आपके बिजनेस में किन-किन चीजों की जरूरत होगी उन सभी चीजों की एक लिस्ट बनाएं. आप किस स्तर पर अपना बिजनेस शुरू कर रहे हैं, आइटम की लिस्ट उसके अनुसार ही बनेगी. तरह-तरह की खाद्य सामग्री, अलग-अलग प्रकार के बर्तन, उपयोग में आने वाली मशीनें इस लिस्ट में यह सभी चीजें शामिल करें.
स्टार्टअप में निवेश करने से पहले जानने योग्य बातें।
पैसे कमाई करने के उद्देश्य से कुछ लोग नौकरी करते हैं तो कुछ बिजनेस करते हैं । ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपने पैसे को बढाने के लिए विभिन्न निवेश के विकल्पों में निवेश करते हैं। कुछ लोग निवेश के सुरक्षित तरीकों को अपनाते हैं तो कुछ अधिक कमाई करने के लिए असुरक्षित एवं जोखिमपूर्ण विकल्पों को भी अपनाते हैं। ऐसे में कुछ लोग या कम्पनियाँ ऐसी भी होती हैं जो स्टार्टअप बिजनेस में निवेश करके अपनी कमाई को बढ़ाना चाहती हैं।
आज का हमारा यह लेख उन्हीं लोगों या कम्पनियों को ध्यान में रखकर लिखा जा रहा है जो किसी स्टार्टअप में निवेश करने के उत्सुक हैं। आम तौर पर जो व्यक्ति या कम्पनियाँ नए स्टार्टअप में निवेश करती हैं उन्हें वेंचर कैपिटलिस्ट कहा जाता है। इसलिए यदि आप भी एक वेंचर कैपिटलिस्ट हैं और किसी नए स्टार्टअप में कुछ निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? पैसा निवेश करना चाहते हैं तो आपको काफी सारी सावधानियाँ अपनाने की आवश्यकता हो सकती है।
इनकम टैक्स नोटिस में पूछे गए सवाल
- शेयरों की कीमत किस आधार पर तय की गई? इसे तय करने के लिए जो फॉर्मूला अपनाया गया, उसके दस्तावेज भी दें
- आपने कंपनी में शेयर खरीदने एप्लीकेशन फॉर्म भरा है, उसकी कॉपी दें
- स्टार्टअप X ने आपके निवेश को आकर्षित करने के लिए क्या-क्या कोशिशें कीं? डिटेल में बताएं
- आपने स्टार्टअप X में जितना निवेश किया है, दस्तावेज समेत उसकी कमाई का सोर्स बताएं
- अपने कैपिटल अकाउंट के साथ दो साल के इनकम टैक्स रिटर्न (FY16, FY17) की कॉपी दें
- अपने बैंक स्टेटमेंट की पूरी कॉपी दें, जिसमें स्टार्टअप के शेयर खरीदने के लिए सौंपी गई रकम का ब्योरा हो
- स्टार्टअप में आपने जो निवेश किया, उसमें अब तक आपको कितनी कमाई हुई?
- अपनी आय के सोर्स की जानकारी दें
इनकम टैक्स विभाग स्टार्टअप को दोनों तरफ से घेर रहा है. पहले स्टार्टअप से हिस्सेदारी बेचने में हुई कमाई पर टैक्स नोटिस भेजा गया, अब निवेशकों को, जिससे उनका मिलान किया जाए.
जवाब देने के लिए सिर्फ 8 दिन
इससे भी बड़ी हैरानी की बात है कि इस नोटिस का जवाब देने के लिए इनकम टैक्स ने निवेशकों को सिर्फ 8 दिन का वक्त दिया है. 12 नवंबर को नोटिस दिया गया और 20 नवंबर को दस्तावेज समेत जवाब सौंपने को कहा गया है.
इनकम टैक्स विभाग ने दो साल पहले स्टार्टअप को नोटिस भेजा था कि आपके जो शेयर प्रीमियम पर बिके हैं, उस कमाई का 33 परसेंट टैक्स दीजिए. स्टार्टअप दो साल से इसी मुकदमेबाजी में फंसे हैं.
स्टार्टअप को कॉरपोरेट मंत्रालय का नोटिस
कॉरपोरेट मंत्रालय (MCA) इस नोटिस के चक्कर में क्यों कूदा, ये समझ के बाहर है.
इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, MCA ने 2013 के बाद पैसा जुटाने वाले 2000 स्टार्टअप को नोटिस भेजे हैं. इनमें पूछा गया है कि आपके स्टार्टअप में ऐसी क्या खूबी निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? दिखी कि निवेशकों ने हिस्सेदारी के लिए मनमाना निवेश कर दिया.
