5000 रुपये निवेश करके भी पा सकती हैं ज्यादा लाभ, जानें कैसे

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बचत करना आज समय की जरूरत है। साथ ही पैसों पर अच्छा रिटर्न पाने के लिए भी जरूरी है कि हम उन्हें सही समय पर और स्कीम में निवेश करें। आप भी अपनी अलग से बचत करती होंगी। बेहतर यह है कि आप बचत किए हुए पैसों को अलग-अलग स्कीम में निवेश कर अच्छा रिटर्न पाएं।

आपके मन में सवाल आ सकता है कि निवेश करते वक्त जोखिम रहता है। पर ऐसा नहीं है। हमने इसी विषय के बारे में बात की फाइनेंशियल प्लानर राहुल श्रीवास्तव से। उन्होंने बताया कि 5 हजार रुपये तक की रकम को निवेश करने के लिए महिलाओं के पास कुल 4 विकल्प हैं। यह विकल्प कुछ इस प्रकार हैं:

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)

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सुकन्या समृद्धि योजना इन दिनों सरकार द्वारा चलाई जा रही सबसे अच्छी स्कीम में से एक है। अगर आपकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है तो आप कभी भी इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं। बेटी के 18 और 21 साल के हो जाने के बाद आपको ब्याज सहित पैसे वापिस मिलेंगे जिसे आप पढ़ाई और शादी आदि के वक्त यूज कर सकते हैं।

फिक्स डिपॉजिट (Fixed Deposits)

आजकल लगभग हर बैंक और पोस्ट ऑफिस में आपको फिक्स डिपॉजिट का विकल्प मिल जाएगा। कम रकम को निवेश करने के लिए यह सबसे सुरक्षित और किफायती विकल्पों में से एक है। हर बैंक का एफडी रेट अलग होता है जिससे जुड़ी जानकारी आप ब्रांच में जाकर ले सकते हैं।

पोस्ट ऑफिस मासिक स्कीम (Post Office Monthly Scheme)

फाइनेंशियल प्लानर राहुल श्रीवास्तव ने पोस्ट ऑफिस मासिक स्कीम को सबसे सुरक्षित स्कीम में से एक बताया। उन्होंने कहा कि कम पैसों से निवेश की शुरुआत करने के लिए पोस्ट ऑफिस मासिक स्कीम अच्छा ऑप्शन है।

राष्ट्रीय बचत पत्र (National Savings Certificate)

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पोस्ट ऑफिस से राष्ट्रीय बचत पत्र खरीदना भी एक अच्छा विकल्प है जो एक टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट है। ब्याज के लिहाज से देखें तो भी राष्ट्रीय बचत पत्र में निवेश करना एक अच्छा विकल्प है।

तो ये थे पैसे इनवेस्ट करने के कुछ विकल्प। अगर इसके अलावा आप निवेश से जुड़ा कुछ और जानना चाहती हैं तो इस आर्टिकल के कमेंट सेक्शन में सवाल जरूर करें।

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[2023]शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या होता है? Trading vs Investing in Hindi

यदि आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या निवेश क्या होता है होता है? जानना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि इस आर्टिकल में शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के बारें में आसान शब्दों में बेहतर ढ़ंग से समझाया गया है. लेकिन जब तक इस आर्टिकल को पूरा नहीं पढेंगे तब तक समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, इसलिए उम्मीद है की आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़कर, अच्छे से समझने की कोशिश करेंगे.

trading aur investing kya hai aur dono me kya antar hai?

शेयर मार्केट में दिलचस्वी रखने वाले नए निवेशक हमेशा इस बात को लेकर कंफ्यूजन में रहते हैं की शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या होता है. तो चलिए सबसे पहले जानते हैं की शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या है?

ट्रेडिंग क्या होता है? What’s Trading in Stock Market Hindi

Table of Contents

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या है? इसे जानने से पहले हमें शेयर मार्केट क्या है? यह जानना ज़रूरी है, तो “जहाँ पर कंपनियों के शेयर्स अथवा हिस्सेदारी की ख़रीद या बिक्री होती है उसे शेयर मार्केट(Share Market) या शेयर बाजार कहते हैं.”

