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B2C (Business to consumer) B2C e-commerce एक सामान्य बिज़नेस मॉडल है, जहाँ पर बिज़नेस द्वारा सीधे तोर पर डिजिटल माध्यम से अपने ग्राहक को उत्पाद या सेवाएं बेचीं जाती हैं। उदाहरण के तोर पर जैसे आप किसी ऑनलाइन स्टोर से अपने लिए कोई कपड़ा, घड़ी या जुते इत्यादि खरीदते हैं, यानि यहाँ पर व्यापारी सीधे तोर पर ग्राहक को उत्पाद या सेवाएं बेचता है।
अमेजन, फ्लिपकार्ट की तरह बनेगा सरकारी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, जानें खास बातें
अगर योजना अमल में आई तो अन्य दूसरे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की तरह आप घर बैठे यहां से भी मनचाहे प्रोडक्ट खरीद सकेंगे.
अगर योजना परवान चढ़ी तो उपभोक्ता और बिजनेस जीईएम पर लिस्ट कंपनियों से उत्पाद खरीद सकेंगे. यह ठीक वैसे ही होगा जैसे प्राइवेट ऑनलाइन मार्केटप्लेस में होता है.
सरकार ऊंचे मानक स्थापित करना चाहती है. मामले से जुड़े एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "हम ऑनलाइल मार्केटप्लेस के लिए बेंचमार्क तय करना चाहते हैं. हमने इसे आदर्श प्लेटफॉर्म बनाने की तैयारी की है."
अभी जीईएम से केवल सरकारी विभाग और पब्लिक सेक्टर यूनिट खरीदारी कर सकते हैं. वित्त वर्ष 2018-19 में इस पोर्टल पर करीब 17,000 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ. मार्केटप्लेस 10 ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? लाख से ज्यादा उत्पादों और करीब 15,000 सेवाओं की पेशकश करता है. इस पर 26,000 विक्रेता लिस्ट हैं. 37,000 सरकारी संस्थान इसके क्लाइंट हैं. इनमें ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? केंद्र और राज्य दोनों के संस्थान शामिल हैं.
एक दूसरे अधिकारी ने बताया कि B2C ऑनलाइन मार्केटप्लेस में इसकी कायाकल्प तीन चरणों में होगी.
अंतिम रोडमैप पर चर्चा जारी
अधिकारी ने बताया, "अंतिम रोडमैप पर बातचीत जारी है." पहले चरण में सरकारी ठेकों में काम करने वाले निजी संस्थानों को जीईएम से खरीदारी की मंजूरी दी जाएगी. अभी सरकारी विभाग खुद खरीद करते हैं और फिर कॉन्ट्रैक्टर उस काम को अमलीजामा पहनाते हैं.
इसके बाद निजी कंपनियों को बल्क में इससे खरीदारी करने की अनुमति दी जाएगी.
अंतिम चरण में सभी उपभोक्ताओं के लिए इसे खोल दिया जाएगा. यानी वे प्लेटफॉर्म पर लिस्ट उत्पादों को खरीद सकेंगे.
अधिकारियों ने बताया कि प्लेटफॉर्म पर उत्पादों की लंबी रेंज होगी. इसमें व्हाइट गुड्स की रेंज शामिल है.
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इस तरह बनें ई-कॉमर्स बिजनेस के बादशाह! अपनाएं ये काम के टिप्स
Tips to Increase Ecommerce Sales in 2021 - इस छुट्टियों के मौसम में अपने ऑनलाइन व्यापार की बिक्री को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के बारे में यहां कुछ टिप्स हम आपको देने जा रहे हैं।
हाइलाइट्स
- कैसे बनाएं ई-कॉमर्स वेबसाइट?
- ई-कॉमर्स वेबसाइट को कैसे बढ़ाएं?
