पहले कोई भी शेयर खरीदने या बेचने पर आपके नाम पर शेयर सर्टिफिकेट जारी किये जाते थे, जिसमें पेपर वर्क की कार्रवाई भी शामिल थी। हर बार शेयर खरीदने या बेचने पर सर्टिफिकेट बनवाना पड़ता था। इस कागजी कार्रवाई को सरल और सुविधाजनक बनाने के लिए, भारत ने 1996 में एनएसई (NSE) पर व्यापार के लिए डीमैट खाता प्रणाली की शुरुआत की।
डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं?
आयकर से संबंधित सामान्य प्रश्न
1800 180 1961(or)
08:00 बजे से - 22:00 बजे तक (सोमवार से शनिवार)
ई-फ़ाईलिंग और केंद्रीकृत प्रसंस्करण केंद्र
आयकर विवरणी या फॉर्म और अन्य मूल्य वर्धित सेवाओं की ई-फ़ाईलिंग और सूचना, सुधार, प्रतिदाय और अन्य आयकर प्रसंस्करण से संबंधित प्रश्न
1800 103 0025 (or)
08:00 बजे से - 20:00 बजे से (सोमवार से शुक्रवार
09:00 बजे से - 18:00 बजे से (शनिवार को)
कर सूचना नेटवर्क - एन.एस.डी.एल.
एन.एस.डी.एल. के माध्यम से जारी करने/अपडेट करने के लिए पैन और टैन आवेदन से संबंधित प्रश्न
07:00 बजे से - 23:00 बजे तक (सभी दिन)
- Home
- मेरा डीमैट खाता - पूछे जाने वाले प्रश्न
मेरा डीमैट खाता - पूछे जाने वाले प्रश्न
1. क्या मैं एक से ज़्यादा डीमैट खातों के लिए ई.वी.सी. सक्षम कर सकता हूँ?
नहीं, ई.वी.सी. को किसी भी समय केवल एक डीमैट खाते के लिए ही सक्षम किया जा सकता है। यदि आप ई.वी.सी. को किसी अन्य डीमैट खाते के लिए सक्षम करने का प्रयास करते हैं, तो आपको मौजूदा खाते के लिए ई.वी.सी. विकल्प को अक्षम करने का संदेश प्राप्त होगा। एक बार जब आप मौजूदा खाते से EVC विकल्प को अक्षम कर देते हैं तो आप इसे दूसरे खाते के लिए सक्षम कर सकते हैं।
2. डीमैट खाता जोड़ने के लिए पूर्व-आवश्यक शर्तें क्या हैं?
डीमैट खाता जोड़ने के लिए:
- ई-फ़ाइलिंग पोर्टल पर आपको एक पंजीकृत उपयोगकर्ता होना ज़रूरी है
- आपके पास पैन के साथ जुड़ा एन.एस.डी.एल. या सी.डी.एस.एल. वाला एक मान्य डीमैट खाता होना चाहिए
- एन.एस.डी.एल. निक्षेपागार प्रकार के लिए, आपके पास एक डी.पी. आई.डी. और ग्राहक आई.डी होनी चाहिए
- सी.एस.डी.एल. निक्षेपागार प्रकार के लिए, आपके पास डीमैट खाता संख्या होनी चाहिए
- ओ.टी.पी. प्राप्त करने के लिए आपके पास डीमैट खाते के साथ जुडा मान्य मोबाइल नंबर या ईमेल आई.डी. होनी चाहिए
डीमैट अकाउंट क्या होता है? | Demat Account Kya Hota Hai
डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते की तरह होता है जिसमें आप इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयर प्रमाणपत्र और अन्य प्रतिभूतियां रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब है डीमैटरियलाइजेशन अकाउंट, यह शेयर, बॉन्ड, सरकारी प्रतिभूतियां, म्यूचुअल फंड, बीमा और ईटीएफ जैसे निवेश को रखने की प्रक्रिया को सरल करता है। इस अकाउंट के जरिए डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं? शेयर और उससे जुड़े दस्तावेजों को मेंटेन करने की झंझट दूर हो जाती है।
डीमैट अकाउंट के प्रकार | Types of Demat Account
ऊपर हम ने जाना की डीमैट अकाउंट क्या होता है। तो आइए डीमैट अकाउंट के प्रकारों को देखें। यह मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं –
- रेगुलर डीमैट अकाउंट: यह उन भारतीय नागरिकों के लिए है जो देश में रहते हैं।
- रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: इस तरह का डीमैट अकाउंट प्रवासी भारतीयों (NRI) के लिए होता है, जो विदेशों में फंड ट्रांसफर करने में सक्षम बनाता है। हालांकि, इस तरह के डीमैट डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं? अकाउंट को एनआरई बैंक अकाउंट से लिंक करने की जरूरत पड़ती है।
- नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: यह भी एनआरआई के लिए ही होता है, लेकिन इस प्रकार के डीमैट अकाउंट के साथ, विदेशों में फंड ट्रांसफर करना संभव नहीं है। साथ ही इसे एनआरओ बैंक अकाउंट से भी लिंक कराना होगा।
डीमैट अकाउंट के फायदे | Benefits of Demat Accounts
- डीमैट अकाउंट में चोरी, क्षति या धोखाधड़ी का कोई जोखिम नहीं होता है।
- आप कसी भी समय कहीं से भी शेयर्स खरीद व बेच सकते है।
- निवेशक को किसी भी स्टांप शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता है।
- लेन-देन करने के लिए न्यूनतम या कोई थकाऊ कागजी कार्रवाई नहीं।
- समय की बचत होती है।
- डीमैट अकाउंट में आप आसानी से अपने इन्वेस्टमेंट को ट्रैक कर सकते हैं।
तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने डीमैट अकाउंट क्या होता है (Demat Account Kya Hota Hai) और साथ ही डीमैट अकाउंट के प्रकार और फायदे के बारे में भी विस्तार जाना हैं। मैं आशा करता हूँ की आप सभी को हमारा यह आर्टिकल जरुर से पसंद आया होगा।
अब यदि आपको यह लेख पसंद आया हैं और इससे कुछ भी नया सिखने को मिला हो तो इसे अपने सभी दोस्तों के साथ भी जरुर से शेयर करें। आर्टिकल को अंत तक पढने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद!
डीमैट अकाउंट - अर्थ, प्रकार, लाभ, डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें
डीमैट खाता एक ऐसा खाता डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं? है जो निवेशकों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयरों या प्रतिभूतियों को रखने की अनुमति देता है। खरीदे गए शेयरों को डीमैट खाते में जमा किया जाता है और इसी तरह बिक्री के समय, प्रतिभूतियों को खाते से डेबिट किया जाता है। इस खाते का उपयोग शेयरों, ईटीएफ, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, सरकारी बॉन्ड, आदि जैसे निवेश का एक विस्तृत विकल्प रखने के लिए किया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडों का न्यायिक उपयोग करने के लिए 1996 में शेयरों के डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं? डीमैटरियलाइजेशन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। डीमैटरियलाइज्ड या डीमैट खाता इलेक्ट्रॉनिक मोड में शेयरों को रखने में मदद करता है और लोगों को सुरक्षित तरीके से बिक्री के मामले में शेयरों को खरीदने और आय एकत्र करने में मदद करता है।
प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो उन निवेशकों या व्यापारियों के लिए उपयुक्त है जो अनिवासी भारतीय (NRI) हैं। इस प्रकार का डीमैट खाता विदेशों में पूंजी स्थानांतरित करने की अनुमति देता है। हालांकि, गैर-निवासी एक्सटर्नल (NRE) बैक खाते की आवश्यकता है।
गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो फिर से अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए उपयुक्त है, लेकिन विदेशों में धन का हस्तांतरण नहीं हो सकता है। इस डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं? प्रकार के डीमैट खाते के साथ संबद्ध होने के लिए एक अनिवासी आयुध (NRO) बैंक खाते की आवश्यकता होती है।
डीमैट खाते के कई लाभ हैं जो नीचे उल्लिखित हैं:
1. सुगमता
डीमैट खाते नेट बैंकिंग के माध्यम से निवेश और लेनदेन के स्टेटमेंट की आसान पहुंच प्रदान करते हैं। डीमैट खाते के माध्यम से लेनदेन और निवेश का विवरण आसानी से ट्रैक किया जा सकता है।
ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें?
