भारतीय शेयर बाजार में ऑप्शन ट्रेडिंग पैसे कमाने का सबसे फास्ट तरीका है ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना बहुत ही आवश्यक है डीमेट अकाउंट के बाद आपके पास सही नॉलेज का होना भी बहुत जरूरी है क्योंकि बिना सीखे ऑप्शन ट्रेडिंग करना मतलब बर्बाद होना है

Option trading

कॉल और पुट क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंकॉल के खरीदार को एक तय तरीख और निश्चित मूल्य पर अंडरलाइंग स्टॉक खरीदने का अधिकार मिलता है. पुट में खरीदार को शेयरों को बेचने का अधिकार मिलता है. कॉल बेचने वाले विक्रेता को खरीदार से प्रीमियम मिलता है. ऑप्शन, कॉल और पुट भी ऐसे शब्दों में शामिल हैं.

इसे सुनेंरोकेंकॉल के खरीदार को एक तय तरीख और निश्चित मूल्य पर अंडरलाइंग स्टॉक खरीदने का अधिकार मिलता है. पुट में खरीदार को शेयरों को बेचने का अधिकार मिलता है. कॉल बेचने वाले विक्रेता को खरीदार से प्रीमियम मिलता है.

Option Chain क्या है?

इसे सुनेंरोकेंA) ऑप्शन चैन क्या होती है? What is Option chain? ऑप्शन चैन चार्ट एक ऐसी लिस्टिंग है जहा पे उपलब्ध कॉल (Call) और पुट (Put) विकल्पों की एक सूची होती है। लिस्टिंग में अलग-अलग स्ट्राइक प्राइस के लिए प्रीमियम, वॉल्यूम, ओपन इंटरेस्ट आदि की जानकारी शामिल होती है।

ज़ेरोधा में विकल्प प्रीमियम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंआप किसी भी कीमत पर ऑप्शन एग्रीमेंट कर सकते हैं, बस आपको उससे जुड़ा प्रीमियम देना होगा। उदाहरण के तौर पर आप 340 के कॉल ऑप्शन को 4 रूपये 75 पैसे का प्रीमियम देकर ले सकते हैं। इसे ऊपर लाल रंग से दिखाया गया है। ये खरीदार को एक्सपायरी के अंत तक ITC का शेयर 340 रूपये पर खरीदने का विकल्प देगा।

ज़ेरोधा में ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें?

जेरोधा काइट में ट्रेड कैसे करें?

  1. Zerodha Kite वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर लॉग इन करें
  2. अपने Zerodha अकाउंट में फंड जोड़ें
  3. अपनी मार्केट वॉच में अपनी इच्छा के अनुसार ऑप्शन जोड़ें
  4. ऑप्शन के लिए Buy Order दें
  5. ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को समझें
  6. ऑर्डर पूरा हो जाने के बाद वेरीफाई करें

ऑप्शन चैन क्या है?

शेयर मार्केट में ऑप्शन क्या होता है?

ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंमै आपको बता दू स्टॉक मार्केट में पुट ऑप्शन क्या है चार प्रकार की ट्रेडिंग होती है intraday trading. Swing trading. Short term trading. Long term trading.

कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकॉल ऑप्शन की खरीद या पुट ऑप्शन की बिक्री तभी करें जब आपको यह उम्मीद हो कि बाजार ऊपर जाएगा। एक पुट ऑप्शन की खरीद या कॉल ऑप्शन की बिक्री तभी करें जब आपको उम्मीद हो कि बाजार नीचे जाएगा। ऑप्शन को खरीदने वाले का मुनाफा असीमित होता है जबकि उसका रिस्क सीमित होता है (उतना ही जितना उसने प्रीमियम दिया है)।

शेयर मार्केट में फ्यूचर एंड ऑप्शन क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंफ्यूचर तथा ऑप्शन (Futures and Options in Hindi) को समझने से पहले जिस बाज़ार में ये उत्पाद खरीदे एवं बेचे जाते हैं उसके बारे में जान लेना आवश्यक है। ये दोनों डेरिवेटिव मार्केट के उत्पाद हैं। डेरिवेटिव उत्पाद ऐसे वित्तीय उपकरण होते हैं, जिनका अपना कोई मूल्य नहीं होता बल्कि उनका मूल्य किसी अन्य वस्तु से निर्धारित होता है।

What is an Option Trading?

