एक सही ETP ख़रीदा बहुत ही complicated और Convenient हो जाता है इन्वेस्टमेंट के ऑब्जेक्टिव के बियॉन्ड 4 बेसिक फेक्टर है जो इन्वेस्टर को ETF सेलेक्ट करने से पहले कंसीडर करना चाहिए

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प्राकृतिक गैस ईटीएफ

प्राकृतिक गैसईटीएफ अर्थ को प्राकृतिक गैस वायदा खरीदने की प्रथा के रूप में वर्णित किया गया है। यह मॉनिटर करता हैमंडी प्राकृतिक गैस के रुझान और कीमतें। सरल शब्दों में, प्राकृतिक गैस ईटीएफ उन निधियों को संदर्भित करता है जो प्राकृतिक गैस की कीमतों में ETF काम कैसे करता है उतार-चढ़ाव की निगरानी के लिए जिम्मेदार हैं। सबसे अच्छा उदाहरण UNG (यूनाइटेड स्टेट्स नेचुरल गैस ETF) है। ध्यान दें कि प्राकृतिक गैस ईटीएफ चुनने वाले निवेशकों को कोई भौतिक संपत्ति नहीं मिलती है। बल्कि उन्हें फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स का सर्टिफिकेट मिलता है।

Natural Gas ETF

आप एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध ईटीएफ की सूची पा सकते हैं। अन्य प्रतिभूतियों की तरह, प्राकृतिक गैस ईटीएफ एक अस्थिर निवेश बाजार है। यह अपने हिस्से के जोखिम के साथ आता है। आपकी वापसी प्राकृतिक गैस के प्रदर्शन पर निर्भर करती है। प्रत्येक ईटीएफ की बारीकी से निगरानी करना और उनकी योजनाओं को देखना महत्वपूर्ण है कि वे सभी निवेश साधनों की पेशकश क्या करते हैं। आप प्राकृतिक गैस ईटीएफ में विकल्प और वायदा के माध्यम से निवेश कर सकते हैं।

प्राकृतिक गैस एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड कैसे काम करता है?

जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, आपको प्राकृतिक गैस ईटीएफ के साथ गैसोलीन और अन्य भौतिक वस्तुओं को रखने की आवश्यकता नहीं है। आपको एक अनुबंध मिलेगा जो गैस की कीमतों की गति को ट्रैक करने में मदद करता है। कुछ ईटीएफ विशेष कमोडिटी के प्रदर्शन के आधार पर रिटर्न देते हैं। विनिमय बाजार में गैसोलीन, पेट्रोलियम, धातु और अन्य वस्तुओं के प्रदर्शन पर नज़र रखने के लिए सभी प्रकार के एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड का उपयोग नहीं किया जाता है।

हालांकि, प्राकृतिक गैस ईटीएफ पूरी तरह से अलग हैइक्विटीज और अन्य प्रतिभूतियां। इसका उपयोग गैसोलीन की कीमत की निगरानी के लिए किया जाता है। प्राकृतिक गैस की कीमतों में उतार-चढ़ाव बाजार में इस कमोडिटी के प्रदर्शन को निर्धारित करेगा। प्राकृतिक गैस एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड सबसे अस्थिर वित्तीय उत्पाद होते हैं। आपका रिटर्न पूरी तरह से अस्थिरता पर निर्भर करता हैआधारभूत संपत्ति। इसके अलावा, इस निवेश में वायदा, विकल्प और स्वैप शामिल हैं, जिन्हें काफी जोखिम भरा माना जाता है।

क्या प्राकृतिक गैस ईटीएफ एक सुरक्षित निवेश साधन है?

सभी प्रकार के निवेश साधन अपने हिस्से के जोखिम के साथ आते हैं, लेकिन जब डेरिवेटिव की बात आती है तो जोखिम अधिक होता है। कहा जा रहा है कि, प्राकृतिक गैस ईटीएफ अत्यधिक अस्थिर हैं। जब अमेरिका में इसकी शुरुआत हुई थी तब बाजार ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। हालांकि, बाजार हाल ही में अस्थिर है। ध्यान दें कि कमोडिटी ईटीएफ सभी निवेशकों के लिए सबसे अच्छा निवेश विकल्प नहीं है। यह शुरुआती लोगों के लिए अनुशंसित नहीं है। अन्य प्रतिभूतियों के विपरीत, प्राकृतिक गैस के प्रदर्शन पर मौसम का बहुत प्रभाव पड़ता है।

मौसम गर्म होने के साथ प्राकृतिक गैस की कीमत कम हो जाती है। 2016 के बाद से, संयुक्त राज्य में प्राकृतिक गैस की कीमत में सुधार नहीं हुआ है। दरअसल, निवेशकों का मानना है कि इसकी कीमत और कम नहीं हो सकती। जब तक राज्यों को खराब मौसम का अनुभव नहीं होगा, तब तक स्थिति के बेहतर होने की उम्मीद नहीं है। घरों में जितनी अधिक गैस का उपयोग होगा, इस वस्तु की कीमत उतनी ही अधिक होगी। हालांकि, जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, एक प्राकृतिक गैस ईटीएफ सबसे अस्थिर निवेश बाजारों में से एक है। इसलिए, निर्णय लेने से पहले अपना शोध करें।

ETF में निवेश कैसे करे (how to invest in ETP)

निवेशक हर घंटे ETF (exchange traded fund) की यूनिट को मन चाहे खरीदकर इन्वेस्ट कर सकते है और निवेशक अपने ब्रोकर को राय दे सकते है या फिर ब्रोकर की तरफ से उपलब्ध कराये जाने वाले ऑनलाइन ट्रेडिंग एप्लीकेशन का उपयोग कर इन्वेस्टमेंट कर सकते है.

