Bitcoin Kya hai ? | Bitcoin के बारे में सारी जानकारी
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी है। यह एक ऐसी करेंसी है जिसे कोई नहीं देख सकता यह वर्चुअल रूप में पाई जाती है।इसे इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सिक्योर करके रखते हैं। पिछले कुछ वर्षों में इसका चलन काफी बढ़ गया है। आप इसे किसी अन्य करेंसी की तरह खरीद सकते हैं जैसे Dollar, Rupee, Krona, Dinar आदि। आइए इस ब्लॉग में विस्तार से जानिए कि Bitcoin kya hai ?
Table of Contents
Bitcoin Kya hai? | बिटकॉइन क्या है ?
Bitcoin kya hai ? जानने से पहले जानिए कि बिटकॉइन एक अंग्रेजी शब्द ‘Crypto’ है, जिसका अर्थ होता है गुप्त। क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर बिटकॉइन काम करती है। क्रिप्टोग्राफी का अर्थ होता है कोडिंग भाषा को सुलझाने की कला। बिटकॉइन को बिटकॉइन वॉलेट में सेव करते हैं। इसे हम एक सुरक्षित ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने के लिए उपयोग करतें हैं। ये 0 और 1 सीरीज में आती है।
इसे बड़ी-बड़ी कंपनियों ने एक्सचेंज के रूप में अपनाया है जैसे – Microsoft, Tesla आदि। इसको 2008 में सातोशी नाकामोतो ने बनाया था लेकिन 2009 में इसे ओपन स्रोत सॉफ्टवेयर के रूप में लॉन्च किया गया था। इसकी सबसे छोटी यूनिट सातोशी हैं, 1 Bitcoin= 10 करोड़ सातोशी हैं। सातोशी नाकामोतो को बिटकॉइन का फाउंडर कहा जाता है।
बिटकॉइन कैसे बनाया जाता है| How to make Bitcoin.
बिटकॉइन प्रोड्यूस करना इतना आसान नहीं है इसमें काफी मेहनत लगती हैं। ये माइनिंग मेथड से आई एक इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा है जिसके कारण इसकी कीमत बढ़ जाती हैं। माइनर गणितीय और क्रिप्टोग्राफिक समस्याएं को सुलझाते हैं। इस समस्या को सुलझाने पर माइनर को बिटकॉइन ब्लॉक के रूप में रिकॉर्ड करते हैं। माइनिंग प्रोसेस लंबा होता है।बिटकॉइन केवल सिमित संख्या में बनाए जाते हैं, इसलिए इसकी कारण से इसकी मांग बढ़ रही हैं।
Bitcoin का उपयोग कहां कहां किया जाता है
Bitcoin का उपयोग अलग-अलग ऑनलाइन ट्रांसक्शन्स में किया जाता है। ये P2P नेटवर्क पर काम करता हैं। आजकल ऑनलाइन डेवेलपर्स, NGOs इसका इस्तेमाल ऑनलाइन ट्रांसक्शन्स के लिए करते हैं। ऑनलाइन भुगतान जैसे हम बैंक में ट्रांसक्शन्स करते हैं, हम पता लगा सकते है किसे भुगतान की है। लेकिन बिटकॉइन का रिकॉर्ड पब्लिक लैजर में नहीं होता है। इसे ट्रैक नहीं किया जा सकता जब किसी दो व्यक्तियों के बीच एक्सचेंज किया जा रहा बिटकॉइन का उपयोग करने के नुकसान बिटकॉइन का उपयोग करने के नुकसान हो। इसका रिकार्ड सिर्फ दो बार ही देखा जा सकता है एक बार जब किसी ने इसे खरीदा हो और दूसरी बार जब कोई इसे बेच रहा हो।
बिटकॉइन के क्या क्या लाभ है | Advantage of Bitcoin
बिटकॉइन को दुनिया भर में कहीं भी और किसी को भी भेज सकते हैं।
इसका अकाउंट ब्लॉक नहीं किया जाता, जैसे कभी-कभी बैंक अकाउंट ब्लॉक कर दिए जाते हैं।
अंतरराष्ट्रीय लेनदेन में इसका उपयोग कर सकते हैं और इसमें ट्रांजेक्शन फीस लगती हैं।
इसमें मध्यस्थ (मिडलमैन) की भूमिका नहीं रहती है बिटकॉइन का उपयोग करने के नुकसान जिससे कम खर्च में लेन देन किया जाता है।
इसे किसी देश में वैधानिक मान्यता नहीं है इसलिए इसका उपयोग बिना किसी अतिरिक्त कीमत से किया जा सकता है।
