अगर आप Intraday में 10,000/- रुपये का प्रॉफिट कमा लेते हैं तो ज़ेरोधा के पहले के मार्जिन नियम अनुसार इस पूरे 10,000/- रुपये से आप उसी ट्रेडिंग करने के लिए नियम दिन किसी भी शेयर या ऑप्शन आदि में ट्रेड कर सकते थे

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ज़ेरोधा के नए मार्जिन नियम क्या हैं ? जानिए इंट्राडे ऑप्शन और होल्डिंग में हुए सारे बदलाव

ज़ेरोधा के नए मार्जिन नियम क्या हैं

क्योंकि सेबी के नए मार्जिन नियमों के अनुसार ज़ेरोधा ने अपने मार्जिन और ट्रेडिंग नियमों में कुछ महत्वपूर्ण अपडेट किये हैं जिसके अनुसार यदि आप अपने डिमैट अकाउंट से कोई होल्डिंग या फिर T+1 (BTST) शेयर्स बेचते हैं तो कुल सेल वैल्यू के 80% रुपये ही उस दिन ट्रेडिंग में उपयोग कर सकते हैं बाकी 20% रुपये मार्जिन डिलीवरी के रूप में ब्लॉक हो जाते हैं

इन सब के साथ ही Intraday, Option And Delivery में ट्रेड करने के लिए सेल वैल्यू के कितने प्रतिशत फण्ड का उपयोग Same day कर सकते हैं इसके लिए भी नए मानदंड निश्चित किये गए हैं

ज़ेरोधा के नए मार्जिन नियम क्या हैं – Zerodha New margin & trading rule update 2020

ज़ेरोधा के नए मार्जिन नियम क्या हैं

ज़ेरोधा के मार्जिन नियम पहले क्या थे और अब उनमें क्या परिवर्तन हुए हैं यानी अब ज़ेरोधा के नए मार्जिन नियम क्या हैं चलिए इन्हें निम्न सेगमेंट के आधार पर तुलना करके समझते हैं कि

  1. जब आप होल्डिंग से शेयर बेचते हैं
  2. T+1 होल्डिंग (BTST) से शेयर बेचते हैं
  3. इंट्राडे में प्रॉफिट कमाते हैं
  4. ऑप्शन बेचते हैं (F & O)

# 1. जब होल्डिंग से शेयर बेचते ट्रेडिंग करने के लिए नियम हैं – When Stocks sold from holdings

यदि आप अपनी होल्डिंग से 1 लाख रुपये के शेयर बेचते हैं तो तो ज़ेरोधा के पहले के नियम अनुसार आप इस पूरे 1 लाख रुपये से उसी दिन कोई भी अन्य शेयर खरीद सकते थे और साथ ही इन सारे रुपयों से फ्यूचर और ऑप्शन में भी उसी दिन ट्रेडिंग कर सकते थे

ज़ेरोधा के नए मार्जिन नियम संबंधित सवाल जवाब – FAQ’s about Zerodha new margin rule 2020

Q 1 मेरी होल्डिंग में टाटा मोटर्स के 200 शेयर थे जिन्हें आज मैंने बेच @ 200/- रुपये प्रति शेयर बेच दिया और मुझे 40,000/- रुपये प्राप्त हुए क्या मैं आज ही इन रूपयों से रिलायन्स के शेयर खरीद सकता हूं ?

हां, आप इन रुपयों ट्रेडिंग करने के लिए नियम से किसी भी कंपनी के शेयर खरीद सकते हैं लेकिन आज आप पूरे चालीस हजार रुपये के शेयर नहीं खरीद सकते आप सेल वैल्यू 40 हजार का 80% यानी 32 हजार रुपये के ही शेयर खरीद सकते हैं क्योंकि बाकी 20% (8,000/- रुपये) Margin delivery के रूप में ब्लॉक हो गए हैं जो आपको एक्सचेंज के सेटलमेंट टाइम ट्रेडिंग करने के लिए नियम के बाद मिलेंगे

Q 2 मैंने आज अपनी होल्डिंग से 10,000/- रुपये के शेयर बेचे हैं क्या मैं इनसे ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकता हूं ?