अब बात आती है ट्रेडिंग क्या होता है? अगर आसान शब्दों में समझें की ट्रेडिंग का क्या मतलब होता है तो किसी भी वस्तु की सेवा का ख़रीद और बिक्री करके मुनाफ़ा कमाना ही ट्रेडिंग कहलाता है. यदि दूसरे शब्दों में समझें तो शेयर मार्केट में किसी भी कंपनी के शेयर्स को एक दिन से एक वर्ष तक होल्ड करके रखने की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं.

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शेयर बाजार में ट्रेडिंग शार्ट टर्म के लिए होता है इसलिए यह बहुत ही ज्यादा रिस्की होता है, लेकिन अगर आपके पास नॉलेज है और निवेश क्या होता है टेक्निकल एनालिसिस की समझ है तो आप मोटा मुनाफ़ा बहुत ही कम समय यानि 5 से 10 मिनट में कमा सकते हैं. ट्रेडिंग करते समय एक छोटी सी भी ग़लती आपके कैपिटल को ख़त्म कर सकती है.

ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं? Types of Trading in Stock Market Hindi

स्टॉक मार्केट(Stock Market) में ट्रेडिंग को मुख्यतः चार पार्ट में डिवाइड किया गया है.

  1. इंट्राडे ट्रेडिंग
  2. स्कैल्पिंग ट्रेडिंग
  3. स्विंग ट्रेडिंग
  4. पोजिसनल ट्रेडिंग

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? What’s Intraday Trading in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? शेयर मार्केट में जब किसी स्टॉक को एक दिन के लिए ख़रीदा और बेचा जाता है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) कहा जाता है, इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको एक ही दिन के अंदर स्टॉक को ख़रीदना और बेचना पड़ता है अगर आपने इंट्राडे ट्रेडिंग में किसी भी एक ही दिन में नहीं बेचा तो आपका ब्रोकर उसे बेच देगा फिर चाहे आपको मुनाफ़ा हुआ रहे या फिर नुकसान. केवल एक दिन में ख़रीदने और बेचने की वजह से इसे डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है, इसमें रिस्क और मुनाफ़ा दोनों ही बहुत ही ज्यादा होता है.

Value Investing in Hindi

शेयर मार्केट में जब भी किसी अच्छी कंपनी का शेयर नीचे आता है तो बहुत से इन्वेस्टर उस शेयर को ख़रीदने की सलाह देते हैं जिसे वैल्यू इन्वेस्टिंग कहा जाता है क्योंकि अच्छी कंपनियों का शेयर आज नहीं तो कल अच्छा रिटर्न देता है.

बड़े बड़े इन्वेस्टर वैल्यू इन्वेस्टिंग में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने को सजेस्ट करते है.

ग्रोथ इन्वेस्टिंग क्या है? Growth Investing in Hindi

growth investing kya hai

शेयर मार्केट में जब भी किसी कंपनी की ग्रोथ की संभावनाएं ज्यादा होती है तो उसमें इन्वेस्टर लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते है जिसे ग्रोथ इन्वेस्टिंग कहा जाता है. इसमें प्रायः कंपनी के फण्डामेंटल को देखकर ही निवेश किया जाता है.

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में क्या अंतर है? Trading vs Investing in Hindi

अगर बहुत ही सरल शब्दों में समझें तो ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में मुख्य अंतर यही होता है की ट्रेडिंग में किसी भी शेयर को बहुत ही शार्ट टर्म के लिए ख़रीदा और बेचा जाता है और इन्वेस्टिंग में किसी कंपनी के शेयर को लॉन्ग टर्म के लिए ख़रीदा और बेचा जाता है. इसके अलावा भी आइये जानते है ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में क्या फ़र्क होता है?