डीमैट खाता खोलना, एक बहुत ही सरल और परेशानी रहित प्रक्रिया है। खाता खोलने के चरण नीचे दिए गए हैं:
1. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) सेलेक्ट करें।
2. आवश्यक डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं? विवरण के साथ खाता खोलने का फॉर्म भरें और इसके साथ आवश्यक दस्तावेज जमा करें। डीमैट खाता खोलने के लिए पैन कार्ड अनिवार्य है।
3. फॉर्म जमा करने के बाद, नियमों और विनियमों की प्रतिलिपि, समझौते की शर्तें, शुल्क जमाकर्ता प्रतिभागी द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
4. इन-पर्सन सत्यापन भी अनिवार्य है और इसलिए, डीपी अधिकारी कर्मचारियों के एक सदस्य को खाता खोलने के रूप में प्रदान किए गए विवरण को सत्यापित करने के लिए व्यक्ति से संपर्क करना होगा।
5. सत्यापन के बाद, डीपी स्टाफ का सदस्य एक खाता संख्या या ग्राहक आईडी देगा। इन विवरणों को ऑनलाइन भी डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं? चेक किया जा सकता है।
6. डिमैट खाते के लिए एक वार्षिक रखरखाव शुल्क भी लिया जाता है जो खाता लेनदेन शुल्क को कवर करता है। ये शुल्क डीपी द्वारा निर्धारित संरचना के अनुसार लागू होते हैं।
Demat Account Meaning in Hindi
What is Demat Account Meaning in Hindi डीमैट खाता क्या है, कैसे काम करता है, डीमैट अकाउंट की आवश्यकता क्यों पड़ती है और इसके क्या क्या फायदे हैं विस्तार से हिंदी में जानिये. डीमैट खाते की जानकारी और इसे कैसे खुलवा सकते हैं। इसके क्या फायदे हैं और इसे कैसे मेंटेन करते हैं। शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये हिंदी में शेयर मार्केट विस्तार से पढ़ें। What is Demat Account and what are benefits of it in Hindi.
Demat Account Meaning in Hindi
Demat Account Meaning in Hindi – No Physical Shares in Demat
ऐसा डिजिटल खाता जिसमें कंपनियों के शेयर कोई शेयरधारक डिजिटल अवस्था में रखता है उसे Demat Account कहते हैं। इसको आसानी से ऐसे समझिये. जैसे हम आपने पैसे अपने बैंक के खाते में रखते हैं वैसे ही हम अपने शेयर डीमैट खाते में रखते हैं। जैसे हम यदि बैंक के खाते से नकदी निकलवा लें तो वह नकदी या करंसी पैसे का भौतिक रूप है। मगर जब हम अपने डेबिट कार्ड से किसी दूकानदार को पेमेंट करते हैं तो यह पैसों का इलेक्ट्रॉनिक ट्रान्सफर हुआ. इसी प्रकार यदि हमारे पास शेयर हैं तो हम या तो उन्हें किसी को गिफ्ट देंगे या बाजार में बेच देंगे, दोनों ही परिस्थितियों में शेयरों का एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में इलेक्ट्रॉनिक ट्रान्सफर किया जाएगा. शेयरों को भौतिक रूप में रखने डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं? की आवश्यकता ही नहीं पड़ती.
शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक्स रूप से खाते में रखने की सुविधा को डीमैट कहते हैं. भारत में शेयर और प्रतिभूतियां को इलेक्ट्रॉनिक रूप से Dematerialized डिमैटीरिलाईज्ड यानी Demat Account में रखा जाता है. शेयर धारक शेयरों को भौतिक रूप में यानी कागज़ पर छपे हुए शेयर सर्टिफिकेट नहीं रखते. इसके लिए ब्रोकर के पास डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं? जा कर Demat Account खुलवाया जाता है. सभी शेयरों के लेनदेन में डीमैट खाते का नंबर लिखा जाता है जिससे कि शेयरों की खरीद बिक्री का इलेक्ट्रॉनिक सेटलमेंट हो सके. किसी भी तरह के शेयरों के लेनदेन के लिए शेयर होल्डर के पास डीमैट खाता होना आवश्यक है.
शेयर सीधे खाते में आते हैं Keep your Shares डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं? in Demat Account
Demat Account तक पहुँचने के लिए इन्टरनेट पर पासवर्ड की जरूरत होती है. शेयरों की खरीद और बिक्री सौदा कन्फर्म होने पर स्वत ही हो जाती है.
जब भी कोई कंपनी बोनस अथवा राईट शेयर जारी करती है तो ये शेयर भी सीधे शेयर होल्डर के Demat Account में आ जाते हैं. आईपीओ IPO में शेयरों के आवेदन करने के लिए भी डीमैट खाते की आवश्यकता है. यदि आईपीओ में आपको शेयर मिले हैं तो वे सीधे आपके डीमैट खाते में ही आ जाते हैं.
Demat खाते के फायदे
डीमैट शेयर गुम नहीं होते, खराब नहीं हो सकते, चोरी नहीं हो सकते. इनसे सिग्नेचर ना मिलने जैसी समस्या भी नहीं होती. Demat Account की वजह से शेयरों की खरीद बिक्री में धोखा होने की संभावना भी समाप्त हो जाती है. यह बहुत ही सुविधाजनक भी है.
आप अपना Demat Account किसी दूसरे को ट्रान्सफर नहीं कर सकते मगर इसमें पड़े शेयर दूसरे को ट्रान्सफर कर सकते हैं. डीमैट खाता किसी दूसरे के साथ जॉइंट तरीके से खुलवाया जा सकता है. आप एक से अधिक डीमैट खाते भी खोल सकते हैं. अधिकतर निजी बैंक आपको डीमैट खाता खुलवाने की सुविधा देते हैं. इसके अलावा कई निजी ब्रोकर कंपनियों के पास डीमैट खाता खुलवाया जा सकता है. इसके लिए आपको अपना पैन कार्ड की कॉपी, पते का प्रूफ देना होता है और KYC भरना पड़ता है.
10 BEST Demat Account In India | भारत में 10 सबसे बेस्ट डीमैट अकाउंट
पहले के समय में पेपर वर्क के माध्यम से शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया काफी मुश्किल होता था। इसी को दूर करने के लिए डीमैट अकाउंट (Demat Account) शुरू किया गया। डीमैट का मतलब ‘डीमैटरियलाइजेशन’ ‘dematerialization’ होता है। डीमैट अकाउंट (shares and securities) को डीमटेरियलाइज करता है, ताकि उन्हें इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जा सके और कहीं से भी डिजिटल रूप में खरीदा और बेंचा जा सके।
आज के समय में डीमैट अकाउंट (Demat Account) के बिना, आप शेयरों की खरीद-विक्री नहीं कर सकते और ना ही ट्रैडिंग कर सकते हैं। क्योंकि वर्ष 1996 में, Securities and Exchange Board of India (SEBI) ने एक आदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि सभी निवेशकों के पास शेयरों में ट्रैडिंग करने के लिए एक डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 837