इसके अतिरिक्त 9 सितम्बर को जारी होने वाले Deposit Growth व Bank Loan Growth के आंकड़े भी आने वाले सप्ताह में काफी महत्वपूर्ण रहेंगे। देश में अगस्त महीने में वैल्यू ऑफ लोन में आई 8.4% की बढ़त के साथ यह आंकड़े काफी महत्वपूर्ण रहेंगे। साथ ही इसी दिन फॉरेन एक्सचेंज रिसर्व के आंकड़े भी जारी किए जाएंगे।

Share Market 19 December 2022 (Jagran File Photo)

2% की गिरावट के साथ बंद हुए भारतीय बाजार, अगले सप्ताह में सुधार की उम्मीद

आने वाले सप्ताह में निवेशक मार्केट के बेहतर होने की उम्मीद करेंगे। उनकी नजर Foreign Exchange Reserves के आंकड़ों पर रहेगी जो की 23 दिसम्बर को जारी होने हैं। बता दें कि Foreign Exchange Reserves पिछले सप्ताह से बढ़ गया है।

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। बीता हुआ सप्ताह भारतीय शेयर बाजार के लिए अच्छा नहीं रहा। Nifty जहां 2.28% की गिरावट दर्ज करते हुए क्या बाजार में गिरावट आने पर बांड सुरक्षित हैं? 18,269 पर बंद हुआ तो वहीं Sensex ने भी 2.43% की गिरावट दर्ज की। Sensex 61,337.81 के क्या बाजार में गिरावट आने पर बांड सुरक्षित हैं? आंकड़े पर बंद हुआ।

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आने वाले सप्ताह में निवेशक मार्केट क्या बाजार में गिरावट आने पर बांड सुरक्षित हैं? के बेहतर होने की उम्मीद करेंगे। उनकी नजर Foreign Exchange Reserves के आंकड़ों पर रहेगी जो की 23 दिसम्बर को जारी होने हैं। बता दें कि Foreign Exchange Reserves पिछले सप्ताह से बढ़ कर $561160 million पहुंच गया है। इसके अतिरिक्त निवेशक 21 दिसम्बर को जारी होने वाले Monetary Policy Meeting पर भी नजर रखेंगे। पिछली Monetary Policy Meeting में RBI ने रेपो रेट को 35 बेसिस प्वाइंट बढ़ा दिया था।

गिरावट के साथ बंद हुआ शेयर बाजार, आने वाले सप्ताह में रिकवरी की उम्मीद

Stock Market क्या बाजार में गिरावट आने पर बांड सुरक्षित हैं? Outlook निवेशक फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के निवेश व डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमतों पर नजर रखेंगे। बता दें कि अगले सप्ताह Nifty के 17350 और 17100 पर सपोर्ट व 17800 पर रजिस्टेंस दिखाने की संभावना है।

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। इस सप्ताह शेयर मार्केट गिरावट के साथ बंद हुआ। एक तरफ जहां Nifty 0.11% की गिरावट के साथ 17539.45 के आंकड़े पर बंद हुआ, तो वहीं Sensex 0.05% की गिरावट के क्या बाजार में गिरावट आने पर बांड सुरक्षित हैं? साथ 58,803.33 के आंकड़े पर बंद हुआ। आने वाले क्या बाजार में गिरावट आने पर बांड सुरक्षित हैं? सप्ताह में निवेशकों की नजर 5 सितम्बर को जारी किये जाने वाले S&P Global Services PMI के आंकड़ों पर रहेगी। बता दें कि S&P Global India Services PMI जून के 59.2 के आंकड़े के मुकाबले गिर कर जुलाई महीने में 55.5 पर आ गया था।

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क्या मंदी में बॉन्ड में लगा पैसा क्या बाजार में गिरावट आने पर बांड सुरक्षित हैं? डूब सकता है?

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मंदी का असर आय पर पड़ता है
मंदी का सीधार असर सरकार और कंपनियों पर पड़ता है. कंपनी की आय घट जाती है. कंपनियों के उत्पाद के खरीदार नहीं रह जाते हैं. ऐसे में कई कंपनियां बंद होने को मजबूर हो जाती हैं. अगर ऐसी कंपनी ने निवेशकों को बॉन्ड क्या बाजार में गिरावट आने पर बांड सुरक्षित हैं? जारी कर पैसा जुटाया है तो वह उसे वापस नहीं कर पाती. इसका मतलब है कि वह डिफॉल्ट कर जाती है. हालांकि, डिफॉल्ट का मतलब यह नहीं है कि निवेशकों का पैसा लौटान की कंपनी की जिम्मेदारी खत्म हो जाती है. ऐसे कई उदाहरण हैं, जब कंपनी ने डिफॉल्ट करने के बावजूद बाद में निवेशकों का पैसा लौटाया है.

