सत्र 2021-22 के लिए स्टूडेंट प्रोफाइल पोर्टफोलियो तैयार किया जाकर आपकी सेवा में प्रस्तुत है. आप इसके प्रिंट निकाल कर विद्यार्थीवार फाइल का संधारण कर लें.
वर्तमान विषम परिस्थितियाँ जब तक सुधर नहीं जातीं, जब तक कोई राहत भरी खबर नहीं आती; तब तक गत सत्र की भाँति इस सत्र में भी हमें ऑनलाइन तथा पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य गृहकार्य एवं कार्यपुस्तिकाओं के माध्यम से ऑफलाइन शिक्षण करवाना होगा.

BBBI EP 08- महंगाई देखकर कैसे बनाएं अपना Portfolio, पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य जानें Mirae Asset के Swarup Mohanty से

Big Boss, Big Idea के नये एपिसोड के बातचीत में Mirae Asset Investment Managers Pvt Ltd. के CEO Swarup Mohanty मौजूद रहे। Jagran Business की Consulting Editor Geetu Moza के सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि इन दिनों महंगाई को देखते हुए निवेशक अपना Portfolio कैसे और मजबूत बना सकते हैं और कैसे वह अच्छी कंपनियों का चुनाव कर सकते हैं। Bond Yields का क्या है फंडा? Bond Yields से निवेश पर क्या असर होता है?

Swarup Mohanty से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि भारत पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य अपना उत्पाद करके खुद उपभोग करता है। Per-Capita Income में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। भारी तादात में नए Investors Mutual Fund से जुड़े रहें है। साथ ही SIP से सहभागिता में बढ़ोतरी हो रही है। भारत के Data-points मजबूत हो रहे हैं। इसके अलावा Investors के व्यवहार में बदलाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि Pre-Covid दौर में बाजार का ध्रूवीकरण हो गया था। जिसकी वजह से Investors को Equity जमा करने के लिए समय मिल रहा है।

Mirae Asset Investment Managers Pvt Ltd के CEO Swarup Mohanty ने इस वीडियो में बताया कि गिर रहे बाजार को देखते हुए Investors में डर है। लेकिन भारत जैसे देश के बाजारों में Equity Markets में पैसा नहीं लगाना लंबे समय में पछतावे की वजह हो सकता है। उन्होंने इस वीडियो में Mirae Asset Balanced Advantage Funds बारे में बताते हुए कहा कि पूरे Market Cycle में Investors की भागीदारी को बनाए रखने का प्रयास करता है और इसका लक्ष्य लंबे समय में बेहतर प्रदर्शन करना है। उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि Mirae Asset Management Company रिस्क रिवार्ड फैक्टर को ध्यान में रखते हुए Investors की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किए गए प्रोडक्ट की पेशकश कर रहा है।Mirae Asset Balanced Advantage Funds भी Investors के लिए सही तरह के Investment Solutions पेश करने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया है।

पोर्टफोलियो मैनेजमेंट क्या होता है? Portfolio Management in Hindi?

निवेश का ज्यादा से ज्यादा फायदा तभी मिल सकता है, जबकि उसके लिए स्मार्ट तरीके से पोर्टफोलियो प्रबंधन किया जाए। ये काम पूरी समझ-बूझ के साथ, बेहतर तरीके से निपटाने का जिम्मा पोर्टफोलियो मैनेजर का होता है। इस लेख में हम जानेंगे कि पोर्टफोलियो मैनेजमेंट क्या होता है? What is Portfolio Management in Hindi? कितने प्रकार का होता है? किसी बिजनेस या निवेश की योजना में पोर्टफोलियो मैनेजर क्यों महत्वपूर्ण होता है?

पोर्टफोलियो मैनेजमेंट क्या होता है?
What is Portfolio Management?

