डीमैट अकाउंट बिना किसी परेशानी के शेयरों को तेजी से ट्रांसफर करने की सुविधा देता है. शेयर या सिक्योरिटीज सर्टिफिकेट एक डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक रूप से रखे जाते हैं. ऐसे में इनके चोरी, जालसाजी और नुकसान की संभावना बहुत कम होती है. ट्रेडिंग एक्टिविटी को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है. डीमैट खातों को कभी भी और कहीं भी एक्सेस किया जा सकता है. बोनस स्टॉक, राइट्स इश्यू, स्प्लिट शेयर अपने आप अकाउंट में जमा हो जाते हैं.

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अपस्टॉक्स (Upstox) आरकेएसवी सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड (RKSV SECURITIES PVT LTD) का एक ऑनलाइन ब्रांड है। २००९ में शामिल, आरकेएसवी सिक्योरिटीज मुंबई स्थित ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकरेज कंपनी है। अपस्टॉक्स को रतन टाटा, कलारी कैपिटल और जीवीके डेविक्स जैसे उल्लेखनीय निवेशकों का समर्थन प्राप्त है।

अपस्टॉक्स एनएसई और बीएसई में इक्विटी, मुद्रा और डेरिवेटिव्स में ट्रेडिंग सेवाएं प्रदान करता है। यह अपने ग्राहकों को म्युचुअल फंड सेवा भी प्रदान करता है। अपस्टॉक्स का दैनिक कारोबार १५००० करोड़ है और १ लाख से अधिक व्यापारी इसके ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और ब्रोकिंग सेवाओं का उपयोग करते हैं।

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अपस्टॉक्स के बारे में मुख्य बाते :

  • अपस्टॉक्स २००९ से व्यवसाय में हैं। लगभग १० वर्षों के लिए कई वित्तीय सेवाओं की पेशकश।
  • १ लाख से अधिक ग्राहक हैं।
  • इन-हाउस बनाया हुवा एडवांस्ड ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर ऑफर करता है।
  • इक्विटी डिलीवरी ट्रेड के लिए कोई शुल्क नहीं।
  • इंट्राडे ट्रेडिंग,एफ एंड ओ, और मुद्राओंके लिए ₹ २० पर ट्रेड इतना ही ब्रोकरेज लगता है।
  • प्रमुख निवेशकों द्वारा समर्थित।
  • अतिरिक्त लीवरेज योजनाएं ₹ १० अतिरिक्त ब्रोकरेज के साथ।
  • सेबी, बीएसई, एनएसई, एमसीएक्स और सीडीएसएल के सदस्य।
  • बीएसई, एनएसई में इक्विटी ट्रेडिंग
  • MCX और NCDEX पर कमोडिटीज ट्रेडिंग
  • NSE में मुद्रा व्यापार
  • डिपॉजिटरी सर्विसेज (डीमैट अकाउंट)
  • म्यूचुअल फंड्स

अपस्टॉक्स व्यापार योजना (Upstox Trading Plans)

अपस्टॉक्स ग्राहकों को दो ट्रेडिंग प्लान पेश करता है। इन योजनाओं की तुलना नीचे दी गई है:

१) अपस्टॉक्स बेसिक प्लान (Upstox Basic Plan) :

इस प्लान में Share market में अकाउंट कैसे खोलें डिलीवरी के लिए हुवे ट्रेड्स पे कोई भी शुल्क नहीं लगेगा। इंट्राडे ट्रेडिंग,एफ एंड ओ, और मुद्राओंके लिए ₹ २० या ०.०५% जो भी कम है इतना ही चार्जेस लगेगा (Upstox account opening charges)। अपस्टॉक्स इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कॅश में १५ गुना मार्जिन देता है और CO/OCO कॅश ऑर्डर के लिए २० गुना मार्जिन देता है।

२) अपस्टॉक्स प्राथमिकता योजना (Upstox Priority Plan):

इस प्लान में डिलीवरी के लिए हुवे ट्रेड्स पे कोई भी शुल्क नहीं लगेगा। इंट्राडे ट्रेडिंग,एफ एंड ओ, और मुद्राओंके लिए ₹ ३० या ०.१०% जो भी कम है इतना ही चार्जेस लगेगा (Upstox account opening charges)। अपस्टॉक्स इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कॅश में २० गुना मार्जिन देता है और CO/OCO कॅश ऑर्डर के लिए ३० गुना मार्जिन देता है।

अपस्टॉक्स में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट कैसे खोले (इंस्टेंट और पेपरलेस अकाउंट):

एनएसई और बीएसई पर इक्विटी, मुद्रा या किसी अन्य परिसंपत्ति वर्ग में व्यापार करने के लिए, आपको एक ट्रेडिंग खाते, एक डीमैट खाते और इसके साथ जुड़े एक बैंक खाते की आवश्यकता होगी। अपस्टॉक्स के साथ, आप एक ट्रेडिंग खाता और एक डीमैट खाता खोल सकते हैं। इसे अपने मौजूदा बैंक खाते से लिंक करें और आप व्यापार शरू करे !

अपस्टॉक्स के साथ एक खाता खोलने के बाद, आप एनएसई और बीएसई बाजारों तक पहुंचने के लिए अपस्टॉक्स प्रो वेब या अपस्टॉक्स प्रो मोबाइल जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं और इक्विटी, डेरिवेटिव्स और मुद्राओं आदि में व्यापार कर सकते हैं।अपस्टॉक्स पेपरलेस (या ऑनलाइन) खाता खोलने की पेशकश करता है। प्रक्रिया बहुत सरल और त्वरित है।

डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों की खरीद और बिक्री कैसे की जाती है?

