Hindi Typing chart & Kruti Dev 010 best English to Hindi keyboard
अब वो समय गया जब लोग हाथों से किसी भी तरह का बिलिंग, Data storage, school में स्टूडेंट्स attendance, Teacher attendance इत्यादि रजिस्टर में दर्ज की जाती थी। लोग अब हर काम ऑनलाइन कर रहे हैं जिसके लिए बहुत सारे टाइपराइटर्स की रिक्वायरमेंट होती है। बहुत सारे टाइपराइटर्स इंग्लिश में तो टाइप कर लेते हैं लेकिन हिंदी टाइप करने में उन्हें प्रॉब्लम होती है खासकर हमारे नॉर्थ इंडिया में।
Maximum user’s के फोन या laptop में english keyboard होता है। खासकर North India के अनुशंसित चार्ट्स लोगों को हिंदी भाषी होने के कारण Hindi typing chart की बहुत आवश्यकता होती है। बहुत सारे यूजर्स को ये भी पता नहीं है की Hindi typing अनुशंसित चार्ट्स chart क्या है तथा Kruti Dev 010 क्या है? और कंप्यूटर टाइपिंग बहुत से प्रतियोगिता परीक्षा में आजकल मांगी जाती है।
बहुत सारे स्टूडेंट्स को इंग्लिश टाइपिंग तो आती है लेकिन हिंदी में वह फस जाते हैं। इसलिए आज के Blog में हम Hindi typing chart तथा Kruti Dev font के बारे में बताएंगे।
Kruti Dev 010 Font क्या है ?
अगर आप एक टाइपराइटर बनना चाहते हैं तो आपको टाइपिंग के Font के बारे में जानना सबसे ज्यादा जरूरी है। क्योंकि जब तक आप Font के बारे में जानेंगे नहीं तब तक आप टाइप नहीं कर सकते। इंग्लिश टाइपिंग के तो बहुत सारे फोंट होते हैं लेकिन प्रॉब्लम होती है जब हम हिंदी टाइपिंग करते हैं तब हमें यह पता ही नहीं होता कि हिंदी टाइप करने के लिए किस फोन का इस्तेमाल करें।
हिंदी भाषा की लिपि देवनागरी होती है। इसके लिए कंप्यूटर में kruti Dev font 010 नाम का एक Font आता है जिसकी मदद से आप हिंदी टाइपिंग कर सकते हैं। Kruti Dev font 010 देवनागरी की तरह Non unicode font है। Kruti Dev font का इस्तेमाल keyboard layout और typewriter के द्वारा किया जाता है।
आजकल दुनिया की लगभग हर चीज को इंटरनेट से जोड़ा जा रहा है चाहे वह प्राइवेट हो या फिर सरकारी ।हर जगह एक टाइपराइटर की आवश्यकता जरूर पड़ती है बड़ी से बड़ी कंपनी हो या छोटा से छोटा एक दुकान वाला।
हर किसी को एक टाइपराइटर की आवश्यकता निश्चित होती है भले ही वह टाइपिंग खुद से करें या फिर वह स्टाफ रखें। सरकार के द्वारा टाइपराइटर के लिए वैकेंसी भी निकाली जाती है जैसे Clerk, स्टेनोग्राफर ,डाटा एंट्री ऑपरेटर इत्यादि पोस्ट को एग्जाम के जरिए फुलफिल किया जाता है।
हमारे नॉर्थ इंडिया में खासकर हिंदी टाइपिंग तो आनी चाहिए और हिंदी टाइपिंग सीखने के लिए आपको Kruti Dev font और Hindi typing chart के बारे में जानकारी निश्चित रूप से होनी चाहिए।
Hindi Typing Chart
