Rajasthan Gold and Silver Price Today: सोना और चांदी के भाव में उछाल, जानिए आज के भाव

राजस्थान के जयपुर के स्थानीय सर्राफा बाजार में आज सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। सोने में 100 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी में 500 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। सर्राफा बाजार के प्रकार बाजार में सोने की कीमत 54 हजार 400 रुपये प्रति दस ग्राम थी। सोने की यह कीमत बढ़कर शनिवार को 54 हजार 500 रुपये हो गई। इस तरह सोना 100 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो गया है।

शनिवार को सोना-चांदी के दाम बढ़े

इसी प्रकार जयपुर के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को चांदी की कीमत 68 हजार रुपये किलो थी। जो शनिवार को बढ़कर 68 हजार 500 रुपये हो गई है। इस तरह चांदी के भाव में 500 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। जयपुर के सर्राफा बाजार में शनिवार को 22 कैरेट सोने की कीमत 52 हजार 600 रुपये दस ग्राम थी। जबकि 18 कैरेट सोने की कीमत 45 हजार 600 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। 14 कैरेट सोने की कीमत 36 हजार 600 रुपये प्रति 10 ग्राम रही।

ऐसे करें शुद्धता की पहचान

सर्राफा बाजार में 24 कैरेट का सोना सबसे शुद्ध माना जाता है। लेकिन इससे ज्वैलरी नहीं बनती है। आमतौर पर ज्वैलरी बनाने के लिए 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें 91.66 फीसदी सोना होता है। अगर आप 22 कैरेटे सोने की ज्वैलरी लेते है तो आपको पता होना चाहिए कि इसमें 22 कैरेट गोल्ड के साथ 2 कैरेटे कोई और मेटल मिक्स किया गया है। वैसे आप मिस काॅल देकर भी सोना-चांदी के भाव जान सकते हैं।

SGST के छापेमारी पर CAT ने उठाई आपत्ति: बोले- अभियान के नाम पर किया जा रहा शोषण, छापेमारी आपत्तिजनक

फर्नीचर फर्म पर रेड के दौरान पुलिस व जीएसटी के अधिकारी - Dainik Bhaskar

नोएडा में उत्तर प्रदेश के वस्तु एवं सेवा कर (एसजीएसटी) विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त जनपदों में जीएसटी अभियान के नाम पर व्यापारियों के शोषण किया जा रहा है। संयोजक कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स दिल्ली बाजार के प्रकार एनसीआर के संयोजक एसके जैन ने इस पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से जीएसटी के कर्मचारी बाजारों में भारी पुलिस बल के साथ सर्वे और छापे की कार्यवाही कर रहे हैं वह आपत्तिजनक है ।

संयोजक कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स दिल्ली एनसीआर के संयोजक एसके जैन

व्यापारी कोई चोर बेईमान नहीं है । शालीनता के साथ मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों से तालमेल बनाकर बाजारों में यदि कोई शिकायत है तभी जांच करने जाएं । अनावश्यक रूप से प्रत्येक व्यापारी का सर्वे किए जाने का कोई आदेश सरकार द्वारा नहीं दिया गया है । इसमें कोई भी कार्य ऐसा ना किया जाए जिससे व्यापारियों और अधिकारियों में संवाद हीनता की स्थिति में तनाव उत्पन्न हो। बता दे विगत चार दिनों में बाजार के प्रकार एसजीएसटी ने नोएडा में 23 फर्मों पर जांच कर भारी भरकम टैक्स में हेरफेर और लाखों रुपए का मॉल जब्त किया है।

जैन ने कहा कि अधिकारियों के कृत्य से एक तरफ सरकार बदनाम हो रही है दूसरी ओर व्यापारी डेरे हुए हैं । जिसके कारण पूरे बाजार बेवजह बंदी करके बैठ जाते हैं । ऐसी कोई कार्रवाई ना करे कि व्यापारियों में भय व्याप्त हो । व्यापारी से यदि किसी तरह के नियमों का अनुपालन कराना है तब बाजार में जागरूकता अभियान चलाया जा सकता है । ऐसा काम ना करें कि व्यापारी समाज में रोष पैदा हो।