अगर आप शेयर बाजार में काम करते हैं तो, आपने फ्यूचर और ऑप्शन के बारे में जरूर सुना होगा। आप में से बहुत से लोग ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में जानते भी होंगे। कॉल और पुट में ट्रेडिंग भी किए होंगे। आज हम आसान भाषा में ऑप्शन ट्रेडिंग (What is an Option Trading) के बारे में जानने की कोशिश करेंगे।

आज हम बात करने वाले हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, ऑप्शन का मतलब विकल्प होता है। आइए ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, इसको समझने से पहले हम ऑप्शन क्या है यह समझते हैं। जैसा कि हम जानते हैं ऑप्शन का शाब्दिक अर्थ होता है, विकल्प। एक ऐसा विकल्प जहां पर एक खरीदार और एक विक्रेता (option buyer and option seller) के बीच एक अनुबंध (contract) होता है। जिसमें खरीदार के पास एक निर्धारित तिथि पर अंतर्निहित संपत्ति को खरीदने या बेचने का अधिकार होता है। लेकिन बाध्यता नहीं होता है। यह स्वतंत्र वित्तीय साधन नहीं है क्योंकि इसका मूल्य किसी दूसरे संपत्ति से प्राप्त होता है। इसलिए ऑप्शन को अपने स्टॉक या इंडेक्स को सुरक्षा (Hedge) के लिए उपयोग किया जाता है।

Tpye of option (Option के प्रकार)

  • Call Option
  • Put Option

Call Option :- अभी हम लोगों ने option trading क्या है। इसके बारे में पढ़ा अब जानते हैं कि call option क्या है। अगर आप की जानकारी के अनुसार आपको ऐसा लगता है कि कोई स्टॉक या इंडेक्स की प्राइस एक अवधि के भीतर बढ़ जाएगी और आप इसका मुनाफा लेना चाहते हैं पर आपके पास पर्याप्त राशि नहीं है तो विक्रेता आपसे समझौते के लिए अग्रिम राशि चार्ज करती है जिससे आपको यह अधिकार मिलता है कि आप उस अंतर्निहित संपत्ति की डिलीवरी के समय सीमा के अंत में ले पाए पर कोई दायित्व नहीं होता। खरीदार द्वारा दिए अग्रिम राशि प्रीमियम कहलाती है। कीमत ऊपर जाने के पुट ऑप्शन क्या है लिए की गई समझौता को कॉल ऑप्शन कहते हैं। यह किसी स्टॉक या इंडेक्स को खरीदने का अधिकार देता है

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें | How to Learn Option Trading

नमस्कार प्रिय पाठक आज इस लेख में हम आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं जब लोग शेयर मार्केट में नए-नए आते हैं तो उनको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पता चलता है लेकिन हमने आज तक यह देखा है कि इंटरनेट पर ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में किसी ने भी अच्छे से जानकारी प्रदान नहीं की है तो आज के इस लेख में आपको ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें, ऑप्शन ट्रेडिंग कहां करें, ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे, ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान ऑप्शन और ट्रेडिंग के प्रकार आदि के बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले हैं

यदि आप शेयर बाजार में बिल्कुल नहीं है तो हमारा सुझाव यह रहेगा कि आप ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पुट ऑप्शन क्या है सीख सकते हैं लेकिन आपको ऑप्शन ट्रेडिंग करना नहीं है

क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि जब कोई व्यक्ति शेयर मार्केट में नया आता है तो वह इक्विटी के अंदर ट्रेड करता है इक्विटी के अंदर अक्सर देखा गया है कि कम प्रॉफिट होता है

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है – What is option trading

ऑप्शन ट्रेडिंग का मतलब किसी इंडेक्स के जैसे कि निफ्टी और बैंक निफ़्टी ऊपर जाने वाला है या नीचे जाने वाला है उसके हिसाब से आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से बैंक निफ्टी और निफ्टी की कॉल और पूट को खरीदना पड़ता है

  • यदि मार्केट ऊपर जाने वाला है तो आपको कॉल ऑप्शन खरीदना पड़ता है
  • मार्केट नीचे जाने वाला है तो आपको पुट ऑप्शन खरीदना पड़ता है