बिटकॉइन के क्या क्या नुकसान है | Disadvantage of Bitcoin
इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है अगर आपका डेटा हैक हो जाए और रिकवर ना हो पाए या अगर आप पासवर्ड भूल जाते हैं तो आप अपने सारे Bitcoin गवा देते हैं।
इस पर किसी अथॉरिटी का नियंत्रण नहीं है जिस कारण से इस को अवैध चीजें खरीदने के उपयोग में लाया जा सकता है।
अब तो आप जान ही गए होंगे कि Bitcoin Kya hai बिटकॉइन के क्या लाभ हैं बिटकॉइन का उपयोग हम कहां कहां करते हैं इससे होने वाले हानियां अगर यह पोस्ट आपको पसंद आया है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं अगर आपके मन में कोई सवाल यह सुझाव है तो आप हमें नीचे दिए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं
Bitcoin Kya Hai In Hindi
Bitcoin Kya Hai In Hindi: बिटकॉइन का नाम तो आप लोगों ने जरुर सुना होगा, क्योंकि आज के समय में यह Crptocurrency बहुत चर्चा में है इसलिए सभी लोग बिटकॉइन के बारे में जानना चाहते हैं. बिटकॉइन या टेक्नोलॉजी में रूचि रखने वाले लोग अक्सर इंटरनेट पर सर्च करते हैं कि Bitcoin क्या होता है.
अगर आपको भी बिटकॉइन के बारे में जानना है तो यह लेख आपके लिए ही है. हमने इस लेख के द्वारा कोशिस की है कि आपको बिटकॉइन के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करा सकें.
इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Bitcoin क्या है इन हिंदी, बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया, बिटकॉइन का उपयोग कहाँ किया जाता है, आप कैसे एक बिटकॉइन खरीद सकते हैं, बिटकॉइन के फायदे और नुकसान क्या हैं और क्या भारत में बिटकॉइन लीगल है.
हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख में आपके बिटकॉइन से सम्बंधित अनेक सारे Confusion दूर हो जायेंगे, लेकिन उसके लिए आपको इस लेख को पूरा पढना होगा. तो चलिए शुरू करते हैं आज का यह लेख और जानते हैं बिटकॉइन क्या होता है विस्तार से.
Bitcoin एक Virtual Currency है, यह एक ऐसी करेंसी है जिसका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है. आप बिटकॉइन को छू नहीं सकते हैं, बिटकॉइन को अपने जेब या पर्स में नहीं रख सकते हैं. बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है. बिटकॉइन को रखने के लिए एक डिजिटल वॉलेट की जरुरत होती है.
बिटकॉइन का इस्तेमाल ऑनलाइन पेमेंट में किया जाता है, यह P2P नेटवर्क पर काम करता है. किसी भी देश, सरकार, बैंक या कंपनी का बिटकॉइन पर नियंत्रण नहीं है. बिटकॉइन का लोग बिना किसी माध्यम के सीधे एक दुसरे के साथ लेन – देन कर सकते हैं. यह एक विकेंद्रीकृत मुद्रा है.
बिटकॉइन ऑनलाइन Transaction में बहुत Fast और Efficient है. बिटकॉइन का इस्तेमाल न केवल ऑनलाइन पेमेंट के लिए किया जाता है बल्कि लोग जिस प्रकार शेयर बाजार में निवेश करते हैं इसी प्रकार से बिटकॉइन में निवेश कर सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं. इलिए बिटकॉइन आजकल बहुत ज्यादा चर्चा में हैं.
बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी के अंतर्गत आती है, यह सबसे पहली व सबसे महँगी क्रिप्टोकरेंसी हैं. मार्केट में अनेक प्रकार की क्रिप्टो करेंसी मौजूद हैं जैसे कि इथेरियम, RED कॉइन, रिप्पल आदि. ये सभी क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोग्राफी तकनीकी के नियमों के द्वारा संचालित होती हैं.