रेड के दौरान जब्त किया गया सरिया व सामान

सुशील कुमार जैन ने कहा कि जो गलत कर रहा है डर उसी को लगता है बाजार के प्रकार । जो ईमानदार और सच्चाई से काम कर रहा है उसको डरने की क्या जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम विधायक पंकज सिंह और सांसद डाॅ महेश शर्मा को भी इस संबंध में अपना पत्र देकर व्यापारियों को उत्पीड़न से बचाने हेतु कार्यवाही कराऐंगे।

GST Raid in Gorakhpur : गोरखनाथ मार्केट बंद, खोवामंडी में सन्नाटा, दहशत में नहीं उठे दुकानों के शटर

बिना जीएसटी रजिस्ट्रेशन कारोबार के खिलाफ जारी छापेमारी की दहशत शुक्रवार को कारोबारियों में साफ दिखाई दी. जीएसटी रेड के डर के चलते गोरखनाथ मार्केट बंद रहा. खोवामंडी में सन्नाटा रहा. पादरीबाजार, रेती, अलीनगर में भी दहशत में कई दुकानों के शटर तक नहीं उठे. छापेमारी को लेकर व्यापारी संगठनों ने पुरजोर विरोध किया.

गोरखपुर (ब्यूरो)।उप्र व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्पदंत जैन जीएसटी अफसरों से मिले। चैंबर ऑफ टे्रडर्स, चैंबर ऑफ कॉमर्स, गोरखपुर उद्योग व्यापार एसोसिएशन और अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने छापेमारी को लेकर विरोध दर्ज कराया।

जैन बोले- छापों से व्यापारियों में भय

उप्र व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्पदंत जैन व्यापारिक प्रतिनिधियों के साथ जीएसटी एडिशनल कमिश्नर ग्रेड 1 विमल कुमार राय और अन्य अधिकारियों से मिले। उन्होंने कहा, पिछले कुछ दिनों से चल छापे बाजार के प्रकार से व्यापारियों के अंदर भय हो गया है। व्यापारिक संगठन जीएसटी विभाग का पूरा सहयोग करता है और करेगा, हम स्वयं संगठनों और कार्यक्रमों के माध्यम से व्यापारियों को जीएसटी रजिस्ट्रेशन के लिए जागरूक कर रहे हैं और संख्या बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन जिस प्रकार के छापे पड़ रहे हैं। उससे व्यापारियों के अन्दर एक डर आ गया है। आपको अगर कहीं जांच करना ही है तो इसके लिए बाजार के व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों की इसकी सूचना जरूर दें और उन्हें साथ लेकर किसी दुकान की जांच करें।

व्यापारियों में भगदड़ जैसा माहौल

छापेमारी के विरोध में चैंबर ऑफ ट्रेडर्स के अध्यक्ष अनूप किशोर अग्रवाल ने कहा, भी जो माहौल बना है। उससे लग रहा है कि बाजार में कफ्र्यू लग गया है या दंगा हो गया है। व्यापारियों में भगदड़ जैसा माहौल है।

व्यापारियों पर सर्जिकल स्ट्राइक

छापेमारी के विरोध में गोरखपुर उद्योग व्यापार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष नितिन कुमार जायसवाल ने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार से एक साथ अचानक दुकानों पर जांच हो रही है, उससे लग रहा है कि व्यापारियों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दी गई है। जिला महामंत्री विवेक अग्रवाल ने कहा कि सभी व्यापारी और व्यापार मण्डल जीएसटी का कहीं से कोई विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि वो खुद ही सकारात्मक रूप से जीएसटी विभाग का पूरा सहयोग कर रहे हैं,

व्यापारी समाज हताश एवं परेशान

चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय सिंघानिया ने कहा, सिटी में जीएसटी को लेकर छापेमारी की जा रही है। इससे व्यापारी समाज हताश एवं परेशान है। वाणिज्यकर विभाग के ग्रेड वन से व्यापारियों की बात रखी। साफ तौर पर कहा गया कि जो रजिस्टर्ड कारोबारी हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।