टाइपिंग करना हर किसी के बस की बात नहीं क्योंकि यह भी एक कला है। टाइपिंग सीखने के लिए आपको रोजाना प्रैक्टिस करना होगा। ऐसा भी नहीं है कि आपने बटन को याद कर लिया और आपको टाइपिंग आ गई। कीबोर्ड का हर एक बटन आपके दिमाग को नहीं आपके हाथों को याद होनी चाहिए इस तरह से प्रैक्टिस होनी चाहिए।
हिन्दी टाइपिंग के लिए हमारे द्वारा कुछ इमेज दिए गए हैं जिसकी मदद से आप अपने पीसी के keybord पर practice कर सकते हैं।
हिन्दी टाइपिंग करने का सही तरीका (Speed Booster For Typing )
अक्सर students में ये देखा जाता है की जब उनका एग्जाम clear हो जाता है और बारी आती है Typing Test की तो तब जाके टाइपिंग करना स्टार्ट करते हैं, जो बिलकुल सही तरीका नही है।ऐसे में एग्जाम नजदीक होता है और आपके अंदर घबराहट होती है जिसकी वजह से टाइपिंग में बहुत सारी छोटी छोटी मिस्टेक होती है।
इसलिए मैं हर स्टूडेंट्स को ये रिकॉमेंड करूंगा की वो everyday कम से कम एक घण्टे की practice करनी चाहिए। हमारे द्वारा ऊपर Hindi typing chart का image दिया गया है। आप इसे download कर अपने english keyboard पर चिपका दे।Typing में अगर कैरियर बनाना है तो आपको इतना practice करना होगा की keyboard दिमाग को कम हाथी को ज्यादा याद होनी चाहिए। Typing आप तभी तेज कर पाएंगे जब आप प्रैक्टिस करेंगे।
आपको अगर किसी कॉम्पिटेटिव एग्जाम में स्लैक्ट होना है तो English में minimum 30 से 35 word पर मिनट तथा हिंदी में 25 से 30 word पर मिनट होना चाहिए। हमारे द्वारा बताए गए टाइपिंग स्पीड बहुत सारे एग्जाम के अनुसार वेरी भी कर सकता है।
इसलिए हम हमेशा अपने स्टूडेंट से यही कहते हैं कि More practice, You will get more Speed!!
अगर आपको इमेज को पढ़ने में प्रॉबलम हो रही है या समझ नहीं आ रहा है तो हमने qwert वाले keyboard पर भी आसनी से हिन्दी टाइपिंग कर सकते हैं।
Note:-
क्रम शब्द में ‘क्र’ मे जो आधा ‘र’ जुड़ा है वो बनेगा z से
कर्म शब्द में ‘म’ के ऊपर आधा ‘र’ जुड़ा है वो बनेगा Shift Z से
Hindi Indic Input Tool क्या है?english to hindi typing
Hindi Indic Input Tool एक ऐसा Tool है जिसकी मदद से इंग्लिश कीबोर्ड से आसानी से हिंदी में टाइपिंग कर सकते हैं। Hindi Indic Input Tool Wordpad,Notepad, Microsoft office इत्यादि में available रहता है। और यदि available नहीं है तो इसे आसानी से इंस्टॉल किया जा सकता है। Hindi Indic Input Tool Wordpad,Notepad इत्यादि में .exe files के रुप में रहता है जिसे आप आसानी से इंस्टॉल कर सकते हैं।
FAQ (Frequently asked questions)
हिंदी में टाइपिंग कैसे करते हैं ?
अगर आप मोबाइल में हिंदी टाइपिंग करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर से Google keyboard indic app को इंस्टॉल करना होगा इसके बाद Google Indic keyboard को सिलेक्ट कर ले फिर आपका फोन हिंदी टाइपिंग के लिए तैयार हो जाएगा।
Keyboard को हिंदी में क्या कहा जाता है?
