रघुराम राजन को जानकार समझते थे
लेकिन वह भारत के बारे में राहुल गांधी की तरह ही अनभिज्ञ हैं 2014 तक भारत में केवल 400 स्टार्टअप और केवल 3 यूनिकॉर्न थे।
अब भारत में 84000 स्टार्टअप और 105 से अधिक यूनिकॉर्न हैं।
अकेले 2021 में 42 यूनिकॉर्न जोड़े गए, जो दुनिया में तीसरा सबसे तेज़ है pic.twitter.com/h1G5yTloAe — Ratnakar (@ratnakar273) December 14, 2022

विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल

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टीएमसी की महुआ मोइत्रा ने केंद्र को घेरा, कहा- अब पता चल गया कि “पप्पू कौन है?”

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तृणमूल कांग्रेस (TMC) की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने औद्योगिक उत्पादन पर सरकारी आंकड़ों का ही हवाला देते हुए आर्थिक प्रगति के दावों पर सरकार पर जोरदार हमला किया। कहा कि फरवरी में सरकार ने लोगों को विश्वास दिलाया था कि अर्थव्यवस्था बहुत अच्छा कर रही है। सभी को गैस सिलेंडर, आवास और बिजली जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं मिल रही हैं। मोइत्रा ने इन दावों को “झूठ” कहा। बताया कि आठ महीने बाद अब दिसंबर में “जो सच्चाई सामने आई है, वह लंगड़ाती हुई इकोनॉमी बता रही है।”

उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा है कि उसे बजट अनुमान के अलावा 3.26 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि की जरूरत है। 2022-23 के लिए अतिरिक्त अनुदान (additional grants) की मांगों पर लोकसभा में चली बहस में मोइत्रा ने नरेंद्र मोदी सरकार पर भारत के विकास के बारे में “झूठ” फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण करने की अपील की, जो टीएमसी के अनुसार नेता, पतन की ओर जा रहा है।

मोइत्रा ने लेखक जोनाथन स्विफ्ट के बयानों से अपनी बात शुरू विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल की। कहा, “जिस प्रकार सबसे निकृष्ट लेखक के पास उसके पाठक होते हैं, उसी प्रकार सबसे बड़े झूठे के पास विश्वासी होते हैं। और अक्सर ऐसा होता है, कि यदि किसी झूठ पर केवल एक घंटे के लिए विश्वास किया जाए, तो वह अपना काम कर चुका होता है। इसके लिए और कोई अवसर नहीं होता है। झूठ उड़ता है और सच्चाई इसके बाद लंगड़ा कर आती है।”

इसके बाद उन्होंने कथित तौर पर “पप्पू” शब्द गढ़ने को लेकर सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “इस सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी ने पप्पू शब्द गढ़ा। आप इसका इस्तेमाल बदनाम करने और अत्यधिक अक्षमता को दर्शाने के लिए करते हैं। लेकिन आंकड़े बताते हैं कि असली पप्पू कौन है।”

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों का हवाला देती हुई टीएमसी नेता ने दावा किया कि अक्टूबर में देश का औद्योगिक उत्पादन (industrial output) चार प्रतिशत घटकर 26 महीने के निचले स्तर पर आ गया। लेकिन मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नौकरियां 5.6 प्रतिशत तक घट गई है, जो अभी भी सबसे अधिक नौकरी देता है।

उन्होंने हाल ही में संपन्न हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार को लेकर भी निशाना साधा। कहा कि सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष अपने गृह राज्य में भी जीत नहीं रह सकते। उन्होंने पूछा, “अब पप्पू कौन है?”

महुआ मोइत्रा ने भारतीय नागरिकता छोड़ने वाले विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल लोगों की बढ़ती संख्या के आंकड़ों का हवाला देते हुए भारतीयों के “पलायन” की ओर भी इशारा किया।

उन्होंने कहा, “औद्योगिक उत्पादन के सूचकांक को बनाने वाले उद्योग क्षेत्रों में से 17 में निगेटिव वृद्धि दर दर्ज की गई है। विदेशी मुद्रा भंडार एक वर्ष के भीतर 72 बिलियन डॉलर गिर गया है। माननीय वित्त मंत्री ने कल प्रश्नकाल के दौरान बताया कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रवाह (Foreign Direct Investment inflows) का 50% कैसे भारत आ रहा है। लेकिन उनके सहयोगी विदेश राज्य मंत्री ने पिछले शुक्रवार को इसी सदन में एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि लगभग 2,00,000 (1,83,741) लोगों ने 2022 के पहले दस महीनों में अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ दी। 2022 के इस पलायन से 2014 के विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल बाद से पिछले नौ वर्षों में इस सरकार के तहत भारतीय नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की कुल संख्या 12.5 लाख से अधिक हो गई है।

