Paytm से Stock Market में Invest कैसे करे?
India का सबसे famous mobile wallet Paytm अब आ गया है Stock market में और Paytm stock broker features की मदद से कोई भी online किसी भी कंपनी के stock में invest कर सकता है. अगर आप भी Stock market में invest करना चाहते है तो आप जरुर Paytm stock trading app के बारे में जानकारी हासिल करे क्योकि हो सकता है. क्योकि यह जानना बहुत जरुरी है की कौन से app से आपको बेहतर benefit मिल सकता है आज के समय में बहुत से top apps है जो की बेहतर features देते है आईये देखते है की इसमें क्या है?
दुनिया के सबसे बेहतर inverter Warren Buffett ने एक बात कही है,
कभी भी पूरा पैसा किसी एक company में या किसी एक business में नहीं लगाना चाहिए और पैसे बचाने के साथ-साथ invest करना भी सीखना चाहिए.
ऐसे में अगर आप आ share market जैसे चीज़ो में interest रखते है और Tata, Reliance, या Wipro जैसे बड़े companies में पैसा लगाना चाहते है. तो आप सही जगह है यहाँ पर हम एक ऐसे ही stock trading app के बारे में बात करेंगे जहा से आप किसी भी कंपनी में पैसे लगा सकते है.
Paytm से Stock Market में Invest कैसे करे?
Paytm stock trading का feature इस्तेमाल करने के लिए आपको फ़ोन पर एक नया app install करना होगा और फिर आप Stock investment का इस्तेमाल कर सकते है.
लेकिन अभी का सवाल है की Paytm investment में ऐसे कौन से features है? जिसकी वजह से दूसरे top trading apps को छोड़कर कोई इसका इस्तेमाल करे.
किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे जरुरी होता है की उसका कोई शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाये भी online काम secure और easy तरीके से हो सके और अगर आप Paytm का इस्तेमाल करते हैं तो इसकी उम्मीद रख सकते है. App को डाउनलोड करके इस्तेमाल कैसे करना है और stock market में कैसे पैसे लगाना है? इसके बारे में जानने से पहले हम इसके कुछ features और customer benefits के बारे में जान लेते है.
- Competitive Pricing: अगर आप cash delivery trade करते है app पर तो इसके लिए कोई charge नहीं लगेगा और intraday trades या day trading का इस्तेमाल करते है तो आपको केवल 10 रुपये देंगे होंगे.
- Simple and Smart Search: बहुत सारे app में अपने देखा होगा की किसी trade को search करने के लिए आपको ticker name ध्यान रखना होता है जबकि Paytm trading में ऐसा नहीं है आप direct name से search कर सकते है.
- Hassle-free Account Opening: Stock में invest करने वालों की सबसे बड़ी problem होते है account verification जिसमे उन्हें online के साथ-साथ online सारे document send करने होते है. जो की बहुत ज्यादा problem create करता है लेकिन आपको Paytm में 100% paperless account opening feature मिलता है.
- One App For All Needs: आपको अलग-अलग plan जैसे की long investment, stock trading या market research के लिए अलग-अलग app का इस्तेमाल करने की जरुरत नहीं है आपको सब एक जगह पर ही मिल जायेगा.
- Smart Notifications: आपके stock में क्या चल रहा है इसके बारे में update लेना बहुत जरुरी होता है और ये हमारे लिए possible नहीं हैं की बार-बार app को open करके देखे इसलिए Paytm ने smart notification बनाया है जो की 50 stocks के बारे में नोटिफिकेशन देगा.
- Stock Performance & Fundamentals: Stock में पैसे लगाने से पहले उस company के financial status के बारे में जानना बहुत जरुरी है और आपको Paytm stock app से detail जानकारी मिलेगा.
- Data Privacy: आपको यहाँ पर Bank level की security मिलेगा जो की आपको शायद ही किसी ऐसे app में मिले.
Paytm Money:
जैसा की मैंने आपको बताया आप Paytm wallet app में stock और trading का इस्तेमाल नहीं कर सकते है इसके लिए आपको एक अलग app download करना होगा. जिसका नाम है Paytm Money और यह इस समय Web और Android के लिए live है और कुछ ही समय में आपको iOS platform के लिए भी आपको यह देखने को मिलेगा.