कारोबार की भाषा में पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, का मतलब ऐसे प्रोग्रामों और प्रोजेक्टों की सूची तैयार करने से है, जिससे उस संस्थान को ज्यादा से ज्यादा फायदे (returns की संभावना बने और कम से कम नुकसान की गुंजाइश (risks) बचे। ऐसे प्रोग्रामों और प्रोजेक्टों का चयन करना, प्राथमिकताएं तय करना और उनका नियंत्रण वगैरह भी पोर्टफोलियो मैनेजमेंट का हिस्सा होते हैं। जिस व्यक्ति या संस्था को या जिम्मेदारी सौंपी जाती है, उसे पोर्टफोलियो मैनेजर कहते हैं।

पोर्टफोलियो का मतलब क्या होता है?
What is a meaning of Portfolio

  • कारोबार (business) के मामले में पोर्टफोलियो का मतलब कार्यक्रमों या प्रोजेक्ट की सूची से है।
  • निवेश (पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य investment) के मामले में पोर्टफोलियो का मतलब निवेश उपायों की सूची से होता है।
  • शेयर बाजार (stock market) के मामले में पोर्टफोलियो का मतलब शेयरों के समूह से होता है।

निवेश के मामले में पोर्टफोलियो मैनेजमेंट क्या होता है?
What is Portfolio Management in investment?

किसी व्यक्ति या संस्थान की क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए, उसके लिए ऐसी निवेश योजना तैयार करना जिससे कि ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके और कम से कम जोखिम रहे, उसे पोर्टफोलियो मैनेजमेंट कहते हैं।

बाजार में उपलब्ध निवेश के विभिन्न विकल्पों जैसे कि bonds, shares, mutual funds , deposits वगैरह मैं निवेश का ऐसा संतुलन बनाने की कोशिश होती है जिससे कि वित्तीय संस्था को अधिकतम लाभ मिल सके।

पोर्टफोलियो मैनेजर क्या होता है?
Who is a Portfolio Manager?

पोर्टफोलियो मैनेजर वह व्यक्ति होता है जोकि किसी निवेशक (व्यक्ति/संस्थान) की वित्तीय आवश्यकताओं को समझते हुए, और उसकी क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए, ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाने वाली निवेश रणनीति तैयार करने की जिम्मेदारी निभाता है। पोर्टफोलियो मैनेजर के पास ही अपने क्लाइंट की ओर से निवेश रणनीति तैयार करने और उस पर पैसा लगाने की जिम्मेदारी होती है। पोर्टफोलियो मैनेजर अपने क्लाइंट को सलाह देता है, संबंधित चीजों को समझाता है ताकि सर्वश्रेष्ठ निवेश योजना पर अमल किया जा सके और अधिकतम लाभ प्राप्त किया जा सके।

पोर्टफोलियो मैनेजमेंट के प्रकार
Types of Portfolio Management

पोर्टफोलियो मैनेजमेंट मुख्य रूप से चार प्रकार के पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य होते हैं-

  • सक्रिय पोर्टफोलियो प्रबंधन | Active portfolio management
  • निष्क्रिय पोर्टफोलियो प्रबंधन | Passive portfolio management
  • विवेकाधीन पोर्टफोलियो प्रबंधन | Discretionary portfolio management
  • गैर-विवेकाधीन पोर्टफोलियो प्रबंधन Non-discretionary portfolio management

सक्रिय पोर्टफोलियो प्रबंधन
Active portfolio management

इस प्रकार के पोर्टफोलियो मैनेजमेंट में, पोर्टफोलियो मैनेजर, बाजार की चाल के हिसाब से रणनीति में लगातार परिवर्तन करता रहता है। इसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा रिटर्न प्राप्त करना है रहता है। खासकर, तब जबकि आपके निवेश का ज्यादातर हिस्सा शेयरों में लगा हो तो फिर एक्टिव पोर्टफोलियो प्रबंधन की आवश्यकता ज्यादा होती है। आपका पोर्टफोलियो मैनेजर, जब शेयरों के दाम घटते हैं तो खरीद लेता है, जब शेयरों के दाम बढ़ने लगते हैं, तो वह बेच भी देता है।

निष्क्रिय पोर्टफोलियो प्रबंधन
Passive portfolio management

इस प्रकार के पोर्टफोलियो मैनेजमेंट में, शुरुआत में ही बाजार की चाल के हिसाब से, निवेशों की सूची या शेयरों की सूची निश्चित (fixed) कर दी जाती है। बाद में उसमें कोई छेड़छाड़ नहीं की जाती। इस तरीके में इंडेक्स फंड्स में पैसा लगाया जाता है, जिनमें मजबूत रिटर्न की उम्मीद होती है। दीर्घ अवधि में यह शेयर अक्सर लाभदायक सिद्ध होते हैं।