सरकारी बॉन्ड सबसे सुरक्षित
सरकार के बॉन्ड का पैसा वापस करने में डिफॉल्ट करने के मामले अपवाद क्या बाजार में गिरावट आने पर बांड सुरक्षित हैं? हैं. यही वजह है कि सरकारी बॉन्ड को सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है. सरकार बॉन्ड का पैसा समय पर लौटाती है. उसके डिफॉल्ट करने से उसकी साख घट जाएगी. इससे सरकारी बॉन्ड में पैसा लगाने को कोई तैयार नहीं होगा. सरकार को अपने कामकाज के लिए काफी उधार लेना पड़ता है. वह बॉन्ड के जरिए उधार लेती है. कंपनी का कारोबार बंद हो सकता है. लेकिन, सरकार का काम कभी बंद नहीं हो सकता.

Share Market open: गिरावट के साथ खुला शेयर मार्केट, बैंकिंग शेयर टूटे, अडानी विल्मर में तेजी

भारतीय शेयर मार्केट

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 03 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 03 अक्टूबर 2022, 9:54 AM IST)

पिछले सप्ताह शुक्रवार को जोरदार तेजी के साथ बंद हुआ भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) आज गिरावट के साथ ओपन हुआ. वैश्विक बाजारों के मिले-जुले संकेतों के बीच बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और निफ्टी (Nifty) दोनों ही शुरुआती कारोबार में रेड कलर में ट्रेड कर रहे हैं. सेंसेक्स 151 अंक या 0.26 फीसदी फिसलकर 57,277 पर और निफ्टी 46 अंक या 0.27 प्रतिशत गिरकर 17,049 पर कारोबार कर रहा है. बाजार शुक्रवार की तेजी को आज अपने शुरुआती कारोबार में बरकरार नहीं रख सका.

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BSE

एशियाई मार्केट का हाल

हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स (Hang Seng) 0.98 फीसदी गिरा, जबकि जापान का निक्केई इंडेक्स (Nikkei index) 0.67 फीसदी चढ़ा है. उम्मीद से ज्यादा अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों से आर्थिक विकास की चिंता बढ़ने के बाद वैश्विक निवेशकों के बढ़त पर बने रहने से एशियाई शेयर बाजारों में मिला-जुला रुख देखने को मिल रहा है. भारतीय शेयर बाजार की बात करें, तो सात दिनों क्या बाजार में गिरावट आने पर बांड सुरक्षित हैं? की लगातार गिरावट के शुक्रवार को मार्केट में चमक लौटी थी.

पिछले दिन की तेजी नहीं रह सकी बरकरार

लगातार सात दिनों की गिरावट के बाद शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी बढ़त के साथ बंद हुआ था. सेंसेक्स 1,016.96 अंक या 1.80 प्रतिशत उछलकर 57,426.92 पर बंद हुआ था. निफ्टी 276.25 अंक या 1.64 फीसदी चढ़कर 17,094.35 पर क्लोज हुआ था.

शेयरों के निवेशकों को बॉन्ड यील्ड पर क्यों नजर रखनी चाहिए?

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बढ़ती यील्ड बढ़ने से ब्याज दरों के बढ़ने का खतरा है. ब्याज दरें बढ़ने पर कारोबार करने की लागत बढ़ जाएगी. इससे पहले हमने यूपीए 2 के कार्यकाल के अंतिम सालों में बॉन्ड यील्ड को 8 फीसदी के पार जाते देखी है.

अमेरिका में 9/11 के बाद क्या बाजार में गिरावट आने पर बांड सुरक्षित हैं? फाइनेंशियल मार्केट में बड़ा बदलाव आया है. दुनियाभर में केंद्रीय बैंकों ने यह समझा कि वे ब्याज दरें घटाकर सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को सहारा दे सकते हैं. कम ब्याज दर का मतबल है कि कर्ज की कम लागत. इससे कारोबार करना आसान हो जाता है. 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट ने केंद्रीय बैंकों के लिए इस रणनीति को एक तरह से आवश्यक बना दिया.

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