- यहां मिलेगा हर सवाल का जवाब
अब ऑफलाइन रिटेलर्स और नए ई-टेलर्स के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे त्योहारों के दिनों में कन्वर्जन दरों को बढ़ाने के लिए अपनी ऑनलाइन उपस्थिति और वेबसाइट के अनुभवों में सुधार करके तुरंत योजना बनाना शुरू कर दें। इस छुट्टियों के मौसम में अपने ऑनलाइन व्यापार की बिक्री को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के बारे में यहां कुछ टिप्स हम आपको देने जा रहे हैं।
एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बनाएं:
ग्राहकों के व्यवहार में बदलाव और डिजिटल के लिए वरीयता को ध्यान में रखते हुए बिजनेस अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेस/सेवाओं को बेचने के लिए ऑनलाइन स्टोर्स खोल रहे हैं। टियर 1 शहर और महानगर अब ई-कॉमर्स का प्रमुख केंद्र नहीं हैं, छोटे शहरों और कस्बों के लोग भी तेजी से ऑनलाइन की तरफ बढ़ रहे हैं।
अगर किसी व्यक्ति या बिजनेस के पास अपने वेंचर को ऑनलाइन बिजनेस में बदलने के लिए कैपिटल फंड्स की कमी है, तो वे कुछ किफायती समाधानों का उपयोग कर सकते हैं जैसे कि GoDaddy के प्रबंधित वर्डप्रेस ईकॉमर्स होस्टिंग WooCommerce आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये कहीं न कहीं आपको अपने खुद का ऑनलाइन स्टोर बनाने की शुरुआत करने में मदद कर सकते हैं।
पेज लोडिंग स्पीड पर जोर दें:
2019 के एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि अगर पेज को लोड होने में 3 सेकंड से अधिक समय लगता है, तो 57% ग्राहक दूसरे प्लेटफॉर्म पर चले जाते हैं। इसलिए Quick वेबसाइट लोडिंग प्रदान करना और ग्राहकों को प्रतिक्रिया देने का समय अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। ग्राहक उन कंपनियों के साथ व्यापार करना पसंद करते हैं जो उनकी खरीदारी को तेज, आसान और परेशानी मुक्त बनाती हैं। साइट को सही प्लेटफॉर्म पर एक लचीली योजना पर होस्ट करने से आपको गति को कम किए बिना या ग्राहक को खराब अनुभव दिए बिना ट्रैफिक में वृद्धि का प्रबंधन करने में मदद मिल सकती है।
अपने सोशल मीडिया मार्केटिंग को बढ़ावा दें:
सोशल मीडिया बिजनेसेस के लिए सबसे शक्तिशाली डिजिटल मार्केटिंग टूल बन गया है। पिछले 18 महीनों में, उपभोक्ताओं ने न केवल अपने समय का सदुपयोग करने के लिए, बल्कि शोध करने और सावधानीपूर्वक खरीदारी करने के लिए भी सोशल मीडिया के माध्यम से स्क्रॉल करने में बहुत समय बिताया है। फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइक, शेयर या पॉजिटिव कमेंट्स एक बिजनेस ब्रांड की प्रतिष्ठा को बढ़ा सकती है और उपभोक्ता विश्वास को विकसित करने में मदद कर सकती है।
अपने करेक्ट टारगेट ऑडियंस का पता लगाना और उनके लिए आकर्षक पोस्ट बनाना बिजनेस में रुचि बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। लोगों को यह बताने के लिए बिल्ट-इन मार्केटिंग टूल का उपयोग करें कि वे बिजनेस करने के लिए ओपन हैं और एक किसी भी डिवाइस पर एक डैशबोर्ड से सब कुछ मैनेज करें।
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कस्टमर एक्सपीरियंस को पर्सनलाइज करने के लिए AI और इनोवेटिव डेटा टूल्स में निवेश:
ई-कॉमर्स प्रतिस्पर्धा में वृद्धि के साथ व्यवसाय उच्च स्तर के पर्सनलाइजेशन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके अपने ग्राहकों के लिए एक बेहतर अनुभव प्रदान कर रहे हैं। चैटबॉट्स, वॉयस असिस्टेंस, पेमेंट हैंडलिंग और प्रोसेसिंग ऑर्डर न केवल ग्राहकों को संतुष्टि दे सकते हैं, बल्कि एक व्यक्तिगत और विश्वास-आधारित संबंध भी चला सकते हैं। टेक्नोलॉजी के इस तरह के उपयोग ने ईंट-और-मोर्टार स्टोर और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के बीच की खाई को और भी अधिक पाट दिया है।
कार्ट एबडॉन्मेंट को कम करें:
एक औसत ई-कॉमर्स स्टोर अपनी बिक्री का 75% डिजिटल कार्ट एबडॉन्मेंट के कारण खो देता है और सबसे प्रमुख कारणों में से एक शिपिंग शुल्क जैसे चेकआउट के दौरान अप्रत्याशित अतिरिक्त/एक्ट्रा कॉस्ट लागत है। इसलिए शादी और त्योहारी सीजन के दौरान, व्यवसाय अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए प्रतिस्पर्धी छूट देने पर विचार कर सकते हैं। अन्य लाभ जैसे मुफ्त शिपिंग या नो-कॉस्ट ईएमआई भी उन्हें एक फायदा दे सकते हैं।
शादी और छुट्टियों का मौसम व्यवसायों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए अवसरों का एक सुनहरा क्षेत्र लेकर आता है। इसलिए, अपनी व्यावसायिक वेबसाइट और सेवा में छोटे-छोटे बदलाव करने से ई-कॉमर्स प्लेयर्स को इस साल के त्योहारी खरीदारी के मौसम में अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिल सकती ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? है।
कॉनफैड के उत्पाद अब ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर
प्रदेश के उपभोक्ताओं को राज्य सहकारी उपभोक्ता भण्डार के उत्पाद अमेजन, फ्लिफकार्ट जैसे ई.कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसकी शुरुआत जयपुर से की जाएगी। सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
जयपुर। प्रदेश के उपभोक्ताओं को राज्य सहकारी उपभोक्ता भण्डार के उत्पाद अमेजन, फ्लिफकार्ट जैसे ई.कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसकी शुरुआत जयपुर से की जाएगी। सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। गुरुवार को शासन सचिवालय में कॉनफैड उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री के संबंध में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि प्रारम्भ में कॉनफैड के उत्पाद ऑनलाइन बिक्री के लिए जयपुर शहर वासियों के लिए उपलब्ध करवाए जाएंगे। अगले चरण में राज्य के अन्य शहरी क्षेत्र ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? वासियों ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? के लिए उपलब्ध होंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि हर जिले के विशिष्ट एवं प्रसिद्ध उत्पादों का चयन करें और जिले की सहकारी समिति एवं उपभोक्ता भण्डारों से समन्वय स्थापित कर उपहार ब्राण्ड के नाम से प्रदेश वासियों को उपलब्ध करवाएं।
उनका कहना था कि शीघ्र ही प्लेटफॉर्म का चयन कर कॉनफैड पंजीकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने उपहार के ब्राण्ड नाम से बेचे जा रहे कॉनफैड उत्पादों मसाले, मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, हल्दी पाउडर, गरम मसाला पाउडर और अमचूर पाउडर का उत्पादन बढ़ाने और उन्नत किए जाने निर्देश दिए।
रजिस्ट्रार सहकारिता मुक्तानंद अग्रवाल ने कहा कि कॉनफैड के उत्पाद गुणवत्तापूर्ण होते हैं साथ ही उचित दर पर उपलब्ध करवाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि कॉनफैड के उत्पादों की ब्राण्डिग की जाएगी और आकर्षक पैकेजिंग कर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उपहार पोर्टल को भी लोगों की सहुलियत के अनुसार अपग्रेड किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि जैविक उत्पादों को भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के लिए कार्ययोजना बनाई जाए।
अग्रवाल ने कहा कि आम लोगों तक सहकारी उपभोक्ता उत्पादों की पहुंच व्यापक बनाने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जैविक उत्पादों की खरीद के लिए किसान संगठनों, सहकारी समितियों और एफपीओ के माध्यम से कि जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि उपहार पोर्टल को अपग्रेड करने के साथ ही उपहार ब्राण्ड के उत्पादों को भी सूचीबद्ध किया जाए। बैठक में संयुक्त शासन सचिव सहकारिता नारायण सिंह,अतिरिक्त रजिस्ट्रार मार्केटिंग धनसिंह देवल, प्रबंध निदेशक कॉनफैड दिनेश शर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है?