ETF (exchange traded fund) में निवेश करने के लिए एक डीमेट अकाउंट के साथ ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए कोई व्यक्ति 1 से ज्यादा अकाउंट खोल सकता है ETF में डीमेट अकाउंट के साथ साथ ट्रेडिंग अकाउंट की भी सुविधा दी जाती है जिससे की मल्टीपल निवेश को एक ही जगह से मैनेज कर सकते है इस अकाउंट को खोलने के लिए एक फॉर्म भरना होता है जिसके लिए KYC दस्तावेज की आवश्यकता होती है.

ETF कैसे काम करता है (how do work in ETP)

ETP (exchange traded fund) साधरण तौर पर अंडर लाइन इंडेक्स कम्पोजीशन की Performance रेफ्लिकेट करने में फोकस करते है मतलब ETP में भी इंडेक्स के चड़ने और उतरने पर बदलाव आता है ETP का रिटर्न और रिस्क BSE सेंसेक्स या सोने जैसे एसेट में उतार चड़ाव पर निर्भर करता है.

ETF के advantage और disadvantage क्या है ( ETP advantage or disadvantage)

ETF के advantage :

  • ETF investor के वाइड वेरिएटी और इन्वेस्टर स्ट्रेटेजी एक्स्पोसर प्रोवाइड करते है जो ट्रेडिशनल mutual fund सही तरीके से कवर नहीं करते है
  • mutual fund के अंतर में ETF के expensive ratio बहुत कम है
  • better trading flexibility प्रोवाइड करते है
  • ETF होल्डर्स को capital games टैक्स ग्रान नही करना पड़ता जिसकी वजह से mutual fund और ETF के अंतर में ETF ज्यादा टैक्स Efficient होते है
  • mutual fund के compare में ETF का स्ट्रक्चर ज्यादा ट्रांसपेरेंट होता है

ईटीएफ कैसे काम करता है? | How ETF Works in Hindi

कोई भी नई कंपनी शेयर मार्केट में आने के लिए आईपीओ लाती है उसके बाद वह शेयर मार्केट में सूचीबद्ध होती है। तो उस कंपनी के शेयर हम या तो आईपीओ के समय ले सकते है या जब उसके शेयर ,मार्केट में आए तब।

वैसे ही जब कोई ईटीएफ आता है तो ईटीएफ लेने वाली म्यूचुअल फंड कंपनी सबसे पहले एनएफओ (New Fund Offer) लेकर आती है।उसके बाद वह ईटीएफ शेयर मार्केट में ट्रेड होने लगता है।

हम एनएफओ के समय भी ईटीएफ ले सकते है या फिर जब ईटीएफ मार्केट में ट्रेडिंग के लिए आता है तब। जैसे हम जब शेयर मार्केट चालू होता है तब कभी भी शेयर खरीद ये बेच सकते है वैसे ही ईटीएफ का भी है।शेयर के जैसे ही ईटीएफ की प्राइस बदलती रहती है।

एक्सचेंज ट्रेडेड फंड एक निवेश साधन हैं जो सूचकांक(इंडेक्स) को दोहराते हैं। ईटीएफ एक इंडेक्स की संरचना से मेल खाता है। यानी ईटीएफ जो है वो आम तौर पर किसी इंडेक्स जैसे कि सेंसेक्स,निफ्टी को ट्रैक करने के लिए बनाया जाता है।जैसे निफ्टी ईटीएफ निफ्टी को ट्रैक करता है। गोल्ड ईटीएफ गोल्ड में निवेश करता है। ईटीएफ कभी भी इंडेक्स से ज्यादा बेहतर रिटर्न नहीं दे सकते।

ईटीएफ के प्रकार | Types of ETF in Hindi

इंडेक्स ईटीएफ | Index ETF Meaning in Hindi

स्टॉक मार्केट इंडेक्स को ट्रैक करने के उद्देश्य से इंडेक्स फंड ईटीएफ होते हैं। इंडेक्स ईटीएफ में निवेश के साथ, निवेशक पोर्टफोलियो का एक ETF काम कैसे करता है हिस्सा या शेयर खरीद ता है जिसमें इंडेक्स की प्रतिभूतियां शामिल हैं।

इंडेक्स ईटीएफ सभी ईटीएफ प्रकारों में सबसे आम हैं। इसका उद्देश्य सेंसेक्स, निफ्टी, बैंक निफ्टी आदि जैसे एक विशेष बाजार सूचकांक को ट्रैक करना है। इंडेक्स ईटीएफ में निवेश करते समय आपको इंडेक्स जितना रिटर्न प्राप्त करने की ही उम्मीद करनी चाहिए। जिस इंडेक्स को आपका ईटीएफ ट्रैक कर रहा है,उससे ज्यादा रिटर्न आपको नहीं मिल सकता।