अगर आप Paytm wallet का इस्तेमाल करते है तो आप directly आप Paytm Money में login कर सकते है आपको अलग से account बनाने की जरुरत नहीं है.
बस आप KYC complete करके आप investment करना start कर सकते है यहाँ पर आपको recommendation में सभी Top Rated Funds देखने को मिल जायेंगे और अगर आप चाहे तो mutual funds में investment कर सकते है और यहाँ पर मुझे लगता है सबसे बेहतर dashboard देखने को मिलता है जहा पर हर एक जरुरी जानकारी आपो देखने को मिल जाता है.
Paytm Stock में account बनाना और invest करना बेहद आसान है ये सभी तो अपने देख लिए इसमें आपको बहुत से और features मिलते है. जो की आपको सही trade में invest करने के लिए help करेंगे जैसे की filters आप इसका इस्तेमाल करके अपने investment plan के हिसाब से companies check कर सकते है.
Hidden Charges:
Delivery Trading में ये एक discount brokerage की तरह काम करेंगे और आपसे किसी भी तरह का charge नहीं नहीं लेंगे लेकिन अगर आप intraday trading करते है तो आपको 10 रुपये देंगे होंगे.
- Options में भी 10 रूपया प्रति Lot के हिसाब से देना होगा.
- DP charges, अगर आप आप CDSL से करेंगे तो 14.50 रुपये और NSDL से करेंगे तो 15.5 रुपये आपको देंगे होंगे .
- Pledge creation charges के 32 रुपये
- Remateriation अगर आपको करवाना है तो 250 रुपये प्रति 100 share शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाये के हिसाब से देंगे होंगे और अगर Demateriation करवाना है तो भी 250 रुपये लगेंगे
- अगर आप Net banking से payment करते है तो आपको 10 रुपये pay करने होंगे और अगर आप UPI का इस्तेमाल कर रहे है तो ये Zero होगा.
- अगर अपने margin उठाया है तो आपको 18% per year के हिसाब से interest देना होगा.
- Physical statement चाहिए तो 300 रुपये और अगर साथ में courier चाहिए तो 300 रुपये और देंगे होंगे.
- यहाँ पर आपको account opening free में मिल जायेगा लेकिन platform charge 30 रुपये per साल के हिसाब से देना होगा और अगर आपको digital KYC करवाना है तो उसके लिए 200 रुपये का charge देना होगा.
- अगर आप Demat account open करते है तो उसके लिए 300 रुपये का charge देना होगा.
दोस्तों यहाँ पर हमने Paytm stock trading app के बारे में बताया है जो की अभी launch हुआ है आप जिस तरह से दूसरे किसी app का इस्तेमाल करके online किसी company में पैसे लगते है. ठीक उसी तरह से आप अब आप Paytm money का इस्तेमाल करके किसी company में पैसे लगा सकते है. अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप comment में इसके बारे में जरूर बताये.
Shailesh Chaudhary is the Author & Co-Founder of the TechYukti.com. He has also completed his graduation in Computer Engineering from Kanpur(UP) . He is passionate about Blogging & Digital Marketing.
शेयर कैसे खरीदे और बेचे जाते हैं? जानिए कैसे करते हैं शेयर मार्केट में इंवेस्ट?
हेलो दोस्तों ! आज के समय में हर कोई जल्दी पैसे कमाना चाहता है, लेकिन पैसे कमाना इतना भी आसान नहीं है. ऐसे में शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है जहाँ से आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. लेकिन शेयर्स में पैसा लगाने से पहले आपको इस बारे में जानकारी होना बहुत जरुरी है कि शेयर में पैसा कैसे लगाया जाता है? या शेयर कैसे ख़रीदे और बेचे जाते हैं? या शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट कैसे किया जाता है? यदि आप भी इस बारे में नहीं जानते हैं तो चलिए हम आपको इसकी जानकारी विस्तार से दे देते हैं.
सबसे पहले जानते हैं शेयर क्या है?