Difference between trading and investing in stock market in hindi

ट्रेडिंग इन्वेस्टिंग
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कम समय के लिए होता है जैसे- कुछ मिनट, कुछ घंटे, एक दिन, कुछ हफ़्तों या फिर एक वर्ष तकशेयर मार्केट में इन्वेस्टिंग लॉन्ग टर्म के लिए होता है जैसे- एक वर्ष से कई सालों तक
शेयर मार्केट के किसी भी स्टॉक में ट्रैड करने के लिए स्टॉक बहुत ही कम पैसों में मिल जाता है.इन्वेस्टिंग में किसी शेयर्स को पूरा ख़रीदना पड़ता है क्योंकि वह लंबे समय तक होल्ड पर होता है.
ट्रेडिंग में किसी भी स्टॉक का टेक्निकल एनालिसिस करना होता है जबकिइन्वेस्टिंग में किसी भी स्टॉक का फंडामेंटल एनालिसिस करना पड़ता है.
ट्रेडिंग में ट्रेडर बहुत ही कम समय में बहुत ही ज्यादा पैसा कमाते है.इन्वेस्टिंग में इन्वेस्टर को ज्यादा रिटर्न पाने के लिए लंबे समय तक शेयर को होल्ड करके रखना पड़ता है.
इसमें जितना कम समय में अच्छा मुनाफ़ा होता है उतने ही कम समय में पैसा भी डूब जाता है. यानी रिस्क ज्यादा होता है.इसमें इन्वेस्टर लॉन्ग टर्म के लिए किसी भी स्टॉक को होल्ड करके रखता है इसलिए पैसे डूबने का रिस्क बहुत ही कम हो जाता है.
ट्रेडिंग में कम समय के अन्दर किसी भी स्टॉक को ख़रीदने और बेचने वालों को ट्रेडर कहा जाता है.इन्वेस्टिंग में लंबे समय तक किसी भी स्टॉक को होल्ड रखने वालों को इन्वेस्टर कहा जाता है.

चेतावनी- फाइनेंसियल संगम किसी भी स्टॉक में निवेश करने की सलाह नहीं देता. शेयर बाजार जोख़िम भरा निवेश है इसलिए किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले ख़ुद से रिसर्च करें या अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें.

तो दोस्तों आशा करते हैं की शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या है और शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में क्या अंतर क्या होता है पसंद आया होगा, ऐसे ही अधिक जानकारियों के लिए फाइनेंसियल संगम पर आते रहें और ट्विटर पर फॉलो ज़रूर करें.

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MF SIP: आर्थिक स्वतंत्रता पाने के लिए इस स्कीम में करें इन्वेस्ट, 7 हजार के निवेश पर मिल सकते हैं 4.9 करोड़

Mutual Fund SIP: आर्थिक रूप से स्वतंत्र जीवन हर कोई जीना चाहता है। हालांकि, फाइनेंसियल फ्रीडम पाना कोई आसान काम नहीं है। इसके लिए आपको बेहद ही समझदारी और योजनाबद्ध ढंग से निवेश करने की जरूरत होती है। आज के इस दौर में कई लोग छोटी बचत योजनाओं या बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में निवेश करना पसंद करते हैं। गौरतलब बात है कि निवेश के इन क्षेत्रों में बाजार जोखिमों का खतरा नहीं रहता है। हालांकि, यहां से रिटर्न भी ज्यादा नहीं मिलता है। ऐसे में आपको अपने पैसों को किसी ऐसी स्कीम में निवेश करना चाहिए, जहां पर शानदार रिटर्न मिलता हो। अगर आप निवेश क्या होता है भी भविष्य में आर्थिक रूप से स्वतंत्र जीवन जीने का सपना देख रहे हैं। इस स्थिति में आप एक अच्छी म्यूचुअल फंड निवेश क्या होता है स्कीम का चुनाव करके उसमें निवेश शुरू कर सकते हैं। बीते सालों में कई म्यूचुअल फंड स्कीम ने शानदार रिटर्न देने का निवेश क्या होता है काम किया है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से –

इसके लिए सबसे पहले आपको एक अच्छी म्यूचुअल फंड स्कीम का चुनाव करना है। स्कीम का चुनाव करने के बाद आपको उसमें हर महीने 7 हजार रुपये का निवेश पूरे 30 सालों तक करना है।