Ans: Keyboard को हिंदी में Generally “कीबोर्ड” ही कहा जाता है लेकिन वास्तविक में कीबोर्ड का हिंदी “कुंजीपटल” होता है।
Corona Diet Chart: ये 4 डाइट रूल कर लिया फॉलों तो कोरोना छू भी नहीं सकेगा, जानिए कैसे करें इम्युनिटी हाई
Reported By: |ऋतु सिंह | Updated: Dec 22, 2022, 01:45 PM IST
डीएनए हिंदीः कोरोना संक्रमण (Corona Infection) चाइना और जापान में कहर मचा रहा है और इससे बचने का एक ही उपाय है कि आप अपनी इम्युनिटी को मजबूत (Boost Immunity) करने के लिए सारे उपाय कर लें. यहां आपको हाई इम्युनिटी से बचने के लिए कुछ खास डाइट रूल (Diet Rule) के बारे में बता रहे हैं जो आपको इस वायरस से मुकाबला करने में अद्भुद शक्ति देगा.
ध्यान रखें अगर आपने इस डाइट रूल को फॉलो कर लिया तो समझ लें कि आपको कोरोना छू कर निकल जाएगा और आपको इससे नुकसान नहीं होगा. तो चलिए जानें किस डाइट रूटीन को फॉलो करना होगा.
1. प्रतिदिन ताजा भोजन करें
फल, सब्जियां, फलियां (दाल, बीन्स, आदि), नट और साबुत अनाज (जैसे जई, गेहूं, ब्राउन राइस, आलू और रतालू) दूध, पनीर और पशु स्रोतों से प्राप्त खाद्य पदार्थ जैसे मांस, मछली, अंडे, खाएं). रोजाना आप 2 कप फल (4 सर्विंग), 2.5 कप सब्जियां (5 सर्विंग), 180 ग्राम अनाज और 160 ग्राम मांस और बीन्स खाएं. आप रेड मीट को हफ्ते में 1-2 बार और पोल्ट्री को हफ्ते में 2-3 बार खा सकते हैं. उच्च चीनी, वसा या नमक वाले खाद्य पदार्थों के बजाय नाश्ते के लिए कच्ची सब्जियां और ताजे फल चुनें.अनुशंसित चार्ट्स
2. ढेर सारा पानी पिएं
रोजाना 8-10 कप पानी पिएं. पानी आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और शरीर की गंदगी से छुटकारा दिलाता है और जोड़ों को चिकना और इनके बीच के कुशन को बनाए रखता है. ज्यादा से ज्यादा
तरल पदार्थ लें- जैसे कि नींबू का रस (बिना चीनी), संतरे अनुशंसित चार्ट्स आदि का जूस. चाय और कॉफी बहुत अधिक न लें क्योकि कैफीन का अधिक सेवन डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है, बहुत मीठे फलों के रस, सिरप, फलों के रस और चीनी युक्त किसी भी पेय से बचें.
3. अपने वसा और तेलों का सेवन सीमित करें
वसायुक्त मांस, मक्खन, क्रीम और पनीर जैसे संतृप्त वसा के बजाय असंतृप्त वसा वाले खाद्य पदार्थ खाने की कोशिश करें (जैसे कि मछली, एवोकाडो, नट्स, जैतून का तेल, मकई के तेल आदि में पाए जाने वाले).
सफेद मांस, जैसे चिकन, और मछली लाल मांस की तुलना में बेहतर विकल्प हैं क्योंकि वे आम तौर पर वसा में कम होते हैं. प्रोसेस्ड मीट से दूर रहें क्योंकि इनमें वसा और नमक की मात्रा अधिक होती है. जब संभव हो तो कम वसा वाले या कम वसा वाले दूध और डेयरी उत्पादों का विकल्प चुनें.
