आपको बता दें कि पिछले कई हफ्तों से विदेशी मुद्रा भंडार गिर रहा था, क्योंकि केंद्रीय बैंक रुपये में होने वाली गिरावट को रोकने के लिए लगातार डॉलर बेच रहा था। अक्टूबर 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि जारी देश की विदेशी मुद्रा किटी 645 बिलियन अमरीकी डालर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी।

विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार में इस बार भी दर्ज हुई बढ़त

Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। देश में जमा होने वाले विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार जमा के आंकड़े समय-समय पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) जारी करता आया हैं। इस साल इन आंकड़ों में ज्यादातर गिरावट ही देखने को मिलती रही है। इस साल की शुरुआत में 2 बार बढ़त के बाद इसमें लगातार गिरावट बनी हुई है।वहीँ, पिछली बार दर्ज हुई बढ़त के बाद इस बार इसमें फिर से बढ़त दर्ज हुई है। इसके अलावा यदि स्वर्ण भंडार की बात की जाए तो उसका हाल भी कुछ कुछ विदेशी मुद्रा भंडार जैसा ही रहा है। इस बार RBI विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि जारी द्वारा जारी हुए आंकड़ो के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार दोनों में बढ़त दर्ज हुई है।

RBI के ताजा आंकड़े :

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शुक्रवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 11 नवंबर 2022 को समाप्त सप्ताह में 14.73 अरब डॅालर बढ़कर 544.72 अरब डॅालर पर पहुंच गया है। जबकि, 4 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में 529.99 अरब डॅालर पर था। उससे पिछले सप्ताह यानी 28 अक्टूबर 2022 को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 6.56 अरब डॉलर बढ़कर 561.08 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।विदेशी मुद्रा भंडार में यह बढ़त लगभग लगातार दर्ज हो रही है,गिरावट के बाद पहली बार बढ़त दर्ज हुई। उस समय दर्ज हुई बढ़त से पहले दर्ज हुई गिरावट पर विदेशी मुद्रा भंडार 2 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था।

गोल्ड रिजर्व की वैल्यू :

बताते चलें, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत के गोल्ड रिजर्व की वैल्यू में भी पिछले कुछ समय से गिरावट दर्ज की गई थी, वहीं, अब समीक्षाधीन सप्ताह में गोल्ड रिजर्व की वैल्यू 2.64 अरब डॅालर बढ़कर 39.70 अरब डॅालर पर जा पहुंची हैं। रिजर्व बैंक ने बताया कि, आलोच्य सप्ताह के दौरान IMF के पास मौजूद भारत के भंडार में मामूली वृद्धि हुई। बता दें, विदेशी मुद्रा संपत्तियों (FCA) में आई गिरावट के चलते विदेशी मुद्रा भंडार विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि जारी विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि जारी में भी गिरावट दर्ज होती है, लेकिन अब जब FCA में बढ़त दर्ज हुई है तो विदेशी मुद्रा भंडार भी बढ़ा है। RBI के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा परिस्थितियों में बढ़त दर्ज होने की वजह से कुल विदेशी विनिमय भंडार में बढ़त हुई है और विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां, कुल विदेशी मुद्रा भंडार का एक अहम भाग मानी जाती है।

आंकड़ों के अनुसार FCA और SDR :

रिजर्व बैंक (RBI) के साप्ताहिक आंकड़ों पर नजर डालें तो, विदेशीमुद्रा परिसंपत्तियां, कुल विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा होती हैं। बता दें, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में बढ़त होने की वजह से मुद्रा भंडार में बढ़त दर्ज की गई है। FCA को विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि जारी डॉलर में दर्शाया जाता है, लेकिन इसमें यूरो, पौंड और येन जैसी अन्य विदेशी मुद्रा सम्पत्ति भी शामिल होती हैं। आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (FCA) 11.8 अरब डॅालर बढ़कर 482.53 अरब डॅालर रह गई है।

क्या है विदेशी मुद्रा भंडार ?

विदेशी मुद्रा भंडार देश के रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा रखी गई धनराशि या अन्य परिसंपत्तियां होती हैं, जिनका उपयोग जरूरत पड़ने पर देनदारियों का भुगतान करने में किया जाता है। पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। इसका उपयोग आयात को समर्थन देने के लिए आर्थिक संकट की स्थिति में भी किया जाता है। कई लोगों को विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी का मतलब नहीं पता होगा तो, हम उन्हें बता दें, किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी अच्छी बात होती है, इसमें करंसी के तौर पर ज्यादातर डॉलर होता है, यानि डॉलर के आधार पर ही दुनियाभर में कारोबार किया जाता है। बता दें, इसमें IMF में विदेशी मुद्रा असेट्स, स्वर्ण भंडार और अन्य रिजर्व शामिल होते हैं, जिनमें से विदेशी मुद्रा असेट्स सोने के बाद सबसे बड़ा हिस्सा रखते हैं।

विदेशी मुद्रा भंडार के फायदे :

विदेशी मुद्रा भंडार से एक साल से अधिक के आयात खर्च की पूर्ति आसानी से की जा सकती है।

अच्छा विदेशी मुद्रा आरक्षित रखने वाला देश विदेशी व्यापार का अच्छा हिस्सा आकर्षित करता है।

यदि भारत के पास भुगतान के लिए पर्याप्त विदेशी मुद्रा उपलब्ध है तो, सरकार जरूरी सैन्य सामान को तत्काल खरीदने का निर्णय ले सकती है।

विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता को कम करने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार की प्रभाव पूर्ण भूमिका होती है।

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Forex Reserve: थम गया लगातार गिरावट का सिलसिला, 204 मिलियन डॉलर बढ़कर 532 बिलियन हुआ विदेशी मुद्रा भंडार