गोल्ड ईटीएफ | Gold ETF Meaning in Hindi

गोल्ड ईटीएफ गोल्ड के ETF काम कैसे करता है प्रदर्शन को ट्रैक करते हैं। गोल्ड ईटीएफ की कीमतें सोने की बाजार कीमतों पर आधारित होती हैं। गोल्ड ईटीएफ फंड का उद्देश्य बाजार में सोने की कीमत को ट्रैक करना है और इसका मूल्य शुद्ध 24 कैरेट भौतिक सोने के समान होता है।

निष्कर्ष – ईटीएफ क्या है?कैसे काम करता है?प्रकार | ETF Meaning in Hindi

आशा करता हूं कि आपको ईटीएफ क्या है? (ETF Meaning in Hindi) इसके बारे यह जानकारी अच्छी लगी होगी।

इस जानकारी को दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करे।अगर आपके कुछ सवाल है तो आप कॉमेंट में पूछ सकते है। धन्यवाद!

Nifty 50 ETF: नए निवेशक करना चाहते हैं शेयर बाजार में निवेश तो चुन सकते हैं ये रास्‍ता, लंबे समय में होगा फायदा

By: ABP Live | Updated at : 09 Nov 2022 08:42 AM (IST)

Nifty 50 ETF: शेयर बाजार में निवेश करने का कोई उचित समय नहीं होता. मतलब आप शेयर बाजार की टाइमिंग नहीं कर सकते. दूसरी तरफ, भारतीय शेयर बाजार लगातार नई ऊंचाई छू रहे हैं. इक्विटी लंबे समय में बाकी सभी एसेट क्‍लास (Asset Class) की तुलना में बेहतर रिटर्न भी देते हैं. अब सवाल उठता है कि शेयरों में निवेश की शुरुआत कैसे करें. अगर आप शेयरों में निवेश के मामले में नए हैं तो निवेश करने के लिए सही कंपनी चुनना आसान काम नहीं है. इसके लिए आपको कंपनी की आर्थिक स्थिति, उसकी व्यावसायिक संभावनाओं, वैल्यूएशन, उद्योग की गतिशीलता, बाजार की स्थितियों आदि को समझने की जरूरत है.
यहां पर निफ्टी 50 ईटीएफ (Exchange Traded Funds) सामने आता है. ईटीएफ एक किसी खास इंडेक्‍स को ट्रैक करता है और स्‍टॉक एक्‍सचेंजों पर इसका कारोबार भी शेयरों की तरह ही किया जाता है. हालांकि, इसे म्‍यूचुअल फंड कंपनियों द्वारा पेश किया जाता है. आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग के समय स्‍टॉक एक्‍सचेंजों ईटीएफ के यूनिट्स की खरीद-बिक्री कर सकते हैं. इस संबंध में, निफ्टी 50 ईटीएफ पहली बार शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए स्टार्टिंग पॉइंट हो सकता है.
ऐसे निवेशकों के लिए निफ्टी 50 ईटीएफ बहुत कम राशि में भी एक्सपोजर देगा. ईटीएफ की एक यूनिट को आप कुछ सौ रुपये में खरीद सकते हैं. उदाहरण के लिए, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ एनएसई पर 185 रुपये की कीमत पर ट्रेड कर रहा था. इस प्रकार आप 500-1000 रुपये तक का निवेश कर सकते हैं और एक्सचेंज से निफ्टी 50 ईटीएफ के यूनिट्स खरीद सकते हैं. आप हर महीने व्यवस्थित निवेश भी कर सकते हैं. ऐसा करने से आप बाजार के सभी स्तरों पर खरीदारी करेंगे और आपके निवेश की लागत औसत होगी. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ का ट्रैकिंग एरर, जो किसी अंतर्निहित इंडेक्स से फंड रिटर्न के डेविएशन का एक पैमाना है - 0.03% है, जो निफ्टी 50 ईटीएफ यूनिवर्स में सबसे कम है. सीधे शब्दों में कहें तो यह संख्या जितना कम है, उतना बेहतर.
निफ्टी 50 इंडेक्स में बाजार पूंजीकरण (ETF काम कैसे करता है Market Capitalization) के मामले में देश की बड़ी-बड़ी कंपनियां शामिल हैं. इसलिए, निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश एक निवेशक के लिए शेयरों और सेक्टर्स में बेहतर डायवर्सिफिकेशन (Diversification) उपलब्‍ध कराता है.
डायवर्सिफायड पोर्टफोलियो (diversified portfolio) किसी निवेशक के निवेश जोखिम को कम करता है. अगर आप किसी खास स्‍टॉक में निवेश करते हैं तो जोखिम अधिक होता है जबकि डायवर्सिफायड पोर्टफोलियो के मामले में बाजार में आने वाला उतार-चढ़ाव सभी शेयरों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित नहीं कर सकता.

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