विवेकाधीन पोर्टफोलियो प्रबंधन
Discretionary portfolio management

इसमें पोर्टफोलियो मैनेजर को, पूरी छूट होती पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य है कि वह अपनी समझ के हिसाब से निवेशक के पैसों को लगाए। निवेशक के लक्ष्य और उनकी जोखिम क्षमता के मुताबिक पोर्टफोलियो मैनेजर उपयुक्त रणनीति बनाता है और निवेश करता करता है। उसे अपने क्लाइंट की ओर से शेयरों को बेचने या खरीदने की पूरी छूट होती है। ऐसी भूमिका वाले मैनेजर को discretionary portfolio manager कहते हैं।

गैर-विवेकाधीन पोर्टफोलियो प्रबंधन
Non-discretionary portfolio management

पोर्टफोलियो मैनेजमेंट के इस तरीके में पोर्टफोलियो मैनेजर की भूमिका सिर्फ सलाह देने (financial adviser) तक होती है। वह अपने ज्ञान के मुताबिक, पैसा लगाने वाले को, उसकी investment choices पर अपनी सलाह देता है। सलाह पर अमल करना या खारिज करना, पैसा लगाने वाले निवेशक (investors) की इच्छा पर निर्भर करता है। सी भूमिका वाले मैनेजर को non-discretionary portfolio manager कहते हैं।

How to Use the Binance Portfolio Margin Program APIs

The Binance Portfolio Margin Program is available via the Binance Futures API connectivity suite and is open to users who have enabled the Binance Futures API trading interface. The existing trading API endpoints on the Spot Margin, USD-M Futures, and Coin-M Futures markets remain available under the Binance Portfolio Margin Program and are consistent with the regular account trading practices.

Binance Portfolio Margin Program API details

In addition to the Binance standard API endpoints, additional dedicated endpoints are added under the Binance Portfolio Margin Program, providing the following outputs:

Investment Portfolio: भारत में स्थिर मोदी सरकार से आया सुधार, Foreign Investors ने India में किया मोटा निवेश

विदेशी निवेशकों ने मजबूत अर्थव्यवस्था, स्थिर सरकार और उल्लेखनीय सुधारों को देखते हुए विदेशी निवेशकों ने भारत को अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में इंडिया को अपग्रेड कर डेडीकेटेड अलोकेशन की श्रेणी में डाल दिया है.

Investment Portfolio: भारत में स्थिर मोदी सरकार से आया सुधार, Foreign Investors ने India में किया मोटा निवेश

Foreign Investment in India: भारत में 2014 के बाद से ही केंद्र में पूर्ण बहुमत की स्थिर सरकार है. पूर्ण बहुमत का लाभ उठाकर सरकार ने कई सुधार किए हैं. विदेशी निवेशकों (FPI) ने मजबूत अर्थव्यवस्था, स्थिर सरकार और उल्लेखनीय सुधारों को संज्ञान में लिया. इसे देखते हुए विदेशी निवेशकों (Foreign investors) ने भारत को अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो (Investment Portfolio) में इंडिया को अपग्रेड कर डेडीकेटेड अलोकेशन की श्रेणी में डाल दिया है. Oyo Layoffs: ओयो में 600 कर्मचारियों की छंटनी, कंपनी ने जारी किया बयान

इक्विटी विशेषज्ञों ने कहा है कि विदेशी निवेशकों ने भारत को अपने निवेश पोर्टफोलियो में एक समर्पित आवंटन के रूप में अपग्रेड किया है. इसके पहले इन्वेस्टर्स ने भारत को उभरते बाजारों की श्रेणी में रखा था और केवल चीन ही डेडीकेटेड अलोकेशन (Dedicated Allocation) की श्रेणी में था.

मुंबई में ग्रीनलैंड इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट एलएलपी के संस्थापक और सीआईओ अनंत जटिया के अनुसार, पहले, निवेशकों ने भारत को उभरते बाजारों में समूहीकृत किया था और तुलनात्मक रूप से केवल चीन एक "समर्पित आवंटन" उभरता हुआ बाजार था.

विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि चीन में कोविड के चलते अनिश्चितता की वजह से निवेशक भारत की ओर आकर्षित हो रहे हैं. फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) भारत की ओर आ रहे हैं. आंकड़ों की बात करें तो नवंबर और दिसंबर की शुरुआत में 5 अरब डॉलर FPI आया है, जबकि 2022 के शुरुआती 10 महीनों में 23 अरब डॉलर आया है.

उन्होंने पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य कहा कि फ़्लिप प्रभावशाली है क्योंकि फेड फ़ंड दर के साथ तरलता की लागत में काफी वृद्धि हुई है, जो वर्तमान में 3.83 प्रतिशत है, इस महीने अतिरिक्त 50 आधार महीने बढ़ने की उम्मीद है.

भारतीय इक्विटी पर ध्यान केंद्रित करने वाले सिंगापुर स्थित शेयर बाजार विशेषज्ञ सुनील सचदेवा ने कहा कि भारतीय शेयर बाजारों ने हाल के महीनों में अच्छा लचीलापन दिखाया है, और एक नया विकास प्रक्षेपवक्र मारा है, हालांकि कुछ प्रमुख वैश्विक बाजारों में 15-20 प्रतिशत की गिरावट आई है. आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण प्रतिशत.

सचदेवा ने कहा, "यह लचीलापन सरकार के अच्छे नियामक सुधारों, सहायक नीतियों और घरेलू खपत के अच्छे स्तर के साथ अर्थव्यवस्था पर RBI की पैनी नज़र से आया है."

उन्होंने कहा कि यह बहु-वर्षीय विकास चक्र की शुरुआत है और यह निवेशित रहने का समय है. उन्होंने कहा, 'हमने यहां एफआईए कार्यक्रम में एक बाजार के रूप में भारत में बड़ी दिलचस्पी देखी है और हर कोई भारतीय शेयर चाहता है. अंतरराष्ट्रीय और घरेलू निवेशक भारत की विकास गाथा का हिस्सा बनना चाहते हैं. कुछ महीने पहले भारत की चीन से तुलना करने पर अंतरराष्ट्रीय निवेशकों में इस बात को लेकर असमंजस था कि कहां निवेश किया जाए.

improvement came from stable government foreign investors upgrade india as dedicated allocation in investment portfolios

SMILE 3 Student Profile Portfolio 2021-22

सत्र 2021-22 के लिए स्टूडेंट प्रोफाइल पोर्टफोलियो तैयार किया जाकर आपकी सेवा में प्रस्तुत है. आप इसके प्रिंट निकाल कर विद्यार्थीवार फाइल का संधारण कर लें.
वर्तमान विषम परिस्थितियाँ जब तक सुधर नहीं जातीं, जब तक कोई राहत भरी खबर नहीं आती; तब तक गत सत्र की भाँति इस सत्र में भी हमें ऑनलाइन तथा गृहकार्य एवं कार्यपुस्तिकाओं के माध्यम से ऑफलाइन शिक्षण करवाना होगा.

हमें विद्यार्थी के सीखने के साक्ष्यों को प्रमाण के तौर पर उनकी प्रोफाइल में लगाना होगा. जैसा कि विभाग एवं अधिकारियों से जानकारी प्राप्त हुई, इस बार भी स्माइल कार्यक्रम, आओ घर में सीखें, ई-कक्षा, शिक्षादर्शन, शिक्षावाणी आदि कार्यक्रम अनवरत चलते रहेंगे.

इस बार दो आकलन तथा एक मिड टर्म का आयोजन करवाए जाने की योजना है. जिन्हें एक्जाही करके समेकित आकलन दर्शाया जाना है. पोर्टफोलियो पृष्ठ को तदनुसार ही डिजाईन किया गया है, ताकि गुरुजनों के लिए सहूलियत रहे.

सत्र 2021-22 के लिए स्टूडेंट प्रोफाइल पोर्टफोलियो डाउनलोड करने के लिए निम्नांकित लिंक पर क्लिक कीजिए.

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