बिटकॉइन में होने वाली सभी लेन – देन के रिकॉर्ड को ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के द्वारा सुरक्षित रखा जाता है. ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में नेटवर्क से जुड़े किसी कंप्यूटर से Transaction होती है तो इसका पता नेटवर्क से जुड़े सब कंप्यूटर को हो जाता है. इसलिए बिटकॉइन में धोखा – धड़ी होने की संभावना बहुत कम होती है.
Bitcoin Kya Hai In Hindi: बिटकॉइन का नाम तो आप लोगों ने जरुर सुना होगा, क्योंकि आज के समय में यह Crptocurrency बहुत चर्चा में है इसलिए सभी लोग बिटकॉइन के बारे में जानना चाहते हैं. बिटकॉइन या टेक्नोलॉजी में रूचि रखने वाले लोग अक्सर इंटरनेट पर सर्च करते हैं कि Bitcoin क्या होता है.
अगर आपको भी बिटकॉइन के बारे में जानना है तो यह लेख आपके लिए ही है. हमने इस लेख के द्वारा कोशिस की है कि आपको बिटकॉइन के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करा सकें.
इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Bitcoin क्या है इन हिंदी, बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया, बिटकॉइन का बिटकॉइन का उपयोग करने के नुकसान उपयोग कहाँ किया जाता है, आप कैसे एक बिटकॉइन खरीद सकते हैं, बिटकॉइन के फायदे और नुकसान क्या हैं और क्या भारत में बिटकॉइन लीगल है.
हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख में आपके बिटकॉइन से सम्बंधित अनेक सारे Confusion दूर हो जायेंगे, लेकिन उसके लिए आपको इस लेख को पूरा पढना होगा. तो चलिए शुरू करते हैं आज का यह लेख और जानते हैं बिटकॉइन क्या होता है विस्तार से.
Bitcoin एक Virtual Currency है, यह एक ऐसी करेंसी है जिसका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है. आप बिटकॉइन को छू नहीं सकते हैं, बिटकॉइन को अपने जेब या पर्स में नहीं रख सकते हैं. बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है. बिटकॉइन को रखने के लिए एक डिजिटल वॉलेट की जरुरत होती है.
बिटकॉइन का इस्तेमाल ऑनलाइन पेमेंट में किया जाता है, यह P2P नेटवर्क पर काम करता है. किसी भी देश, सरकार, बैंक या कंपनी का बिटकॉइन पर नियंत्रण नहीं है. बिटकॉइन का लोग बिना किसी माध्यम के सीधे एक दुसरे के साथ लेन – देन कर सकते हैं. यह एक विकेंद्रीकृत मुद्रा है.
बिटकॉइन ऑनलाइन Transaction में बहुत Fast और Efficient है. बिटकॉइन का इस्तेमाल न केवल ऑनलाइन पेमेंट के लिए किया जाता है बल्कि लोग जिस प्रकार शेयर बाजार में निवेश करते हैं इसी प्रकार से बिटकॉइन में निवेश कर सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं. इलिए बिटकॉइन आजकल बहुत ज्यादा चर्चा में हैं.
बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी के अंतर्गत आती है, यह सबसे पहली व सबसे महँगी क्रिप्टोकरेंसी हैं. मार्केट में अनेक प्रकार की क्रिप्टो करेंसी मौजूद हैं जैसे कि इथेरियम, RED कॉइन, रिप्पल आदि. ये सभी क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोग्राफी तकनीकी के नियमों के द्वारा संचालित होती हैं.
बिटकॉइन में होने वाली सभी लेन – देन के रिकॉर्ड को ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के द्वारा सुरक्षित रखा जाता है. ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में नेटवर्क से जुड़े किसी कंप्यूटर से Transaction होती है तो इसका पता नेटवर्क से जुड़े सब कंप्यूटर को हो जाता है. इसलिए बिटकॉइन में धोखा – धड़ी होने की संभावना बहुत कम होती है.