‘शेयर यानि हिस्सा’, इस शब्द से ही आपको यह समझ आ गया होगा कि शेयर यानि हिस्सा होता है. जैसे आप यदि किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाये तो इसका मतलब है कि उस कंपनी में आपका हिस्सा है. उदाहरण से समझे तो मान लीजिए आपने टाटा का कोई शेयर ख़रीदा है. यानि अपने टाटा कंपनी में अपनी हिस्सेदारी खरीदी है. आप इसे पार्टनरशिप भी कह सकते हैं. यानि कंपनी का मुनाफा अपना मुनाफा और कंपनी का नुकसान आपका नुकसान.
अब जानिए शेयर मार्केट क्या होता है?
शेयर मार्केट को स्टॉक एक्सचेंज के नाम से भी जाना जाता है. इसके लिए आपको एक उदाहरण से समझाते हैं. जिस तरह हमें घर का सामान खरीदने के लिए किराना स्टोर जाना होता है या जैसे हमें सब्जी या फल खरीदना हो तो हम मंडी जाते हैं. ठीक उसी तरह शेयर खरीदने के लिए या शेयर बेचने के लिए एक मार्केट होता है जिसे शेयर मार्केट कहा जाता है. इसे हम शेयर बाजार या स्टॉक एक्सचेंज भी कहते हैं. यहाँ आप शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाये अपने लिए शेयर खरीद और अपने शेयर बेच सकते हैं.
स्टॉक एक्सचेंज में 2 तरह के मार्केट या एक्सचेंज होते हैं. पहला है ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)’ और दूसरा है ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE)’.
शेयर कैसे खरीदे और बेचे जाते हैं ?
पहले की तुलना में अब शेयर खरीदने की प्रक्रिया में काफी बदलाव आ चुका है. पहले शेयर मार्केट से शेयर की खरीदी या बिकवाल करने के लिए हमें स्टॉक एक्सचेंज जाना होता था या किसी ब्रोकर या दलाल से सम्पर्क बनाना होता था. तब जाकर हम अपना शेयर खरीद और बेच पाते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब आपको शेयर खरीदने और बेचने के लिए खुद का डिमैट अकाउंट होना चाहिए. इसके जरिए आप शेयर खरीद और बेच सकते हैं. इसके साथ ही यह भी बता दें कि आप अपना डिमैट अकाउंट किसी भी ब्रोकिंग कंपनी के माध्यम से आसानी से बना सकते हैं. इसके लिए कई ब्रोकिंग कंपनियां जैसे एंजेल ब्रोकिंग, ट्रेडिंग बेल, जेरोधा आदि हैं जहाँ आप अपना डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं.
कैसे करें शेयर की खरीदी या शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाये बिकवाली ? (In few Steps)
1. सबसे पहले आपको अपने डिमैट अकाउंट में लॉग इन करना होगा.
2. इसके बाद आपको जिस कंपनी का शेयर खरीदना है उसका नाम सर्च करें.
3. कंपनी के नाम पर क्लिक करने के साथ ही उस कंपनी के शेयर की जानकारी और साथ ही buy/sell दोनों का आप्शन मिल जाएगा.
4. इसे सेलेक्ट करने के बाद आपके सामने कुछ चीजें आती हैं जैसे स्टॉक या शेयर खरीदने की अवधि ? शेयर की प्राइस ? या आपको जिस प्राइस पर अपना पाको को कितने दिन के लिए खरीदना चाहते है ? किस प्राइस से आपको खरीदनी है ? शेयर की क्वांटिटी ? आदि.
5. इसी तरह शेयर बेचने के पहले सेल्लिंग प्राइस सामने आता है जहाँ आपको शेयर पर नुकसान या फायदे के बारे में पता चलता है.