स्टार्टअप निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? इंडिया - एक स्टार्टअप क्रांति की शुरुआत
स्टार्टअप इंडिया भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है जिसका उद्देश्य देश में स्टार्टअप्स और नये विचारों के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है जिससे देश का आर्थिक विकास हो एवं बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न हों।
स्टार्टअप एक इकाई है, जो निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? भारत में पांच साल से अधिक से पंजीकृत नहीं है और जिसका सालाना कारोबार किसी भी वित्तीय वर्ष में 25 करोड़ रुपये से अधिक नहीं है। यह एक इकाई है जो प्रौद्योगिकी या बौद्धिक सम्पदा से प्रेरित नये उत्पादों या सेवाओं के नवाचार, विकास, प्रविस्तारण या व्यवसायीकरण की दिशा में काम करती है।
सरकार द्वारा इस संबंध में घोषित कार्य योजना स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के सभी पहलुओं को संबोधित करने और इस आंदोलन के प्रसार में तेजी लाने की उम्मीद करती है।
रतन टाटा ने बुजुर्गों के लिए एक स्टार्टअप में किया निवेश, निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? अनोखी सेवा उपलब्ध कराती है यह कंपनी
कारोबारी जगत के मजबूत स्तंभ रतन टाटा ने आज एक स्टार्टअप गुडफेलोज में निवेश का ऐलान किया है. हालांकि निवेश की राशि का खुलासा नहीं हुआ है. (Image- IE)
कारोबारी जगत के मजबूत स्तंभ रतन टाटा (Ratan Tata) ने आज मंगलवार 16 अगस्त को एक स्टार्टअप गुडफेलोज (Goodfellows) में निवेश का ऐलान किया है. हालांकि निवेश की राशि का खुलासा नहीं हुआ है. यह स्टार्टअप बुजुर्गों को सेवा के रूप में कंपेयनशिप यानी साथ मुहैया कराती है. इस स्टार्टअप को शांतनु नायडू ने स्थापित किया है. रतन टाटा टाटा ग्रुप से जब से रिटायर हुए हैं, स्टार्टअप में सक्रिय तरीके से निवेश कर रहे हैं और अब तक 50 से निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? अधिक कंपनियों में निवेश कर चुके हैं.
कौन हैं नायडू?
शांतनु नायडू तीस साल के हैं और उन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. वह टाटा के ऑफिस में जनरल मैनेजर हैं और 2018 से उनकी सहायता कर रहे हैं. नायडू ने गुडफेलोज समेत चार कंपनियों की शुरुआत की है जिसमें एक पालतू जानवरों के लिए है.गुडफेलोज को लेकर रतन टाटा ने नायडू की निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? प्रशंसा की है. 84 वर्षीय टाटा ने नायडू के विचार की सराहना करते हुए कहा कि जब तक आप वास्तव में बूढ़े नहीं हो जाते, तब तक किसी को भी बूढ़े होने का मन नहीं करता. उन्होंने यह भी कहा कि एक अच्छे स्वभाव वाला साथी प्राप्त करना भी एक चुनौती है.
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कैसे काम करती है Goodfellows
नायडू ने टाटा को एक बॉस, एक संरक्षक और एक मित्र के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में डेढ़ करोड़ बुजुर्ग हैं, जो अकेले हैं जोकि गुडफेलोज के लिए अवसर के समान है. इन बुजुर्गों के साथी के रूप में गुडफेलोज में ऐसे युवा ग्रेजुएट्स को काम पर रखा जाता है जिनके पास संवेदना की उचित क्षमता और भावनात्मक बुद्धिमता हो. नायडू का कहना है कि सही साथी के चयन के लिए मनोवैज्ञानिक की मदद ली जएगी.
इनका काम बुजुर्गों के साथ रहना है, उनसे बातचीत करना है. इन्हें बुजुर्गों की जरूरतों के मुताबिक काम करना होगा जैसे कि उनके साथ कैरम खेलना, उनके लिए अखबार पढ़ना या उनके साथ झपकी लेना. एक साथी निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? किसी बुजुर्ग क्लाइंट को एक हफ्ते में तीन बार विजिट करेगा और एक विजिट में उनके साथ चार घंटे बिताएगा. फीस की बात करें तो एक महीने की फ्री सर्विस के बाद बेस सब्क्रिप्शन के तौर पर एक महीने के लिए पांच हजार रुपये वसूलेगी.
Catering Business: कम निवेश में ऐसे शुरू करें कैटरिंग बिजनेस, इन टिप्स को करें फॉलो
भारत में कैटरिंग का बिजनेस एक प्रॉफिटेबल बिजनेस है. अगर आपको तरह-तरह के खाने के बारे में खास नॉलेज है और आप लजीज खाना बना सकते हैं, तो आपके लिए कैटरिंग का बिजनेस शुरू करना एक अच्छा आइडिया साबित होगा. कैटरिंग बिजनेस के तहत विभिन्न स्थानों और आयोजनों जैसे- ऑफिस, हॉस्पिटल, होटल, शादी, जन्मदिन, सालगिरह आदि में फूड सर्विस प्रदान की जाती है. गृहणियां जो लाजवाब खाना बनाती हैं, वो भी इस बिजनेस को शुरू कर सकती हैं. यह बिजनेस खूब चलता है और इसमें कमाई भी खूब है. आप इस बिजनेस को कई तरह से शुरू कर सकते हैं.
आप इस बिजनेस को अपनी सुविधा के हिसाब से छोटे और बड़े स्तर पर शुरू कर सकते हैं. छोटे स्तर पर बिजनेस शुरू कर आप जन्मदिन, सगाई जैसे छोटे आयोजनों के ऑर्डर ले सकते हैं. बड़े स्तर पर बिजनेस शुरू कर आप शादी जैसे बड़े आयोजनों के ऑर्डर ले सकते हैं. यह पूरी तरह से आप पर निर्भर है. आप चाहें तो छोटे से शुरुआत कर फायदा होने पर ग्राहकों के दायरे को बढ़ा सकते निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? हैं. यहां हम आपको इस बिजनेस से जुड़े कुछ स्टेप्स बता रहे हैं.
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