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  • Updated Share market में अकाउंट कैसे खोलें On - July 28, 2022 / 10:41 AM IST

डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों की खरीद और बिक्री कैसे की जाती है?

शेयर मार्केट में निवेश शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट (खातों) की जरूरत होती है. ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट. हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है, लेकिन ट्रांजैक्शन (लेन-देन) को पूरा करने के लिए तीनों एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए.

डीमैट अकाउंट क्या है?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है. जैसे एक सेविंग अकाउंट (बचत खाता) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है, वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है. डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है. ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैट रूप में स्टोर (संग्रहित) करते हैं. फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित करने की प्रक्रिया (प्रोसेस) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है. जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट Share market में अकाउंट कैसे खोलें या डेबिट किया जाता है.

Share market में अकाउंट कैसे खोलें

Opening an account with us is a seamless process, involving only a few steps. First, we'll get you started with a real or demo account before you begin to trade. We'll also cover other factors that you should be aware of before trading.

To open a trading account, please, follow the step-by-step instruction:

1. Press the Open Account button.

The Open Account button is located at the top right corner of the webpage. If you're having trouble locating it, you can access the registration form using the signup page link.

अमेरिकन स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट कैसे करें ?

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Developed Country अमेरिका के स्टॉक मार्केट में हर कोई इनवेस्ट करना चाहता है और हम इंडियन्स तो खासकर इनवेस्टमेंट के लिए Share market में अकाउंट कैसे खोलें काफी उत्साहित रहते हैं। दुनिया की लगभग सारी बड़ी कंपनियां यूएस की ही हैं, यहां तक 1 ट्रिलियन M arket Valuation क्लब की चारों कंपनियां A pple, Microsoft, Amazon & Google भी US based कंपनियां हैं। दरअसल ज्यादा V aluation वाली इन कंपनियों में थोड़े से बदलाव में ही हमको अच्छा खासा Profit Share market में अकाउंट कैसे खोलें मिल जाता है।

अभी हाल ही में Johy Ivy के एपल छोड़कर जाने की खबर पर एपल के शेयर्स की कीमत 1% गिर गई थी। सिर्फ 1 % शेयर्स के कम होने की वजह से एपल कंपनी की Market Value 9 बिलियन डॉलर यानि करीब 62, 000 करोड़ कम हो गई थी।

Indian Brokerage Firm से ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाकर-

कोई भी इंडियन जो कि यूएस स्टॉक मार्केट में इनवेस्टमेंट करना चाहता है, वह F oreign Brokerage Firm से tie-up वाले Share market में अकाउंट कैसे खोलें Indian Brokerage Firm में अपना ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करके इनवेस्टमेंट कर सकता है। इस तरह के ट्रेडिंग अकाउंट को O verseas अकाउंट कहते हैं। इंडिया में F Share market में अकाउंट कैसे खोलें oreign tie-up के Brokerage Firms कई सारे हैं,जैसे- ICICI direct, HDFC Securities, Kotak Securities, Reliance Money.

स्टेप्स कुछ ऐसे हैं-

1) सबसे पहले आपको FF oreign tie-up वाले ब्रोकर Firm में ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाना होगा।

2) KYC के लिए जरूरी सभी डाक्यूमेंट सबमिट करने होगें।

Foreign Brokerage Firm में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाकर-

आप डायरेक्ट Foreign Brokerage में ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करके इनवेस्टमेंट कर सकते हैं। फॉरेन के कई Brokerage Firm- Interactive Brokers, TD Ameritrade, Charles Schwab International Account etc इंडियन्स के लिए ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने की Permission देते हैं।

इस समय एक फायनेशियल ईयर में कोई भी इंडियन यूएस स्टॉक मार्केट में 2,50,000 Share market में अकाउंट कैसे खोलें डॉलर यानि करीब 1.7 करोड़ रुपये की इनवेस्टमेंट कर सकता है और यही LRS (Liberalized Remittance Scheme) की M aximum Price है।

US Stock Market में इनवेस्ट करने के कुछ फायदे है और कुछ नुकसान भी हैं-

1 > ’ Foreign Broker ’ Foreign Exchange में ब्रोकरेज चार्ज डॉलर में लेते हैं, इसलिए हम इंडियन्स के लिए ब्रोकरेज चार्ज ज्यादा हो जाता है।

2> एक्सचेंज रेट का काफी ज्यादा I mpact पड़ता है, जब भी D ollar Fluctuate होता है तो हमारी Currency की V alue भी F luctuate हो जाती है।

3> अगर आप Share market में अकाउंट कैसे खोलें G lobal Business Factors और E conomics Conditions नहीं जानते हैं तो आपके लिए यूएस स्टॉक मार्केट D angerous साबित हो सकता है।

यूएस स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट करके आप अपनी इनवेस्टमेंट स्किल को बढ़ा सकते हैं।

क्या आप जानते हैं कि US में लगभग 60% लोग स्टॉक मार्केट में इनवेस्टमेंट करते हैं पर Share market में अकाउंट कैसे खोलें इंडिया में सिर्फ 4% से 5% लोग ही Stock Market में Invest करते हैं।

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