कार्रवाई अघोषित कफ्र्यू है

छापे को लेकर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने व्यापारियों के हित में बैठक कर आवाज तेज की। अध्यक्ष प्रदीप निषाद ने कहा, सबसे अधिक जीएसटी कलेक्शन व्यापारी समाज से होता है। यह कार्रवाई अघोषित कफ्र्यू है। बैठक में मनोज वर्मा, मनोज सिंह, संजय मद्धेशिया, पंकज मद्धेशिया सहित अन्य व्यापारी मौजूद रहे।

किसी भी व्यापारी को डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि बहुत ही सीमित संख्या में कुछ व्यापारियों के यहां ही जांच की जा रही है, वो भी डाटा एनालिसिस के माध्यम से, कहीं भी भयभीत होने के आवश्यकता नहीं है, और अभी तक किसी भी व्यापारी ने हमारे बाजार के प्रकार किसी भी कर्मचारी के दुव्र्यवहार करने की शिकायत नहीं की है।

विमल कुमार राय, एडिशनल जीएसटी कमिश्नर ग्रेड 1

गोला में बंद रहा बाजार

जीएसटी छापेमारी की दहशत से गोला क्षेत्र में पूरे दिन शटर गिरते और उठते रहे। सुबह दुकान खुलने के कुछ ही देरी बाद छापेमारी की अफवाह फैल गई। व्यापारियों ने आनन-फानन में दुकानों का शटर गिरा दिया। दोपहर में दुकानें खुली।

Cyber Crime: बॉट बाजार में 490 रुपये में बिक रहा लाखों भारतीयों का डेटा

Cyber Crime

बॉट बाजार के फलने-फूलने के साथ ही कम से कम 6 लाख भारतीयों का डेटा चोरी हो गया है. एक बाजार के प्रकार भारतीय की डिजिटल पहचान की औसत कीमत लगभग 490 रुपये है. इसका खुलासा गुरुवार को साइबर सिक्योरिटी के शोधकर्ताओं ने किया. साइबर सुरक्षा कंपनी नॉर्डवीपीएन के शोध के अनुसार, बॉट्स बाजारों के सभी डेटा का 12 प्रतिशत भारतीय डेटा था. बॉट मार्केट ऑनलाइन मार्केटप्लेस हैं, जिनका उपयोग हैकर्स डेटा बेचने के लिए करते हैं, जो वे अपने पीड़ितों के उपकरणों से बॉट मालवेयर के साथ चुराते हैं.

डेटा पैकेट में बेचा जाता है, जिसमें लॉगिन, कुकीज, डिजिटल फिंगरप्रिंट, स्क्रीनशॉट और अन्य जानकारी शामिल होती है, जो एक समझौता किए गए व्यक्ति की पूर्ण डिजिटल पहचान होती है. इस बढ़ते खतरे ने वैश्विक स्तर पर 50 लाख लोगों को पहले ही प्रभावित कर दिया है, जिसमें हैकर्स वेबकैम स्नैप, स्क्रीनशॉट, अप-टू-डेट लॉगिन, कुकीज और डिजिटल फिंगरप्रिंट बेच रहे हैं.

शोधकर्त्ता ने कहा, कम से कम 50 लाख लोगों की ऑनलाइन पहचान चोरी हो गई है और औसतन 490 रुपये में बॉट बाजारों बाजार के प्रकार में बेची गई है. सभी प्रभावित लोगों में से 600,000 भारत से हैं, जिससे देश दुनिया में इस खतरे से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. विश्लेषित बाजारों में कम से कम 26.6 मिलियन चोरी किए गए लॉगिन पाए गए. इनमें 720,000 गूगल लॉगिन, 654,000 माइक्रोसॉफ्ट लॉगिन और 647,000 फेसबुक लॉगिन है.

इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने 667 मिलियन कुकीज, 81 हजार डिजिटल फिंगरप्रिंट, 538 हजार ऑटो-फिल फॉर्म, कई डिवाइस स्क्रीनशॉट और वेबकैम स्नैप पाए. डेटा चुराने और इकट्ठा करने वाले सबसे लोकप्रिय प्रकार के मैलवेयर में रेडलाइन, विडार, रैकून, टॉरस और एजोरॉल्ट शामिल हैं. रेडलाइन उनमें से सबसे अधिक प्रचलित है.

रिपोर्ट में कहा गया है, 2ईजी मार्केटप्लेस को 2018 में लॉन्च किया गया था. पहले इसे अन्य बाजारों की तुलना में छोटा माना जाता था. फिर भी स्थिति नाटकीय रूप से बदल गई है. अब, 2ईजी 269 देशों से 600,000 से अधिक चोरी किए गए डेटा लॉग बेचता है.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

'बॉट' बाजारों में करीब 490 रुपये में बिक रहा 6 लाख भारतीयों का डेटा

लव्ज़

नई दिल्ली। बॉट बाजार के फलने-फूलने के साथ ही कम से कम 6 लाख भारतीयों का डेटा चोरी हो गया है। एक भारतीय की डिजिटल पहचान की औसत कीमत लगभग 490 रुपये है। इसका खुलासा गुरुवार को बाजार के प्रकार साइबर सिक्योरिटी के शोधकर्ताओं ने किया। साइबर सुरक्षा कंपनी नॉर्डवीपीएन के शोध के अनुसार, बॉट्स बाजारों के सभी डेटा का 12 प्रतिशत भारतीय डेटा था।

बॉट मार्केट ऑनलाइन मार्केटप्लेस हैं, जिनका उपयोग हैकर्स डेटा बेचने के लिए करते हैं, जो वे अपने पीड़ितों के उपकरणों से बॉट मालवेयर के साथ चुराते हैं।

डेटा पैकेट में बेचा जाता है, जिसमें लॉगिन, कुकीज, डिजिटल फिंगरप्रिंट, स्क्रीनशॉट और अन्य जानकारी शामिल होती है, जो एक समझौता किए गए व्यक्ति की पूर्ण डिजिटल पहचान होती है।

इस बढ़ते खतरे ने वैश्विक स्तर पर 50 लाख लोगों को पहले ही प्रभावित कर दिया है, जिसमें हैकर्स वेबकैम स्नैप, स्क्रीनशॉट, अप-टू-डेट लॉगिन, कुकीज और डिजिटल फिंगरप्रिंट बेच रहे हैं।

शोधकर्त्ता ने कहा, "कम से कम 50 लाख लोगों की ऑनलाइन पहचान चोरी हो गई है और औसतन 490 रुपये में बॉट बाजारों में बेची गई है। सभी प्रभावित लोगों में से 600,000 भारत से हैं, जिससे देश दुनिया में इस खतरे से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।"

विश्लेषित बाजारों में कम से कम 26.6 मिलियन चोरी किए गए लॉगिन पाए गए। इनमें 720,000 गूगल लॉगिन, 654,000 माइक्रोसॉफ्ट लॉगिन और 647,000 फेसबुक लॉगिन है।

इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने 667 मिलियन कुकीज, 81 हजार डिजिटल फिंगरप्रिंट, 538 हजार ऑटो-फिल फॉर्म, कई डिवाइस स्क्रीनशॉट और वेबकैम स्नैप पाए।

डेटा चुराने और इकट्ठा करने वाले सबसे लोकप्रिय प्रकार के मैलवेयर में रेडलाइन, विडार, रैकून, टॉरस और एजोरॉल्ट शामिल हैं। रेडलाइन उनमें से सबसे अधिक प्रचलित है।

रिपोर्ट में कहा गया है, "2ईजी मार्केटप्लेस को 2018 में लॉन्च किया गया था। पहले इसे अन्य बाजारों की तुलना में छोटा माना जाता था। फिर भी स्थिति नाटकीय रूप से बाजार के प्रकार बदल गई है। अब, 2ईजी 269 देशों से 600,000 से अधिक चोरी किए गए डेटा लॉग बेचता है।"

रेटिंग: 4.17
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 512