काम की खबर: नजारा का IPO तो खुला, लेकिन जानिए कैसे करें IPO में निवेश, डीमैट अकाउंट है जरूरी
हमारे देश में बचत के पैसे लगाने यानी निवेश करने के कई तरीके हैं। इन्ही में से एक है 'इनीशियल पब्लिक ऑफर' यानि IPO। निवेश का ये तरीका आज कल ट्रेंड में है। अगर आप भी IPO में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं या करना चाहते हैं तो सबसे पहले ये समझ लीजिए कि IPO क्या होता है? दरअसल, जब कोई कंपनी अपने स्टॉक या शेयर्स छोटे-बड़े निवेशकों के लिए जारी करती है तो उसका जरिया IPO होता है। इसके बाद कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होती है।
IPO होता क्या है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपनी कंपनी के शेयर्स को लोगों को ऑफर करती है तो इसे IPO कहते हैं। कंपनियों द्वारा ये IPO इसलिए जारी किया जाता है जिससे वह शेयर बाजार में आ सके। शेयर बाजार में उतरने के बाद कंपनी के शेयरों की खरीदारी और बिकवाली शेयर बाजार में हो सकेगी। यदि एक बार कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग की इजाजत मिल जाए तो फिर इन्हें खरीदा और बेचा जा सकता है। इसके बाद शेयर को खरीदने और बेचने से होने वाले फायदे और नुकसान में भागीदारी निवेशकों की होती है।
कंपनी IPO क्यों जारी करती है?
जब किसी कंपनी को अपना काम बढ़ाने के लिए पैसों की जरूरत होती है तो वह IPO जारी करती है। ये IPO कंपनी उस वक्त भी जारी कर सकती है जब उसके पास धन की कमी हो वह बाजार से कर्ज लेने के बजाय IPO से पैसा जुटाना चाहती हैं। शेयर बाजार में लिस्टेड होने के बाद कंपनी अपने शेयरों को बेचकर पैसा जुटाती है। बदले में IPO खरीदने वाले लोगों को कंपनी में हिस्सेदारी मिल जाती है। मतलब जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के खरीदे गए हिस्से के मालिक होते हैं।
क्या इसमें निवेश करने में रिस्क हो सकता है?
इसमें कंपनी के शेयरों की परफॉर्मेंस के बारे में कोई आंकड़े या जानकारी लोगों के पास नहीं होती है, इसलिए इसे थोड़ा रिस्की तो माना ही जाता है। लेकिन जो व्यक्ति पहली बार शेयर बाजार में निवेश करता है उसके लिए IPO बेहतर विकल्प है।
IPO में निवेश कैसे करें?
अगर आप IPO में इन्वेस्ट करना चाहते है तो उसके लिए आपको डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होता है। ये अकाउंट एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट और एक्सिस डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास जाकर खोला जा सकता है। इसके बाद आपको जिस कंपनी में निवेश करना है उसमें आवेदन करें। निवेश के लिए जरूरी रकम आपके डीमैड एकाउंट से लिंक्ड एकाउंट में होनी चाहिए। निवेश की रकम तब तक आपके एकाउंट से नहीं कटती जब तक आपको शेयर अलॉट नहीं हो जाता।
जब भी कोई कंपनी IPO निकालती है उससे पहले इसका एक समय किया जाता है जो 3-5 दिन का होता है। उसी समय में उस कंपनी का IPO ओपन रहता है। जैसे शेयर मार्केट से हम एक, दो या अपने चुनाव से शेयर खरीदते है यहां ऐसा नहीं होता। यहां आपको कंपनी द्वारा तय किए गए लॉट में शेयर खरीदना होता है। ये शेयर की कीमत के हिसाब से 10, 20, 50, 100, 150, 200 या अधिक भी हो सकता है। वहां आपको 1 शेयर की कीमत भी दिखाई देती है।
IPO की कीमत कैसे तय होती है?
IPO की कीमत दो तरह से तय होती है। इसमें पहला होता है प्राइस बैंड और दूसरा फिक्स्ड प्राइस इश्यू ।
प्राइस बैंड कैसे?