Bitcoin को किसन बनाया ( Who Invented Bitcoin)
बिटकॉइन को 2009 में सतोषी नाकमोतो नामक एक जापानी इंजीनियर ने Develop किया. बिटकॉइन के साथ ही उन्होंने ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी को भी दुनिया के सामने पेश किया था.
सतोषी नाकमोतो एक ऐसी करेंसी बनाना चाहते थे बिटकॉइन का उपयोग करने के नुकसान जिसके द्वारा लोग दुनिया में कहीं भी बिना किसी बैंक, सरकार या कम्पनी के सीधे आपस में लेन – देन कर सकें, और उनके Transaction का रिकॉर्ड एक Public Ledger (सार्वजनिक बही खाता) में रखा जाए.
साल 2011 में बिटकॉइन को बनाने वाले सतोषी नाकमोतो अचानक गायब हो जाते हैं और पीछे छोड़ जाते हैं इस Open Source Software को जिसे कि बिटकॉइन के यूजर इस्तेमाल कर सकें और उसे Improve और Update कर सकें.
अनेक सारे लोगों का यह भी मानना है कि सतोषी नाकमोतो कोई व्यक्ति नहीं थे यह केवल एक काल्पनिक करैक्टर था. लेकिन इसके पीछे ही सत्यता क्या है इसकी जानकारी अभी तक किसी को भी नहीं है.
बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? आज का रेट हिंदी में जानें
दुनिया में 210 राष्ट्रीय करेंसी (राष्ट्रीय करेंसी) व करीब 600 से अधिक आभासी करेंसी हैं उन्हीं में से बिटकॉइन भी एक करेंसी है। बिटकॉइन (Bitcoin) की शुरूआत 3 जनवरी, 2009 को जापानी प्रोग्रामर संतोषी नकामों तो ने की। 2009 में एक बिटकॉइन मात्र रु. 9 का था। 2015 में रु. 14,000 मई, 2016 में यह रु. 30,000, नवम्बर, 2017 को एक बिटकॉइन की कीमत रु. 8 लाख 31 हजार थी और 7 जनवरी, 2018 को एक बिटकॉइन की कीमत करीब रु. 12 लाख थी।
बिटकॉइन की दुनिया में पहली सबसे महंगी अन्तर्राष्ट्रीय डिजीटल मुद्रा (करेंसी) है। जापान, नाइजीरिया के साथ-साथ कई देशों ने बिटकॉइन को बिटकॉइन का उपयोग करने के नुकसान वैधानिक मुद्रा मान लिया है।
बिटकॉइन अपने सोर्स सॉफ्टवेयर पर आधारित पहली ओर सबसे महंगी इंटरनेशनल करेंसी है, जो वॉलेट से ट्रांसफर की जाती है। इस तरह से धन ट्रांसफर करने पर आपको सिर्फ करीब रु. 1 70 पैसा की फी देनी पड़ती है, दुनिया भर में इस वक्त, लाखों लोग साधारण मुद्राओं की जगह बिटकॉइन का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इस आर्थिक लेन-देन की प्रक्रिया में आपके बटुए में नोट नहीं आते, करेंसी नहीं आती बल्कि कुछ डिजिटल कोड आते हैं और ये ही कोड निवेशकों तक पहुंची हुई रकम होती है।
बिटकॉइन की दुनिया में 1600 एटीएम हैं और भारत में 17 एटीएम हैं और महान मुक्केबाज माइक टायसन के पास दुनिया में बिटकॉइन एटीएम की सबसे बड़ी चेन है।
बिटकॉइन का पूरा लेखा-जोखा टोरेन्ट आधारित ब्लॉकचेन में रहता है। ब्लॉकचेन दुनिया की सबसे आधुनिक सुरक्षित टेक्नोलॉजी है। बिटकॉइन माइनिंग सर्वर द्वारा बनते हैं, बिटकॉइन को समाप्त करना या इसमें कोई बदलाव करना असम्भ्व है।
क्या वास्तव में लोग बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं?
बिटकॉइन का उपयोग करने वाले व्यवसायों और व्यक्तियों की संख्या बढ़ रही है, इसमें ईंट और रेत व्यवसाय जैसे रेस्तरां, अपाईमेंट कानून फर्म ओर लोकप्रिय सेवाएं जैसे Namecheap, वर्डप्रेस, रेडिट और Flatter शामिल हैं।
बिटकॉइन इस्तेमाल करने के फायदे क्या हैं?