Forex Reserve रुपये में लगातार हो रही गिरावट को रोकने के लिए आरबीआई ने विदेशी मुद्रा बाजार में जमकर हस्तक्षेप किया है। इसके चलते हाल के दिनों में विदेशी मुद्रा भंडार गिर रहा था। इससे अब बाजार भी संभाल जाएगा।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सात अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 204 मिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 532.868 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पिछले सप्ताह भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.854 बिलियन अमरीकी डॉलर घटकर 532.664 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया था।

आपको बता दें कि पिछले कई हफ्तों से विदेशी मुद्रा भंडार गिर रहा था, क्योंकि केंद्रीय बैंक रुपये में होने वाली गिरावट को रोकने के लिए लगातार डॉलर बेच रहा था। अक्टूबर 2021 में देश की विदेशी मुद्रा किटी 645 बिलियन अमरीकी डालर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी।

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थमा गिरावट का सिलसिला

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी साप्ताहिक सांख्यिकीय डाटा के अनुसार, विदेशी मुद्रा आस्तियां (FCA) जो समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक हैं 7 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.311 बिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट के साथ 471.496 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गईं। आपको बता दें कि एफसीए में विदेशी मुद्रा के रूप में डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि जारी के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी इकाइयां शामिल हैं।

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सोने की होल्डिंग वैल्यू भी बढ़ी

आरबीआई ने कहा कि 7 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के लिए कुल विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि सोने की होल्डिंग के मूल्य में बढ़ोतरी के कारण हुई है। यह 1.35 अरब अमेरिकी डॉलर बढ़कर 38.955 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई। विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 155 मिलियन अमरीकी डालर बढ़कर 17.582 बिलियन अमरीकी डालर हो गया। आंकड़ों से पता चलता है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ देश का रिजर्व 10 मिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 4.836 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।

देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार दूसरे हफ्ते बढ़कर 547.25 अरब डॉलर पर

नई दिल्ली/मुंबई। आर्थिक र्मोचे (economic front) पर सरकार के लिए राहत देने वाली विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि जारी खबर है। विदेशी मुद्रा भंडार (foreign exchange reserves) में लगातार दूसरे हफ्ते इजाफा हुआ है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 18 नवंबर को समाप्त हफ्ते में 2.537 अरब डॉलर बढ़कर ($ 2.537 billion increased) 547.252 अरब डॉलर ($ 547.252 billion) पर पहुंच गया है।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार 18 नवंबर को समाप्त हफ्ते में 2.537 अरब डॉलर बढ़कर 547.252 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इससे पिछले हफ्ते 11 नवंबर को समाप्त हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 14.73 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर के पार पहुंच गया था। रिजर्व बैंक के मुताबिक अगस्त, 2021 के बाद देश के विदेशी मुद्रा भंडार में इस हफ्ते सबसे तेज वृद्धि हुई थी।

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रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान मुद्रा भंडार का अहम घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 1.76 अरब डॉलर बढ़कर 484.288 अरब डॉलर हो गई। हालांकि, स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 31.5 करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 40.011 अरब डॉलर पर विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि जारी पहुंच गया। आंकड़ों के मुताबिक विशेष आहरण अधिकार(एसडीआर) 35.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 17.906 अरब डॉलर हो गया। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में रखा देश का मुद्रा भंडार भी 11.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.047 अरब डॉलर हो गया।

उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था लेकिन 2022 की शुरुआत में देश का विदेशी मुद्रा भंडार करीब 630 अरब डॉलर था। रिजर्व बैंक ने वैश्विक घटनाक्रम के बीच रुपये की विनियम दर में तेज गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग किया था, जिससे इसमें कमी आई थी। (एजेंसी, हि.स.)

आर्थिक मोर्चों पर मजबूत हो रहा भारत, निर्यात में दर्ज हुई सकारात्मक वृद्धि

देश की अर्थव्यवस्था पर निर्यात का बड़ा असर होता है। आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे देश की स्थिति का अंदाज उस देश के बढ़ते निर्यात के ग्राफ से लगाया जा सकता है। भारत जैसे विकासशील देश के लिए सेवाओं का निर्यात आर्थिक मोर्चे पर मजबूती देने के लिए अहम कारक माना जाता है। मंत्रालय द्वारा जारी आकड़े यह बताते हैं कि सितंबर 2022 के लिए सेवाओं के निर्यात का अनुमानित मूल्य विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि जारी 25.65 बिलियन अमरीकी डॉलर है, जो सितंबर 2021 के 21.61 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में 18.72 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

सितंबर में 4.82 % बढ़ा देश का निर्यात

वाणिज्य मंत्रालय ने जारी आंकड़ों में बताया कि सितंबर में देश का निर्यात 4.82 फीसदी बढ़कर 35.45 अरब डॉलर पर पहुंच गया। आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में देश का आयात सालाना आधार पर 8.66 फीसदी बढ़कर 61.61 अरब डॉलर हो गया है। इस दौरान व्यापार घाटा बढ़कर 25.71 अरब डॉलर हो गया, जबकि सितंबर, 2021 में व्यापार घाटा 22.47 अरब डॉलर रहा था। मंत्रालय के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में देश का निर्यात 16.96 फीसदी की वृद्धि के साथ 231.88 विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि जारी अरब डॉलर रहा है।

बढ़ रहा देश का विदेशी मुद्रा भंडार

देश का विदेशी मुद्रा भंडार सात अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 अरब डॉलर पर पंहुच गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी। आरबीआई के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार में विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार वृद्धि जारी यह बढ़ोतरी सुरक्षित स्वर्ण भंडार का मूल्य बढ़ने से हुई है। सात अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 अरब डॉलर पर पंहुच गया। दरअसल, इसके पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर पर आ गया था। एक साल पहले अक्टूबर, 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।

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