E-commerce kise kahate hain | ई-कॉमर्स किसे कहते हैं, थता इसके लाभ।
यदि आप ई-कॉमर्स के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारी इस पोस्ट को पूरा पढ़े जिसमे हमने बिलकुल सरल शब्दों में विस्तार से बताया है, की E-commerce kise kahate hain थता ई-कॉमर्स के प्रकार क्या हैं।
E से अर्थ है (इलेक्ट्रॉनिक) और commerce यानि व्यापार। आज के ऑनलाइन युग में इंटरनेट द्वारा लगभग सभी कार्य किए जा रहे हैं, और जिन कार्यों को ऑनलाइन करना संभव नहीं हो पा रहा है, उनके भी ऑनलाइन विकल्प तलाशे जा रहे हैं।
इसी प्रकार आज व्यापार भी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से यानि इंटरनेट के द्वारा किया जा रहा है, और इंटरनेट द्वारा किया जा रहा कोई भी व्यापार जिसमे उत्पाद या सेवाओं का खरीदना या बेचना शामिल हो वह E-commerce केहलाता है।
ईकॉमर्स या ई-सर्विसेज का फैलाव ना सिर्फ बड़े शहरों तक ही सिमित है, बल्कि अब छोटे शहरों और कस्बों में भी ई-कॉमर्स का लाभ लिया जा रहा है, चाहे फिर अपने किसी प्रोडक्ट को बेचने की बात हो, या फिर नया सामान खरीदने की हर तरह से ई-कॉमर्स लोगों के लिए व्यापार थता शॉपिंग करने का एक आसान और बेहतर प्लेटफार्म साबित हुवा है।
चलिए उदाहरण सहित आसान शब्दों में ई-कॉमर्स को समझते है, और इसके लाभ और हानियों के बारे में भी जानते हैं।
E-commerce kise kahate hain
ई-कॉमर्स को electronic commerce या Internet commerce भी कहा जाता है। यह एक बिज़नेस मॉडल है, जिसमे उत्पाद या सेवाओं को खरीदने या बेचने के लिए इंटरनेट को एक माध्यम के रूप में उपयोग किया जाता है।
यानि जब इंटरनेट का उपयोग कर उत्पाद या सेवाओं को बेचा या खरीदा जाता है, उसे E-commerce कहते हैं।
दूसरे शब्दों में कहा जाए तो, आप जो भी ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, जैसे कपड़े, जूते, घर का सामान, फर्नीचर या इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद इत्यादि यानि वह हर एक प्रोडक्ट जिसे आप इंटरनेट के द्वारा खरीदते हैं, या फिर बेचते हैं, वह सब ई-कॉमर्स के अंतर्गत आता है।
जिस प्रकार हमारे आस पड़ोस में दुकाने होतीं हैं, जहाँ हम जाते हैं, और अपनी आवश्यकता और पसंद के अनुसार सामान खरीदते हैं, ठीक उसी प्रकार ऑनलाइन या इंटरनेट जगत में भी Ecommerce platforms होते हैं, जैसे Flipkart, Amazon, Shopify, Mintra इत्यादि, यह भारत में कुछ प्रचलित Ecommerce platforms हैं।
इ न सभी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को लोग वेबसाइट या मोबाइल एप्प के रूप में अपने लैपटॉप, टेबलेट और स्मार्टफोन पर एक्सेस करते हैं, और अपनी पसंद अनुसार यहाँ से प्रोडक्ट्स को ना सिर्फ खरीदते हैं, बल्कि बेचते भी हैं।
आज ई-कॉमर्स पर लोगों का इतना अधिक भरोसा है, की लगभग हर वह उत्पाद और सेवाएं ई-कॉमर्स पर खरीदी व बेचीं जा सकती हैं, जिनके बारे कोई कल्पना कर सकता है। तो चलिए अब ई-कॉमर्स के प्रकार भी जान लेते हैं।