शेयर की कीमत को फेस वैल्यू कहा जाता है। जिन कंपनियों को आईपीओ लाने की इजाजत होती है वे अपने शेयर्स की कीमत तय कर सकती हैं। लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य क्षेत्रों की कंपनियों को सेबी और बैंकों को रिजर्व बैंक से अनुमति लेनी होती है। कंपनी का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बुक-रनर के साथ मिलकर प्राइस बैंड तय करता है। भारत में 20% प्राइस बैंड की इजाजत है। इसका मतलब है कि बैंड की अधिकतम सीमा फ्लोर प्राइस से 20% से ज्यादा नहीं हो सकती है। फ्लोर प्राइस वह न्यूनतम कीमत है, जिस पर बोली लगाई जा सकती है। प्राइस बैंड उस दायरे को कहते हैं जिसके अंदर शेयर जारी किए जाते हैं। मान लीजिए प्राइस बैंड 100 से 105 का है और इश्यू बंद होने पर शेयर की कीमत 105 तय होती है तो 105 रुपए को कट ऑफ प्राइस कहा जाता है। अमूमन प्राइस बैंड की ऊपरी कीमत ही कट ऑफ होती है।
आखिरी कीमत
स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट अविनाश गोरक्षकर के अनुसार बैंड प्राइस तय होने के बाद निवेशक किसी भी कीमत के लिए बोली लगा सकता है। बोली लगाने वाला कटऑफ बोली भी लगा सकता है। इसका मतलब है कि अंतिम रूप से कोई भी कीमत तय हो, वह उस पर इतने शेयर खरीदेगा। बोली के बाद कंपनी ऐसी कीमत तय करती है, जहां उसे लगता है कि उसके सारे शेयर बिक जाएंगे।
अगर IPO में कंपनी के शेयर नहीं बिकते हैं तो क्या होगा?
अगर कोई कंपनी अपना IPO लाती है और निवेशक शेयर नहीं खरीदता है तो कंपनी अपना IPO वापस ले सकती है। हालांकि कितने प्रतिशत शेयर बिकने चाहिए इसको लेकर कोई अलग नियम नहीं है।
ज्यादा मांग आने पर क्या होगा?
मान लीजिए कोई कंपनी IPO में अपने 100 शेयर लेकर आई है लेकिन 200 शेयरों की मांग आ जाती है तो कंपनी सेबी द्वारा तय फॉर्मूले के हिसाब से शेयर अलॉट होते हैं। कंप्यूटराइज्ड लॉटरी के जरिए आई हुई अर्जियों का चयन होता है। इसके अनुसार जैसे किसी निवेशक ने 10 शेयर मांगे हैं तो उस 5 शेयर भी मिल सकते हैं या किसी निवेशक को शेयर नहीं मिलना भी संभव होता है।
SIP में पैसे लगाने का फायदा: हर महीने 25000 की बचत से पा सकते हैं 3.32 करोड़, जानिए कैसे और क्या करना होगा
अगर आप हर महीने SIP में 10 हजार रुपये 20 साल के तक जमा करें तो अंत में 1.32 करोड़ रुपये की कमाई हो सकती है. परसेंटेज के हिसाब से देखें तो 10 हजार रुपये 8 फीसदी की दर से 20 साल में 57.26 लाख रुपये का रिटर्न देगा.
कुछ हजार रुपये जमा कर लखपति या करोड़पति बनना चाहते हैं तो एसआईपी (SIP) सबसे अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. म्चूचुअल फंड का सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) जमा राशि पर चक्रवृद्धि का फायदा देता है. इसका फायदा तब और अधिक मिलता है जब लंबी अवधि में निवेश किया जाता है. आज हम जानने की कोशिश करेंगे कि 5 हजार, 10 हजार और 25 हजार रुपये एसआईपी में जमा करते हैं तो 20 साल में कितना रिटर्न मिलेगा.
आइए पहले ये जानते हैं कि एसआईपी का क्या फायदा है. जब आप SIP के माध्यम से निवेश करते हैं, तो आप एक निश्चित अवधि में एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं. यह राशि आपको एक निश्चित संख्या में फंड यूनिट खरीदने की सुविधा देती है. यदि आप इसे लंबे समय तक जारी रखते हैं, तो आपको उतार-चढ़ाव के दौरान फंड में निवेश करने को मिलता है. दूसरे शब्दों में, आपको अपना निवेश करने के लिए बाजार को समय देने की आवश्यकता नहीं है. मार्केट टाइमिंग एक जोखिम भरा काम हो सकता है क्योंकि कोई गलत समय पर निवेश कर सकता है. SIP निवेश जोखिम के इसी फैक्टर को दूर करता है. आप हर महीने (या तिमाही) की एक निश्चित तारीख को अपने बैंक को सीधे अपने बैंक खाते से अपनी पसंद के म्यूचुअल फंड एसआईपी में फंड ट्रांसफर करने के लिए कह सकते हैं.