4. नमक और चीनी कम खाएं
खाना पकाते और तैयार करते समय नमक और उच्च सोडियम वाले मसालों की मात्रा सीमित करें. अधिक नमक और चीनी वाले खाद्य पदार्थों से बचें. शीतल पेय और अन्य पेय पदार्थों की संख्या सीमित करें जो चीनी में उच्च हैं. मीठे स्नैक्स जैसे कुकीज, केक और कैंडी के बजाय ताजे फल चुनें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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10 Best Practices For DOUBLE TOP CHART PATTERN HINDI
ऊपर वाले chart मे candlestic pattern के साथ double top chart दिया गया है। chart मे देख रहे है की बाजार मे लम्बा up(तेजी) का ट्रेंड चलने के बाद chart मे 2(दो) top बनते है।double top chart pattern बने तब पिछला ट्रेंड up होना चाहिए।आयी ये अब हम इसको विस्तार से समझते है।
जब chart मे double top top1 बने तब वह पिछले ट्रेंड का highest high होना चाहिए यानि की up ट्रेंड का highest high। highest high बनाने के बाद share गिरना(मंदी) सारु कर देता है ये गिरावट लगभग 10-15% के आसपास होती है।
जब top1 का volume सामान्य हो जाता है तब कोई prise पे support ले कर गिरावट रुक जाती है और कुछ समय तक सिमित range मे ट्रेड करता है।
Support लेकर share फिर से तेजी पकड़ लेता है और top2 बनता है।जब top2 बने उसके बाद की गिरावट बहुत तेज हो जाती है।
Top1 और top2 के बिच मे 7-8 candle का gape होना चाहिए अगर कम gape हो तो double top chart नहीं माना जाता।
Double top chart का कैसे उपयोग करें?
Double top chart की मदद से position कैसे बनाये?
• ऊपर फोटो मे जैसा दिखाई दे रहा है वैसे top1 और top2 के बिच का low है वहां पे line बनाई ये ये line को Neck Line कहते है आप इसे chart मे देख सकते है।
• अब हमें sell के लिए यह देखना है की जब भाव(prise) top2 बनाने के बाद जब कोई candle Neck line के निचे close हो तब उसके close prise(भाव) पर sell कीजिये।
Profit booking कहा करें ?
ऊपर वाले chart को ध्यान से देखिये। अब आपको जहा neck line के point A और point B के बीचमे जितना अंतर है उतना का stop loose ले।हम इसे उदाहरण से समझ ते है।
अब हमें 45 point का stop loose ले सकते है ये सिर्फ उदाहरण है आप अपने share के भाव(prise) के हिसाब से लीजिये।
Note: sell करने के point और stop loose वाले point के बीचमे RRR(risk reword ratio) के नियम अनुसार 2% के आसपास का अंतर होना चाहिए वरना आप ट्रेड ना करें।
Chart pattern के साथ-साथ candlestic pattern भी समझ ना जरुरी है। आप निचे दिए गई candle के नाम पर click करके उसे सिख सकते है।
अनुशंसित चार्ट्स
बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हेल्दी डाइट बेहद जरूरी है। बच्चों के विकास के लिए उम्र के हिसाब से उन्हें खाना खिलाना चाहिए। शारीरिक और मानसिक विकास के लिए 6 महीने के बाद बेबी को पौष्टिक आहार देना शुरू कर देना चाहिए। एक्सपर्ट का अनुशंसित चार्ट्स कहना है कि 6 महीने बाद बच्चों को मां के दूध के अलावा खाना खिलाना शुरू कर देना चाहिए। इससे बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। ऐसे में नई मां को पता होना चाहिए कि आखिर एक साल के बच्चे को पौष्टिक आहार में क्या खिलाना चाहिए और क्या नहीं।
इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने फैट टू स्लिम ग्रुप की सेलिब्रिटी इंटरनेशनल डायटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट शिखा अग्रवाल शर्मा से बात की और उन्होंने बताया है कि जब बेबी 8 से 9 महीने का होता है इस समय केवल मदर फीड से उनका पेट नहीं भरता है। ऐसे में आप उन्हें खाना खिलाना शुरू करें। अगर आप भी अपने 1 साल के बच्चे के खानपान को लेकर परेशान हैं, तो आइए जानते हैं आपके बेबी के लिए हेल्दी डाइट चार्ट।