ई-कॉमर्स के प्रकार क्या हैं | Types of E-commerce in Hindi
ई-कॉमर्स ने क्रेता और विक्रेता दोनों के लिए आज खरीदारी करने और उत्पाद बेचने के नए रास्ते खोल दिए हैं। जहाँ पेहले हर छोटी-बड़ी चीज को खरीदने के लिए बाजार का रुख करना पड़ता था, वही अब घर बैठे मोबाइल पर सिर्फ एक क्लिक द्वारा सब किया जा सकता है।
E-commerce के निम्नलिखित चार प्रकार हैं।
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B2C (Business to consumer) B2C e-commerce एक सामान्य बिज़नेस मॉडल है, जहाँ पर बिज़नेस द्वारा सीधे तोर पर डिजिटल माध्यम से अपने ग्राहक को उत्पाद या सेवाएं बेचीं जाती हैं। उदाहरण के तोर पर जैसे आप किसी ऑनलाइन स्टोर से अपने लिए कोई कपड़ा, घड़ी या जुते इत्यादि खरीदते हैं, यानि यहाँ पर व्यापारी सीधे तोर पर ग्राहक को उत्पाद या सेवाएं बेचता है।
ई-कॉमर्स के लाभ क्या हैं | Advantage of E-commerce in Hindi
ईकॉमर्स के प्रचलित होने का मुख्य कारण इस से होने वाले लाभ हैं। ई-कॉमर्स के इन लाभों को हम दो श्रेणियों में बाटेंगे पहले में हम इस से उपभोक्ता को होने वाले लाभ जानेंगे और दूसरे में व्यापार को।
ई-कॉमर्स से उपभोक्ता को होने वाले लाभ।
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खरीदारी के लिए कहीं जाना नहीं पढता :- ई-कॉमर्स प्लेटफार्म होने से ग्राहक को खरीदारी के लिए कहीं बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है, बल्कि वह घर बैठे अपने स्मार्टफोन, कंप्यूटर से हर प्रकार की खरीदारी कर सकता है।
ई-कॉमर्स से व्यापार को होने वाले लाभ।
- कम लागत में ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? व्यापार शुरू किया जा सकता है :- ई-कॉमर्स व्यापार को शुरू करने के लिए काफी कम पूँजी की आवश्यकता होती है। इसमें आपको कोई दुकान या शोरूम खोलने की जरुरत नहीं पड़ती है, और शुरुवात में ना किसी स्टाफ को रखने की आवश्यकता होती है, बल्कि घर बैठे बहुत कम पूँजी के साथ कोई भी अपना ऑनलाइन स्टोर बना सकता है, और व्यापार शुरू कर सकता है।
अंतिम शब्द E-commerce kise kahate hain
दोस्तों आपने जाना E-commerce kise kahate hain, ई-कॉमर्स के प्रकार क्या हैं, थता इसके लाभों को भी आपने जाना।
जिस प्रकार पिछले कुछ वर्षों की तुलना में आज ऑनलाइन खरीदारी बड़ी है, उम्मीद यही है, की जैसे-जैसे भारत में इंटरनेट का और अधिक विस्तार होगा, गावों और छोटे कस्बों में भी ऑनलाइन खरीदारी को बढ़ावा मिलेगा। वहाँ भी ई-कॉमर्स का उपयोग बढ़ेगा और घर-घर तक उत्पाद डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
यदि इस पोस्ट से जुड़ा आपका कोई सवाल है, या हमारे लिए कोई सुझाव है, तो आप कमेंट द्वारा हमें बता सकते हैं।
ऑनलाइन ले जाना चाहते हैं अपना कारोबार तो सही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म कैसे चुनें? पढि़ए पूरी डिटेल
कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन कारोबार में कई गुना इजाफा हुआ है.