5 हजार पर कितना मिलेगा रिटर्न
अगर कोई व्यक्ति हर महीने 5,000 रुपये का निवेश करता है तो 20 साल में उसे 66.35 लाख रुपये मिलेंगे. 5 हजार रुपये प्रति महीने के हिसाब से वह व्यक्ति 12 लाख रुपये जमा करेगा. अगर इस राशि पर 8 परसेंट के हिसाब से रिटर्न मिलता है तो 28.53 लाख रुपये अंत में मिलेंगे. अगर 12 फीसदी के हिसाब से जोड़ें तो कुल रिटर्न 45.99 लाख का होगा. 15 फीसदी के हिसाब से रिटर्न जोड़ें तो 20 साल में 66.35 लाख रुपये मिलेंगे.
10 हजार रुपये पर कितना रिटर्न
अगर आप हर महीने SIP में 10 हजार रुपये 20 साल के तक जमा करें तो अंत में 1.32 करोड़ रुपये की कमाई हो सकती है. परसेंटेज के हिसाब से देखें तो 10 हजार रुपये 8 फीसदी की दर से 20 साल में 57.26 लाख रुपये का रिटर्न देगा. अगर रिटर्न 12 परसेंट की दर से देखें तो यह 91.98 लाख रुपये होंगे. अंत में, अगर 15 फीसदी के हिसाब से रिटर्न देखें तो 10 रुपये की डिपॉजिट 1.32 करोड़ रुपये देगी. पूरे 20 साल में प्रति महीने 10 हजार की जमा राशि 24 लाख रुपये जुटाएगी जिस पर आपको SIP का लाभ मिलेगा.
25 हजार जमा पर कितना रिटर्न
अब मान लें आप हर महीने 25 हजार रुपये 20 साल तक जमा करते हैं. इस पूरी अवधि में आप 60 लाख रुपये जोड़ लेंगे. SIP में जमा यह राशि अगर 8 फीसदी का रिटर्न देती है तो आपको 1.43 करोड़ रुपये मिलेंगे. यही रिटर्न अगर 12 परसेंट के लिहाज से देखें तो कुल रकम 2.शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाये 30 करोड़ रुपये होगी. आपकी 60 लाख रुपये की जमा राशि अगर 15 फीसदी की दर से रिटर्न देती है तो 20 साल बाद 3.32 करोड़ रुपये मिलेंगे.
SIP में क्या होता है
जब आप एसआईपी में लगातार निवेश करते हैं तो आपके रिटर्न का पैसा री-इनवेस्ट होता है. यानी कि रिटर्न का पूरा पैसा फंड में दोबारा जमा कर दिया जाता है. इसे चक्रवृद्धि कहते हैं और इसका नतीजा होता है कि आपका पैसा कई गुना तक बढ़ जाता है. हालांकि रिटर्न को कई गुना तक बढ़ाने के लिए आपको अधिक के लिए पैसे जमा करना होगा. यह भी जरूरी है कि जितनी जल्द हो सके, निवेश शुरू कर दें.
मान लें तरुण, वरुण और अरुण तीन भाई हैं जिन्होंने एसआईपी में निवेश शुरू किया है. तरुण ने हर महीने 2000 का निवेश शुरू किया और 40 साल तक पैसे जमा करते रहे. इस तरह वे कुल अवधि में 9.6 लाख रुपये जमा कर सकेंगे. इससे एसआईपी में 2.3 करोड़ रुपये की राशि तैयार होगी. फाइनल फंड 2.4 करोड़ रुपये का होगा. वरुण ने 30 साल के लिए हर महीने 2000 रुपये जमा करना शुरू किया तो वे 7.2 लाख रुपये की राशि जुटा पाएंगे. एसआईपी में वे 63.4 लाख रुपये जुटा पाएंगे और अंत में उन्हें 70.6 लाख का रिटर्न मिलेगा.
वही अरुण ने 10 साल के लिए हम महीने 2000 रुपये की राशि जमा की तो वे 2.4 लाख रुपये जुटा पाएंगे. एसआईपी के जरिये यह राशि 2.2 लाख की होगी और अंत में हाथ में 4.6 लाख रुपये आएंगे. हमने यहां देखा कि 40 साल, 30 साल और 10 साल में पैसे का कितना अंतर आ गया.
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