1. बिटकॉइन का इस्तेमाल करने से लेन-देन की लागत क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड से भुगतान करने के मुकाबले बहुत ही कम होती है।
2. बिटकॉइन को हम दुनिया में कहीं भी और कभी भी भेज सकते हैं बिना किसी परेशानी के।
3. बिटकॉइन का खात बन्द नहीं होता जैसे कभी-कभी किसी कारण से बैंक हमारे क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड को बन्द कर देता है, तो वह समस्या यहां नहीं होती।
बिटाकॉइन इस्तेमाल करने के नुकसान क्या हैं?
1. बिटकॉइन को नियंत्रित करने के लिए कोई (authority) अधिकार बैंक या सरकार नहीं है तो इसकी वजह से बिटकॉइन की कीमत में काफी उतार-चढ़ाव भी होते हैं तो ये थोड़ा-सा जोखिम (risky) हो जाता है।
2. किसी का खाता कभी हैक कर लिया जाता है तो वह अपने सारे बिटकॉइन खो सकता है और इसे वापस भी नहीं लाया जा सकता।
Cryptocurrency: क्या है क्रिप्टोकरंसी, कैसे काम करती है, क्या इसमे निवेश करना चाहिए? विस्तार से समझिए
क्रिप्टोक्यूरेंसी आमतौर पर विकेन्द्रीकृत डिजिटल पैसा है जिसे इंटरनेट पर उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। बिटकॉइन, जिसे 2008 में लॉन्च किया गया था, पहली क्रिप्टोक्यूरेंसी थी, और यह अब तक का सबसे बड़ा, सबसे प्रभावशाली और सबसे प्रसिद्ध है। उस दशक के बाद से, बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी जैसे एथेरियम सरकारों द्वारा जारी किए गए धन के डिजिटल विकल्प के रूप में विकसित हुए हैं।
क्रिप्टोक्यूरेंसी को समझने के लिए, पहले तीन शब्दावली को समझना होगा -ब्लॉकचेन, विकेंद्रीकरण और क्रिप्टोग्राफी।
सरल शब्दों में, क्रिप्टोक्यूरेंसी के संदर्भ में ब्लॉकचेन एक डिजिटल लेज़र है जिसकी पहुँच अधिकृत उपयोगकर्ताओं के बीच वितरित की जाती है। यह खाता बही कई प्रकार की संपत्तियों से संबंधित लेनदेन को रिकॉर्ड करता है, जैसे पैसा, घर, या यहां तक कि बौद्धिक संपदा।
पहुंच अपने उपयोगकर्ताओं के बीच साझा की जाती है और साझा की गई कोई भी जानकारी पारदर्शी, तत्काल और “अपरिवर्तनीय” होती है। अपरिवर्तनीय का मतलब कुछ भी है जो ब्लॉकचेन रिकॉर्ड अच्छे के लिए है और इसे संशोधित या छेड़छाड़ नहीं किया जा सकता है – यहां तक कि एक व्यवस्थापक द्वारा भी।
केंद्रीकृत धन बिटकॉइन का उपयोग करने के नुकसान का तात्पर्य उस नियमित धन से है जिसका हम उपयोग करते हैं, जो कि भारतीय रिज़र्व बैंक जैसे अधिकारियों द्वारा शासित होता है। क्रिप्टोक्यूरेंसी में विकेंद्रीकरण का मतलब है कि कोई समान प्राधिकरण नहीं है जिसे किसी विशेष क्रिप्टोकरेंसी के उत्थान और पतन की निगरानी के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। केंद्रीकृत धन पर इसके कई लाभ हैं।
क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्यों है?
क्रिप्टोक्यूरेंसी पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली का पहला विकल्प है, और पिछले भुगतान विधियों और संपत्ति के पारंपरिक वर्गों पर शक्तिशाली फायदे हैं। एक नई तरह की नकदी जो इंटरनेट की मूल निवासी है, जो इसे दुनिया में अब तक देखे गए मूल्य के आदान-प्रदान का सबसे तेज़, आसान, सस्ता, सबसे सुरक्षित और सबसे सार्वभौमिक तरीका होने की क्षमता देती है।
क्या आपको क्रिप्टोक्यूरेंसी में निवेश करना चाहिए?
