावट के साथ 75.58 पर आ गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 29 पैसे की गिरावट दर्शाता है। रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 24 पैसे की तेजी के साथ 75.29 पर बंद हुआ था। इस बीच वैश्विक अमेरिकी डॉलर सूचकांक वायदा तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.11 प्रतिशत बढ़कर 106.89 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गया। छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत बढ़कर 99.59 पर पहुंच गया।

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