निवेश अवधि के दौरान आपको कुल 25.2 लाख रुपये इन्वेस्ट करना होगा। वहीं आपके निवेश पर कुल 4.7 करोड़ रुपये की वेल्थ गेन होगी। मैच्योरिटी के समय मिलने वाले इन पैसों से आप आर्थिक रूप से स्वतंत्र जीवन जी सकेंगे। आपको किसी दूसरे व्यक्ति के ऊपर निर्भर होने की जरूरत नहीं होगी।

डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश किए गए पैसे बाजार जोखिमों के अधीन आते हैं। इसमें निवेश करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें। अगर आप बिना जानकारी के म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। इस स्थिति में आपको एक बड़े घाटे का सामना करना पड़ सकता है। म्यूचुअल फंड में किए गए निवेश पर मिलने वाला रिटर्न बाजार के व्यवहार द्वारा तय होता है।

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रिटायरमेंट के बाद नहीं होगी टेंशन, इन 5 सरकारी योजनाओं में करें निवेश, जानें डिटेल्स

Government Schemes: रिटायरमेंट के बाद लोगों को खुद के खर्चे की चिंता होने लगती है। इन्हीं परेशानियों से छुटकारा दिलाने के लिए भारत सरकार कई ऐसी योजनाओं की सुविधा देती है, जो आपके बुढ़ापे का सहारा बन सकते हैं। इस स्कीम्स में निवेश करना भी बेहद आसान होता है। हम आपको ऐसे ही 5 योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप रिटायर होने के बाद भी अपनी ज़िंदगी अच्छे से गुजार सकते है। यदि आप भी अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग अभी से कर रहे हैं तो सरकारी द्वारा चलाई जा रही इन स्कीमों के बारे में जान लें।

अटल पेंशन योजना

यह भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही शानदार स्कीम में से एक है। इसमें 18 साल से लेकर 40 साल तक का व्यक्ति निवेश कर सकता है। 60 साल की उम्र होने पर हर महीने 1000-5000 रुपये की राशि प्रतिमाह मिलती है। Atal Pension Yojana के तहत आप 100% निकासी कर सकते हैं।

भारतीय जीवन बीमा निगम

एलआईसी भी सीनियर सिटीजंस के लिए कई स्कीम चलाती है। इसमें से सबसे बेस्ट ऑप्शन सरल पेंशन योजना को माना जाता है। इसमें निवेश करने वाले व्यक्ति को 40 की उम्र में पेंशन का लाभ मिलना शुरू हो जाता है। जरूरत के समय आप पैसे भी निकाल सकते हैं, पॉलिसी के सरेंडर करने पर 95% तक रिटर्न मिलता है। लोन की सुविधा के साथ ज़िंदगी भर पेंशन का लाभ मिलता है।

वरिष्ट नागरिक बचत योजना

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पोस्ट ऑफिस द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं में से एक है। इसके तहत 7.4 फीसदी तक का ब्याज मिलता है, जिसमें आप 5 साल तक निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में आप 1000 रुपये के निवेश से शुरुआत कर सकते हैं। 60 साल के उम्र वाले लोग इस योजना में निवेश कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना सुरक्षित निवेश और बेहतर रिटर्न के लिए खास सरकारी स्कीम है। इसमें निवेश करने पर हर महीने 1000-10,000 रुपये तक के पेंशन का लाभ होता है। इसमें 8 फीसदी तक का ब्याज मिलता है। मंथली इनकम के लिए आपको 15 लाख रुपये तक का निवेश करना होता है।

राष्ट्रीय पेंशन योजना

नेशनल पेंशन स्कीम सरकार द्वारा चलाई जा रही शानदार स्कीम में से एक है। इसमें सुरक्षित निवेश और रिटर्न का विकल्प मिलता है। 3 सालों तक प्रीमियम का भुगतान करने के बाद आप पैसे की निकासी कर सकते हैं। हालांकि मैच्योरिटी के पहले केवल 25 फीसदी राशि निकालने की अनुमति होती है।

Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल जानकारी शेयर करना है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज किसी भी योजना या स्कीम में निवेश करने की सलाह नहीं देता। यह जोखिम भरा हो सकता है। कोई भी कदम उठाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।

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