हम आपको बता दें ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय बहुत ही सावधानी रखनी पड़ती है मार्केट के सेंटीमेंट को और टेक्निकल को अच्छे से समझने के बाद ही ट्रेडिंग की जाती है यदि कोई व्यक्ति ऐसे ही ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत करता है तो हमेशा बर्बाद ही होता है इसलिए यह बात याद रखें कि आपको हमेशा ऑप्शन चाहिए तब ही शुरू करनी है जब आप इसके बारे में अच्छे से सीख जाए

पुट ऑप्शन क्या है

कॉल और पुट क्या होता है? | कॉल खरीदने, बेचने का मतलब? | पुट खरीदने, बेचने का मतलब?

Option What is a CALL and a PUT? | buy and Sell CALL PUT? Part 39 Created by Anil Singhvi - Zee Business team Embed and Share Capital ji https://capitalji.com

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Options Trading Kya Hai?

ऑप्शन ट्रेडिंग Buyer और Seller के बीच में एक ऐसा समझौता है जो Buyer को एक खास कीमत पर एक खास समय सीमा के भीतर किसी Underlying Asset को खरीदने या बेचने का अधिकार प्रदान करता है।

Option Trading kya hai

स्टॉक मार्किट में Options का काम खरीदने वाले को एक निर्धारित कीमत पर किसी निश्चित समय सीमा के लिए कोई सिक्योरिटी खरीदने का अधिकार देना है | समय कुछ मिनटों से लेकर 6 महीने तक हो सकता है लेकिन वह समय पूरा होने के बाद खरीदने वाले को पूरे पैसे चुकाने होंगे।

Option Trading में Premium क्या है?

अपना अधिकार पक्का करने के लिए buyer को कुछ मूल्य पहले से चुकाना होता है जिसे हम प्रीमियम कहते हैं। प्रीमियम की राशि उस आधार पर निर्धारित की जाती है कि और कितने लोग उस कॉन्ट्रैक्ट को खरीद रहे हैं और आगे उसके बढ़ने की कितनी सम्भावना है।

ऑप्शन कितने प्रकार के होते है?

ऑप्शन दो प्रकार के होते हैं: कॉल और पुट जिन्हें ब्रोकर्स द्वारा CE और PE से दर्शाया जाता है। यदि आपको आने वाले समय में शेयर की कीमत बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं तो आप कॉल ऑप्शन खरीदेंगे वहीँ दूसरी ओर अगर आपको लग रहा है कि ये शेयर डूबने वाला है तो पुट विकल्प खरीदना फायदेमंद हो सकता है।

CE and PE in share market

फायदा तभी होगा जब ऑप्शन का मूल्य आपके चुकाए गए प्रीमियम से ज्यादा होगा। अब शेयर मार्किट में कुछ भी काम करने के लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरुरत तो पड़ती ही है इसलिए एक अच्छा सा ब्रोकर ढूंढ़कर अपना डीमैट अकाउंट अवश्य खुलवाएं तभी आप Option Trading की शुरुआत कर पाएंगे।

क्या Option Trading बेकार है?

दुनिया के बड़े इन्वेस्टर जैसे वारेन बुफेट, चार्ली मंगर, राकेश झुनझुनवाला, राधाकिसन दमानी आदि सब Option Trading छोड़कर स्टॉक्स में इन्वेस्ट करने का मौका ढूंढते हैं। क्योंकि वे जानते है कि ट्रेडिंग करके कुछ समय के लिए अमीर बना जा सकता है लेकिन इन्वेस्टिंग करके उम्र भर।

इसका ये मतलब नहीं है कि आप Option Trading को लात मार दें। यह भी एक विकल्प है और लोग इससे भी अमीर बनते हैं। लेकिन अगर आपने स्टॉक मार्किट के बारे अभी पढ़ना शुरू किया है और आप इस विकल्प से शुरुआत करना चाहते हैं तो शायद आप गलत हों।

Best book for trading psychology in hindi

आपको कम से कम 1 से 3 साल का समय देना होगा, Trading psychology books पढ़नी होंगी और मार्किट को समझना होगा। उदाहरण के लिए जब हम स्कूल जाते है तो पहले जमकर पढाई करते हैं और उसके बाद एग्जाम देते हैं।

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