क्रिप्टोकरेंसी में डील करने के कई फायदे हैं, और नुकसान भी काफी हैं। यहां शीर्ष तीन कारण दिए गए हैं जो क्रिप्टोकरेंसी के पक्ष और विपक्ष में काम करते हैं।
लाभ:
वे निजी और सुरक्षित हैं: क्रिप्टोकरेंसी को बढ़ावा देने वाली ब्लॉकचेन बिटकॉइन का उपयोग करने के नुकसान तकनीक उपयोगकर्ता की गुमनामी सुनिश्चित करती है। यह क्रिप्टोग्राफी के माध्यम से उच्च स्तर की सुरक्षा का भी आश्वासन देता है, जिस पर हमने पहले चर्चा की थी।
वे विकेंद्रीकृत, अपरिवर्तनीय और पारदर्शी हैं: संपूर्ण प्रणाली साझा स्वामित्व पर कार्य करती है, जहां डेटा सभी अनुमत सदस्यों के लिए उपलब्ध है और छेड़छाड़-सबूत है।
वे मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव हैं: मुद्रास्फीति के समय में क्रिप्टोकुरेंसी एक महान निवेश करती है। उदाहरण के लिए, निवेशक अक्सर क्रिप्टोकरेंसी की तुलना सोने से करते हैं। इसके पीछे एक कारण यह है कि सोने की तरह ही, वे सीमित आपूर्ति में हैं, क्योंकि किसी भी प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी के खनन पर एक सीमा है।
नुकसान:
उन्हें व्यापक रूप से नहीं समझा जाता है: वे एक अपेक्षाकृत नई अवधारणा हैं और क्रिप्टोक्यूरैंक्स की दीर्घकालिक स्थिरता को देखा जाना बाकी है।
वे उच्च जोखिम के लिए प्रवण हैं: कहने की जरूरत नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी जोखिम के रूप में कई पुरस्कार लाती है। उनकी अत्यधिक अस्थिर और सट्टा प्रकृति उन्हें तेज नीचे की ओर सर्पिल बनाती है। क्रिप्टोक्यूरेंसी में निवेश करना कई कारणों से जोखिम भरा हो सकता है।
एक प्रमुख निवारक तथ्य यह हो सकता है कि डिजिटल मुद्रा का कोई अंतर्निहित या अंतर्निहित मूल्य नहीं है। एक आपूर्ति-मांग प्रकार का समीकरण है जिसका उपयोग बिटकॉइन जैसे क्रिप्टो के मूल्य को निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
साथ ही, यह देखना आसान है कि इंटरनेट पर साधारण अटकलों के परिणामस्वरूप इन सिक्कों के मूल्य में कितनी वृद्धि या हानि हो सकती है।
साथ ही तथ्य यह है कि कई देशों में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है या उनका उपयोग प्रतिबंधित है, यह एक महत्वपूर्ण जोखिम के रूप में सामने आता है। उनकी वैधता भारत जैसे देशों में बहस का विषय है।
स्केलेबिलिटी एक समस्या है: यह एक जटिल मुद्दा है, जिसका ब्लॉकचेन के तकनीकी पक्ष से अधिक लेना-देना है। सीधे शब्दों में कहें तो ब्लॉकचेन की सुस्त प्रकृति इसे लेन-देन में देरी का कारण बनाती है। आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक भुगतान तकनीकों की तुलना में इसमें क्रिप्टो भुगतान को अक्षम बनाने की प्रवृत्ति है।
भारत में शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी-
1. बिटकॉइन (बीटीसी)
2. एथेरियम (ETH)
3. टीथर (यूएसडीटी)
4. बिनेंस सिक्का (बीएनबी)
5. एक्सआरपी (एक्सआरपी)
6. टेरा (लूना)
7. कार्डानो (एडीए)
8. सोलाना (एसओएल)
9. पोलकाडॉट (डॉट)
10. लाइटकोइन (एलटीसी)
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