मोइत्रा ने यह भी दावा किया कि कई धनकुबेर भी दूसरे देशों में नागरिकता पाने के लिए बड़ी रकम देने को तैयार हैं। उन्होंने पूछा, “क्या यही स्वस्थ आर्थिक वातावरण का संकेत है? अब पप्पू कौन है? इस देश में आतंक का माहौल है, व्यापारियों और पैसे वालों पर प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की तलवार लटकती रहती है।”

मोइत्रा ने आरोप लगाया, “सत्तारूढ़ दल सांसदों को सैकड़ों करोड़ रुपये में खरीदता है। फिर भी जांच के दायरे में 95 प्रतिशत विपक्षी सांसद आते हैं।”

उन्होंने सरकार पर प्रधानमंत्री मोदी के तहत भारत की विकास की कहानी पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। कहा कि 2016 में उसके द्वारा लागू नोटबंदी अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में विफल रहा। इसलिए कि नकदी “अभी भी राजा” है और नकली मुद्रा से बाहर निकलना अभी भी सपना ही है।

मोदी जी और देश की जनता को धन्यवाद, बेरोजगार राजनीतिज्ञों और अर्थशास्त्रियों को फुर्सत के क्षण में देश के बारे में सोचने और चर्चा का मौका देने के लिए

कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा फरवरी 2023 में जम्मू और कश्मीर में समाप्त हो जाएगी। 150 दिनों की यह यात्रा कई मायनों में अहम साबित हो रही है। राहुल गांधी जैसे राजनीतिज्ञों और रघुराम राजन जैसे अर्थशस्त्रियों को सड़क पर उतर कर देश को जानने और उसके बार में सोचने का मौका मिल रहा है। अगर ये लोग बेरोजगार नहीं होते तो इनके पास देश के बारे में सोचने के लिए समय नहीं था। अगर पहले सोचे होते तो देश और कांग्रेस की हालत कुछ दूसरी होती। इनको बेरोजगार बनाकर देश के बारे में सोचने और समझने का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और देश की जनता को पूरा श्रेय दिया जाना चाहिए।

सही में @narendramodi जी आप ने विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल बहुत बेरोज़गारी बढ़ा दी हैं , यात्रा में छत पे बैठ के लोग भारत जोड़ रहे हैं , एकाधिकार की बात कर रहे हैं वो लोग जो विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल इस देश ओर यहाँ के सिस्टम को अपनी जागीर समझते थे । राजनीतिक बेरोज़गारी देश के लिए शुभ संकेत हैं । https://t.co/GioJSRM5VH

— Dr Ajay Alok (@alok_ajay) December 15, 2022

मौका मिला था तो कुछ नहीं किया, अब बना रहे सुपर पावर

दरअसल राहुल गांधी और आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन राजस्थान में एक घर के छत्त पर बैठकर भारत को सुपर पावर बनाने की योजना बना रहे हैं। जब ये दस साल (2004 से 2014) तक सत्ता में थे, तो इन्हें भारत को सुपर बनाने के विचार नहीं आया। जब मौका मिला था, तो कुछ नहीं कर पाए और अब छत्त पर बैठकर हवाई किला बना रहे हैं।

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A discussion with विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल Raghuram Rajan on ideas to make India a true global super-power.https://t.co/kRYglwAKmN pic.twitter.com/BnQbT1Vggv

— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 14, 2022

जिसका विरोध किया था, आज उसी की वकालत

ना ये लोग बेरोजगार होते और ना इनके पास समय होता कि अपनी बात की समीक्षा कर सके। जो बात पहले इन्हें गलत लगती थी, आज बैठकर उसी की वकालत करते नजर आ रहे हैं। जब मोदी सरकार ने छोटे व्यवसायियों के लिए मुद्रा ऋण शुरू किया, तो रघुराम राजन ने यह कहते हुए इसका विरोध किया था कि इससे एनपीए बनेंगे। अब राजन कह रहे हैं विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल कि सरकार को छोटे व्यवसायों को समर्थन देने के लिए ऋण देना चाहिए। जो मोदी सरकार पहले से कर रही है। मुद्रा लोन के अब तक 37.7 करोड़ लाभार्थी हो चुके हैं, जिन्हें कुल 20.4 लाख करोड़ का कर्ज दिया गया है।

When Modi Govt started Mudra Loans for small business, Raghuram Rajan opposed it saying it will create NPAs.