लेनदेन और कारोबार के बदलते माहौल में ई-कॉमर्स उपभोक्ता और दुकानदार दोनों के लिए रीढ़ की तरह काम कर रहा है. इस प्लेटफॉ . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : April 13, 2022, 15:20 IST
नई दिल्ली. कोविड-19 महामारी ने सामाजिक दूरी के साथ ऑनलाइन कारोबार के महत्व को भी बखूबी समझाया है. वर्तमान में परचून से लेकर बड़े ब्रांड तक ऑनलाइन माध्यम ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? से ही अपने कारोबार को नया आयाम दे रहे हैं. ऑनलाइन माध्यम से कारोबारी न सिर्फ ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच बना लेते हैं, बल्कि इससे व्यापार ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? की परंपरागत चुनौतियां भी खत्म हो जाती हैं. ऐसे में अगर आप भी अपने कारोबार को ऑनलाइन ले जाने के बारे में सोच रहे हैं तो क्यूपे के सीईओ और को-फाउंडर मनीष कौशिक बता रहे कैसे सही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म चुनना चाहिए.67
सबसे पहले लागत का लगाएं अनुमान
किसी ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म का मूल्यांकन करते समय लागत की गणना सबसे पहले करनी चाहिए. कारोबार चाहे छोटा और प्रारंभिक हो या ई-कॉमर्स में बदल रहा स्थापित व्यवसाय हो, इसमें रखरखाव, डोमेन और होस्टिंग, सोशल मीडिया विशेषज्ञ जो ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? ब्रांड की ऑनलाइन उपस्थिति का प्रबंधन करेंगे, इनसे जुड़ी सभी लागत को ध्यान में रखना चाहिए. इसके अलावा ई-मेल और एसएमएस मार्केटिंग, एसईओ, डिलीवरी जैसे खर्चों को शामिल करना चाहिए.
मजबूत कैटलॉग से उठाएं फायदा
ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म के लिए एक सुंदर कैटलॉग तैयार करने के लिए बेहतर टूल्स और फीचर का इस्तेमाल करना चाहिए. इसमें सामान ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? लेने ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? और पहुंचाने की सुविधा व एक्सेल फाइल के जरिये सैकड़ों उत्पादों को अपलोड करने जैसी बारीकियों पर ध्यान देना चाहिए. इसके अलावा वेबसाइट की स्थिति जानने, ग्राहक के व्यवहार का विश्लेषण करने व स्टोर की पूरी जानकारी रखने जैसे काम करने चाहिए.
बिक्री के उतार-चढ़ाव पर नजर रखना
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को अपसेल/डाउनसेल का पूरा डाटा एकत्र करना चाहिए, ताकि कारोबार की रियल टाइम वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके. इसके लिए कारोबारी को एक बेहतर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की मदद लेनी चाहिए जो उन्हें हर समय समस्या का समाधान कराने के लिए उपलब्ध हो. ऐसे प्लेटफॉर्म आपको अपना कारोबार बढ़ाने में भी खूब मदद करते हैं.
डिजिटल ऑर्डर लेने की सुविधा ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है?
कारोबारी को ऐसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का चुनाव करना चाहिए जो टियर-3 और 4 जैसे छोटे शहरों में भी संपर्क बनाने और ऑर्डर लेने में सक्षम हों. ग्राहकों को किफायती कीमत पर उत्कृष्ट उत्पाद उपलब्ध कराया जाए, ताकि आपका कारोबार तेजी से आगे बढ़े. आपके पास किराना की दुकानों, रेस्तरां आदि से क्यूआर कोर्ड के जरिये ऑर्डर लेने की सुविधा भी होनी चाहिए.
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