वेजिटेबल खिचड़ी
6 महीने बाद बच्चे किसी भी खाने को चबा नहीं सकते हैं। ऐसे में आप उनके लिए सॉफ्ट और मैश खाना बनाएं। एक साल के बेबी को आप वेजिटेबल खिचड़ी खिला सकते हैं। इसे बच्चा आसानी से निगल सकता है। साथ ही यह बेहद हेल्दी होता है। खिचड़ी में प्रोटीन, विटामिन और खनिज पाया जाता है अनुशंसित चार्ट्स जो कि बच्चे की विकास के लिए फायदेमंद होता है।
आलू का मैश
एक साल के बच्चे के लिए आलू का मैश बेहद पौष्टिक होता है। इसे बच्चे बहुत आसानी से खा लेते हैं। आलू में पोटेशियम और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जो कि बेबी के विकास के लिए बहुत ही अच्छा होता है। आलू मैश को बनाने के लिए आलू को उबाल लें। इसके बाद उसे अच्छे से मिक्स कर लें। इसे बेबी को खिलाएं।
एप्पल पाई
अच्छे स्वास्थ्य के लिए सेब का सेवन करना काफी अच्छा माना जाता है। एक साल के बच्चे को आप सीधा सेब खाने को नहीं दे सकते हैं। ऐसे में आप उनकी डाइट को सेब को शामिल करने के लिए एप्पल पाई बना सकती हैं। इसके बनाने के लिए एक सेब लें। इसे छीलकर कद्दूकस कर लें। अब एक पैन में दूध गर्म कर लें। इसके बाद इसमें चीनी और कद्दूकस सेब डालकर इसे अच्छे से उबाल लें। जब एप्पल पाई ठंडा हो जाए, तो बेबी को खिलाएं।
चावल, दाल और देसी घी
एक साल तक के बच्चे को आप दाल और चावल जरूर खिलाएं। दाल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। दाल, चावल को खिलाने के लिए चावल और दाल को पका लें। इसके बाद दाल और चावल में देसी घी डालकर अच्छे से मैश कर लें। अब इसे अपने बच्चे को खिलाएं। देसी घी बच्चे की सेहत के लिए बेहद अच्छा होता है।
टिप्सः एक साल के बच्चे के लिए केवल देसी घी का ही उपयोग करना चाहिए।
बच्चे की ग्रोथ के लिए डेयरी प्रोडक्ट बहुत ही अच्छे होते हैं। बच्चे की शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उनकी डाइट में पनीर जरूर शामिल करें। पनीर अनुशंसित चार्ट्स का सेवन करने से मांसपेशियों का विकास होता है।
6 महीने के बाद केवल मां के दूध से बच्चे का पेट नहीं भरता है। ऐसे में आप बच्चे को बाहर का दूध देना शुरू करें। अच्छी सेहत के लिए आप बच्चे को केवल प्लेन दूध दें।
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9 महीना के बच्चे के दांत आने शुरू हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें काटने के लिए कुछ न कुछ चाहिए होता है। ऐसे में आप बेबी को खीरा दे सकती हैं। खीरे की स्लाइस को काटकर बच्चे को दें इससे उनके मसूड़े मजबूत होंगे।
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अनुशंसित चार्ट्स
BEST Chart Settings are key to remain profitable in any type of trading style. Be it intraday, Swing Trade, Scalping or positional trade. The BEST Chart Settings also demand trend confirmation to avoid any false signals. In layman terms, BEST Chart Settings are the ones that maximize your profit and no of winning trades. It should minimize no of losing trades. Based on my study and experience, अनुशंसित चार्ट्स in my opinion following are the BEST Chart Settings (a) Intraday: 15 mins (b) Swing Trade: 4 Hours (c) Positional Trade: 1 day (d) Scalping: 1 Mins The trend should be confirmed on a chart of time frame 3-4 times the basic chart settings.
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