Now Rajan is saying Govt should give loans to support small business.विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल

Which Modi Govt is already doing- 37.7 crores beneficiaries, total loan given 20.4 lakh crores. pic.twitter.com/NqVfR6gRF9

— Ankur Singh (@iAnkurSingh) December 14, 2022

भारत के स्टार्टअप और यूनिकॉर्न से अनजान

राहुल गांधी रघुराम राजन से जानना चाहते थे कि छोटी कंपनी बड़ी कंपनी कैसे बन सकती है। लेकिन राहुल गांधी को ये जानकारी नहीं है कि मोदी सरकार में स्टार्टअप कंपनिया कैसे यूनिकॉर्न बन रही है। 2014 तक भारत में केवल 400 स्टार्टअप और केवल 3 यूनिकॉर्न थे। अब भारत में 84000 स्टार्टअप और 105 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। अकेले 2021 में 42 यूनिकॉर्न जोड़े गए, जो दुनिया में तीसरा सबसे तेज़ है।

रघुराम राजन को जानकार समझते थे
लेकिन वह भारत के बारे में राहुल गांधी की तरह ही अनभिज्ञ हैं

2014 तक भारत में केवल 400 स्टार्टअप और केवल 3 यूनिकॉर्न थे।
अब भारत में 84000 स्टार्टअप और 105 से अधिक यूनिकॉर्न विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल हैं।
अकेले 2021 में 42 यूनिकॉर्न जोड़े गए, जो दुनिया में तीसरा सबसे तेज़ है pic.twitter.com/h1G5yTloAe

— Ratnakar (@ratnakar273) December 14, 2022

उस समय यह सब ज्ञान क्यों नहीं आया ?

पहाड़ी वैज्ञानिक नाम के एक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया कि भाई कितना झूठ बोलोंगे। आप लोगों ने ही इंडिया और भारत दो देश बनाए हैं। जब आप लोग ऐसी बातें करते हैं तो हंसी आती है। आप लोगों के पास सत्ता थी, 2014 से पहले आप सरकार में थे, उस समय यह सब ज्ञान आपको क्यों नहीं आया। आज जब आप सत्ता में नहीं हैं तब आप यह ज्ञान दे रहे हैं।

भाई कितना झूठ बोलोगे आप लोगों ने ही इंडिया और भारत दो देश बनाए हैं। जब आप लोग ऐसी बातें करते हैं तो हंसी आती है आप लोगों के पास सत्ता थी 2014 से पहले आप सरकार में थे उस समय यह सब ज्ञान आपको क्यों नहीं आया आज जब आप सत्ता में नहीं हैं तब आप यह ज्ञान दे रहे हैं।

— पहाड़ी वैज्ञानिक (@pahadiscientist) December 14, 2022

देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था से जलते हैं कुछ लोग: निर्मला सीतारमण

Nirmala Sitharaman in Lok Sabha

नई दिल्ली। लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि दु:ख की बात है कि संसद में कुछ लोग देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था से जलते हैं।

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उन्होंने आगे कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, लेकिन विपक्ष को इससे दिक्कत है। भारत के विकास पर सभी को गर्व होना चाहिए लेकिन कुछ लोग इसे मजाक के रूप में लेते हैं।

लोकसभा में विपक्ष पर साधा निशाना

लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सांसद अनुमुला रेवंत रेड्डी के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय रुपया हर मुद्रा के मुकाबले मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा भंडार का उपयोग किया है कि उसे बाजार में हस्तक्षेप करना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि डॉलर-रुपये में उतार-चढ़ाव बहुत अधिक न हो।