हां, आप इन रुपयों से ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन सेबी के नए मार्जिन नियम के अनुसार आज सिर्फ सेल ट्रेडिंग करने के लिए नियम वैल्यू के 60% अमाउंट यानी 6,000/- रुपये से ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं

New Margin Rule क्या है ?

New Margin Rule, जो stock broker द्वारा अपने clients को trading कराने के लिए provide कराया जाता था, उसे क्रमसः 25%, 50%, 75%, 100% चार चरणों में ख़त्म कर दिया जायेगा। यानी अब client को trade करने के लिए उसे खुद का पैसा अपने demat account में रखना अनिवार्य होगा। अन्यथा वह stock market में trade नहीं कर पायेगा।

अब client को ट्रेड करने के लिए उसे खुद का margin अपने Demat account में रखना पड़ेगा तभी वह trade कर पायेगा। ऐसा कर पाना एक retail trader के लिए भारी चुनौती भरा काम हो सकता है। क्योंकि रिटेल ट्रेडर के लिए पर्याप्त ट्रेडिंग करने के लिए नियम मात्रा में fund जुटाना आसान नहीं होता।

इसे यदि हम आसान भाषा में समझे तो पहले यदि आपके पास 1000 रुपये होते थे तो आपका stock broker आपको trade कराने के लिए 20 गुना margin provide करा देते थे और आप एक 1000 रुपये होते हुए भी 20,000 हजार रुपये तक की trading कर सकते थे।

Margin क्या है ?

शेयर मार्केट में margin का मतलब उधार होता है। यह margin स्टॉक ब्रोकर द्वारा अपने clients को trading कराने के लिए provide कराया जाता है। ताकि traders ज्यादा संख्या में trade कर पाएं और वह brokers clients से ज्यादा revenue generate कर पाएं।

यह market से 5 गुना, 10 गुना, 20 गुना तक हो सकता है। यह broker पर निर्भर करता है कि – वह कितने गुना तक margin अपने clients को provide करा सकता है।

New Peak Margin Rule For Delivery & Intraday In Hindi

पहले जब सेबी का new peak margin rule नहीं आया था; तब आप पूर्व में ख़रीदे गए किसी भी stock holding को sell करते थे। तो sell किये हुए stocks की जितनी कीमत होती थी वह पूरा amount आपके Demat Account में show हो जाता था।

लेकिन new peak margin rule आ जाने से अब ऐसा नहीं है अब आप अपनी जो भी holding sell करेंगे उसका 80% आपके Demat account में दिखाई देगा। आप उस 80% amount को ही उसी दिन (sameday) इंट्राडे में उपयोग कर पाएंगे बाकी का 20% amount अगले दिन आपके demat accont में show होगा।

लेकिन अब Intra-day trading के लिए stock Broker द्वारा आपको 1 सितंबर से किसी भी प्रकार से मार्जिन provide (उपलब्ध) नहीं करायी जाएगी। अब आपको Intra-Day में ट्रेडिंग करने के लिए अपने Demat account में पूरा Fund रखना होगा। तभी आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर पाएंगे।

Share ट्रेडिंग करने के लिए नियम में Invest करना हुआ और भी ज्यादा आसान, अब ब्रोकरेज प्लान्स में होगी ट्रांसपैरेंसी

Share में Invest करना हुआ और भी ज्यादा आसान, अब ब्रोकरेज प्लान्स में होगी ट्रांसपैरेंसी

डीएनए हिंदी: ऑनलाइन शेयरों (Share Market) के सौदे करते समय अब और ज्यादा ट्रांसपैरेंसी देखने को मिलेगी. ब्रोकर्स को किसी भी सौदा डालने के पहले ही साफ बताना होगा कि सौदे की रकम के अलावा उस पर कितना ब्रोकरेज है. कितना बकाया टैक्स और कितना रेगुलेटरी चार्ज बाकि है. बता दें कि ये नियम ब्रोकर्स को 31 दिसंबर तक लागू करना होगा. निवेशकों ने शिकायत की थी कि कई बार ब्रोकर उनसे पहले से तय रकम से ज्यादा ब्रोकरेज वसूल लेते हैं. इसी को लेकर एक्सचेंज ने यह फैसला लिया.