कांग्रेस सांसद अनुमुला रेवंत रेड्डी ने पूछा था सवाल

दरअसल, कांग्रेस सांसद अनुमुला रेवंत रेड्डी ने सवाल किया था कि क्या सरकार ने इस तथ्य पर गौर किया है कि भारतीय मुद्रा दिन-प्रतिदिन कमजोर होती जा रही है और पहली बार प्रति अमेरिकी डॉलर 83 पर पहुंच गया है। इसके जवाब देते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि दुख की बात है कि संसद में कुछ लोग देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था से जलते हैं। भारत के विकास पर सभी को गर्व होना चाहिए, लेकिन कुछ लोग इसे मजाक के रूप में लेते हैं। भारतीय रुपया हर मुद्रा के मुकाबले मजबूत हुआ है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

लंदन की हाई कोर्ट ने ख़ारिज की नीरव मोदी की अपील, भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ़

London's High Court dismisses Nirav Modi appeal

लंदन। भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पित किए जाने के फैसले खिलाफ ब्रिटेन की हाई कोर्ट से करारा झटका लगा है। हाई कोर्ट ने उसकी अपील खारिज कर दी है। भगोड़े कारोबारी की याचिका खारिज करते हुए लंदन में हाई कोर्ट ने नीरव मोदी को ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट में अपने प्रत्यर्पण के आदेश के खिलाफ अपील दायर करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।

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लंदन में रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस में गुरुवार को लॉर्ड जस्टिस जेरेमी स्टुअर्ट-स्मिथ और जस्टिस रॉबर्ट जे ने फैसला सुनाया कि “अपीलकर्ता (नीरव मोदी) के सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की अनुमति के आवेदन को अस्वीकार कर दिया गया है”।

बीते माह नौ नवंबर को लंदन में हाई कोर्ट ने नीरव मोदी को भारत को प्रत्यर्पित करने का फैसला सुनाया था। हालांकि उसने हाई कोर्ट में एक और याचिका दाखिल करके ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ याचिका दाखिल करने की मांग की थी। आज उसकी इसी अपील पर लंदन की हाई कोर्ट ने फैसला सुनाया है।

उससे पहले, पिछले साल फरवरी में वेस्टमिंस्टर जज ने उसे भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश सुनाया था। हालांकि बाद में उसे इस फैसले के खिलाफ अपील करने की मंजूरी दी गई थी। भारत लंबे समय से नीरव मोदी को भारत लाने की कोशिशों में लगा है। लेकिन ब्रिटेन की जेल में बंद नीरव मोदी अपने प्रत्यर्पण को रोकने के लिए अलग-अलग दलीलें दे रहा है।

पूर्व में ब्रिटेन में उसके वकीलों ने दलील दी थी भगोड़ा आर्थिक अपराधी डिप्रेशन का शिकार है। वह भारत विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल की जेलों में आत्महत्या कर सकता है। ये तर्क देकर उन्होंने नीरव मोदी को भारत भेजने का विरोध किया था। हालांकि ब्रिटेन की अदालन ने पूरी सुनवाई के बाद उसकी याचिका खारिज कर दी।

इससे पहले मामले में सुनवाई के दौरान भी जस्टिस रॉबर्ट जे ने इस बात पर जोर दिया था कि भारत के ब्रिटेन के साथ अच्छे संबंध हैं। ऐसे में ब्रिटेन को 1992 की भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि का सम्मान करना जरूरी है।

घोषित विदेशी मुद्रा अकसर किये गए सवाल किया था आर्थिक अपराधी

इससे पहले विशेष पीएमएलए कोर्ट द्वारा दिसंबर 2019 में भगोड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम, 2018 के अनुसार नीरव मोदी को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया था। जिसके बाद वह लंदन भाग गया था। तीन साल पहले नीरव मोदी को ब्रिटेन की स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने 13 मार्च 2019 को लंदन से गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से वह साउथ वेस्ट लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में कैद है।

7000 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप

बता दें कि नीरव मोदी ने पीएनबी से करीब 7000 करोड़ रुपये का घोटाला किया था। जिसके बाद वह विदेश भाग गया था। फिलहाल वह लंदन की एक जेल में है। भारत सरकार उसे वापस लाने की हर संभव कोशिश कर रही है।

नीरव मोदी ने 2017 में अपनी कंपनी फायरस्टार डायमंड के जरिए प्रतिष्ठित रिदम हाउस बिल्डिंग खरीदी थी। उसका प्लान इसे हेरिटेज प्रॉपर्टी में बदलने का था। माना जाता है कि उसने ज्यादातर संपत्तियां पीएनबी घोटाले से हासिल रकम से खरीदी थी।

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