एक्सचेंजेज ने सेबी (SEBI) से सलाह लेने के बाद इस मामले पर सर्कुलर जारी किया है कि ब्रोकरेज तय रेट से अधिक रेट न लें. अभी ऑनलाइन सौदा (Online Trading) डालते समय शेयर खरीद की ही रकम दिखती है, ब्रेक अप नहीं दिखता है. हालांकि बाद में कॉन्ट्रैक्ट नोट में शेयर खरीद की रकम के साथ बाकी सारे चार्जेज का ब्यौरा मिलता है. लेकिन सौदा डालते समय एकमुश्त रकम ही दिखती है. इस मामले पर एक्सचेंजेज ने सेबी से सलाह के बाद ये निर्देश जारी किया है कि ब्रोकरेज और अन्य खर्चों को सौदा डालने से पहले ही प्रमुखता से निवेशकों को बताया जाए.

अमेरिका की बड़ी कार्रवाई, असुरक्षित परमाणु गतिविधियों को लेकर छह पाकिस्तानी कंपनियां बैन

वाशिंगटन । बाइडन प्रशासन (Biden Administration) ने पाकिस्तान (Pakistan) को खतरनाक परमाणु तकनीक (nuclear technology) देने के लिए छह पाकिस्तानी कंपनियों (Pakistani companies) पर बैन (ban) लगा दिया है। अमेरिका (America) ने कुल 24 कंपनियों पर निर्यात प्रतिबंध लगाया है। अमेरिका ने गुरुवार को असुरक्षित परमाणु और मिसाइल प्रसार गतिविधियों के लिए अपनी प्रतिबंधित कंपनियों की सूची में पाकिस्तान की छह कंपनियों को नामित किया। अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने अपनी प्रतिबंधित कंपनियों की सूची में पाकिस्तान, लातविया, रूस, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड और संयुक्त अरब अमीरात की 24 कंपनियों को शामिल किया है। इन्हें अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति की चिंताओं को देखते हुए प्रतिबंधित किया गया है।

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संघीय रजिस्टर की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, डायनेमिक इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन को प्रतिबंधित कंपनियों की सूची में इसलिए जोड़ा गया है क्योंकि यह अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा ट्रेडिंग करने के लिए नियम और विदेश नीति के हितों के विपरीत पाकिस्तान की असुरक्षित परमाणु गतिविधियों के लिए सामानों की आपूर्ति कर खतरा पैदा कर रही थी।

रेनबो सॉल्यूशंस के मामले में भी ऐसा ही है, जबकि एनरक्विप प्राइवेट लिमिटेड और यूनिवर्सल ड्रिलिंग इंजीनियर्स को असुरक्षित परमाणु गतिविधियों और मिसाइल प्रसार संबंधी गतिविधियों में उनके योगदान के आधार पर इस सूची में जोड़ा गया है।

एनएआर टेक्नोलॉजीज जनरल ट्रेडिंग एलएलसी और ट्रोजन को उनके कार्यों और गतिविधियों के आधार पर पाकिस्तान और यूएई को लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबंधित सूची में जोड़ा गया है, जो अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के हितों के विपरीत है। विशेष रूप से, इन कंपनियों ने पाकिस्तान की असुरक्षित परमाणु गतिविधियों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए निर्यात नियंत्रण के अधीन आने वाले वस्तुओं की आपूर्ति की या आपूर्ति करने का प्रयास किया।

ट्रेडिंग ट्रेडिंग करने के लिए नियम करने के लिए नियम

AAP नेशनल पार्टी बनने को हुई तैयार, जानें कैसे मिलता है दर्जा और क्या है नियम

नई दिल्ली: हिमाचल और गुजरात में हार के बाद भी आप पार्टी जश्न के माहोल में है। वहीं इसकी वजह राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलना है क्योंकि हाल ही में आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी की उपलब्धता मिली है। इसके साथ ही किसी भी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए कुछ प्रमुख शर्तों को पूरा करना होता है। अगर कोई भी पार्टी उन शर्तों को पूरा करती है तो इलेक्शन कमीशन उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा देता है। अगर आप गुजरात या हिमाचल प्रदेश में 2 सीटों के साथ 6 फीसदी वोट हासिल कर लेती है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है।

आप का मिल जाएगा राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा

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